नोएडा: 9 करोड़ की साइबर ठगी का पर्दाफाश, 182 करोड़ ट्रांजैक्शन वाले आरोपी को पुलिस ने दबोचा

 

क्राइम रिपोर्टर / गौतमबुद्धनगर
गौतमबुद्धनगर के साइबर अपराध विभाग ने एक बार फिर बड़ी साइबर धोखाधड़ी के मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए ₹9 करोड़ की ठगी में शामिल एक शातिर अपराधी सागर चौहान को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी 26 जून को नोएडा में की गई।

इससे पूर्व, 25 जून को इसी मामले में एक निजी अस्पताल के पूर्व रिकवरी अधिकारी और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। अब इस नेटवर्क का तीसरा सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़ा है।


क्या है मामला?

एक प्रमुख निजी अस्पताल में कैशलेस चिकित्सा भुगतान प्रणाली के तहत ₹9 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया था। वादी द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे (संख्या 61/2025) में बताया गया कि मेडिकल बिल के नाम पर फर्जी भुगतान कर अस्पताल को आर्थिक नुकसान पहुंचाया गया।

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर क्राइम थाना पुलिस ने स्पेशल इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर छानबीन शुरू की और साक्ष्यों के आधार पर अब तक तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है।


गिरफ्तार आरोपी सागर चौहान की भूमिका:

पूछताछ के दौरान सागर चौहान ने खुलासा किया कि उसके नाम से एक बैंक खाता खोला गया था, जिसमें ठगी की ₹1.94 करोड़ की राशि ट्रांसफर की गई थी। इसके बदले सागर को मात्र ₹10,000 मासिक कमीशन मिलता था।

चौंकाने वाली बात यह रही कि पिछले दो वर्षों में सागर के खाते से करीब ₹182 करोड़ का लेन-देन हुआ है। पुलिस इस रकम के स्रोत और अन्य संभावित अपराधियों की जांच में जुट गई है।


अभियुक्त का विवरण:

  • नाम: सागर चौहान
  • पता: घंटाघर सब्जीमंडी, दिल्ली

जांच में जुटी साइबर क्राइम टीम

इस हाई-प्रोफाइल साइबर धोखाधड़ी की जांच थाना साइबर क्राइम, गौतमबुद्धनगर द्वारा की जा रही है। एडीसीपी साइबर क्राइम श्रीमती मनीषा सिंह ने बताया:

यह मामला साइबर अपराधियों के एक सुनियोजित नेटवर्क को दर्शाता है, जो बैंकों और संस्थानों की व्यवस्था का दुरुपयोग कर रहा था। हम सभी खातों की जांच कर रहे हैं और जल्द ही नेटवर्क के अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।


साइबर अपराध से बचाव के लिए सुझाव:

  1. किसी भी साइबर धोखाधड़ी की शिकायत के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।
  2. बैंक कभी भी लिंक भेजकर आपके कार्ड या दस्तावेज अपडेट नहीं कराता।
  3. फेसबुक, व्हाट्सएप, यूट्यूब आदि पर फर्जी इनकम ऑफर से सावधान रहें।
  4. केवल SEBI द्वारा मान्यता प्राप्त शेयर मार्केट प्लेटफॉर्म पर ही निवेश करें।

 

गौतमबुद्धनगर पुलिस की तत्परता और सूझबूझ

₹9 करोड़ की मेडिकल बिल धोखाधड़ी और 182 करोड़ के ट्रांजेक्शन जैसे मामले यह दर्शाते हैं कि साइबर अपराधी किस हद तक संगठित होकर काम कर रहे हैं। गौतमबुद्धनगर पुलिस की तत्परता और सूझबूझ ने इस मामले को समय रहते दबोच लिया। लेकिन यह भी स्पष्ट है कि आम नागरिकों को अधिक सतर्क और जागरूक रहने की आवश्यकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate

can't copy

×