
मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/बिलासपुर
थाना दनकौर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कस्बा बिलासपुर में स्थित एक दुकान से असामाजिक तत्वों द्वारा 16 मई की रात्रि को जानबूझकर उखाड़े गए सीसीटीवी कैमरों का अब तक कोई सुराग नहीं लग सका है। यह कैमरे विनोद कुमार पुत्र खेमचंद की दुकान पर लगे थे। पीड़ित का कहना है कि यह वारदात किसी बड़ी घटना की पूर्व योजना का हिस्सा हो सकती है, जिससे क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
विनोद कुमार ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए अगले ही दिन, 17 मई को एडीसीपी सुधीर कुमार से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर उन्हें पूरी जानकारी दी। पीड़ित के अनुसार, अधिकारी महोदय ने तत्परता दिखाते हुए तत्काल चौकी इंचार्ज को फोन कर सीसीटीवी कैमरे शीघ्र बरामद कर अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
इसके बावजूद, पुलिस चौकी बिलासपुर द्वारा अब तक न तो कैमरे बरामद किए गए हैं और न ही कोई ठोस कार्रवाई सामने आई है। पीड़ित का आरोप है कि पुलिस चौकी स्तर पर मामले को नजरअंदाज किया जा रहा है, यहां तक कि वरिष्ठ अधिकारी के निर्देशों को भी गंभीरता से नहीं लिया गया।

परेशान होकर विनोद कुमार ने मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से इस पूरे प्रकरण की शिकायत उत्तर प्रदेश सरकार से की है। जिसके तहत अब मामले की जांच और त्वरित कार्रवाई हेतु सहायक पुलिस आयुक्त-3, ग्रेटर नोएडा जोन को पत्र भेजा गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर इस तरह खुलेआम सीसीटीवी कैमरे ही असामाजिक तत्वों द्वारा उखाड़ लिए जाएं और पुलिस की ओर से समय रहते कोई कार्रवाई न की जाए, तो इससे अपराधियों के हौसले और बढ़ सकते हैं।


अब देखना होगा कि उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद पुलिस सक्रिय होती है या यह मामला भी अन्य अनसुलझे मामलों की फाइलों में दबकर रह जाएगा।