नरेश गिरी की हत्या की साजिश में दूसरी पत्नी समेत दो महिला शामिल बताई जा रही है और इनके परिजनों से ही अब पीडित परिवार के लोगों को जान और माल का खतरा
मृतक नरेश गिरी की बूढी मां चंद्रवती देवी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलंदशहर को डाक के जरिए पत्र भेजा
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/बुलंदशहर
नरेश गिरी हत्याकांड में एक नया मोड सामने आ गया है। इस हत्या की साजिश में नरेश गिरी की दूसरी पत्नी समेत दो महिला शामिल बताई जा रही है और इनके परिजनों से ही अब पीडित परिवार के लोगों को जान और माल का खतरा बन गया है। मृतक नरेश गिरी की बूढी मां चंद्रवती देवी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलंदशहर को डाक के जरिए पत्र भेजा है और गुहार लगाई है कि हत्याभियुक्त के परिजनों और बहू की ओर से संपत्ति को हथियाने और जान से खत्म किए जाने की धमकियां दी जा रही है। इससे उनके परिवार के लोगों को जान और माल को खतरा बना हुआ है। इसलिए हत्याभियुक्त के परिजनों और बहू के मायके वालों के खिलाफ ठोस कार्यवाही करते हुए उनके परिवार के लोगों की जान और माल की हिफाजत की जावे।
गौरतलब है कि जिला बुलंदशहर के थाना अहमदगढ के गांव मुन्डन नंगला उर्फ अशराफाबाद में गत 08 जनवरी-2024 को नरेश गिरी उम्र करीब 48 वर्षसरकारी स्कूल पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा में भाग लेने के लिए चला गया था। श्रीमद भागवत कथा कार्यक्रम के बाद नरेश गिरी घर वापस नही लौटा। दो दिन तक नरेश गिरी की तलाश की जाती रही मगर कहीं कोई भी पता नही चल पाया। आखिर 10 जनवरी-2024 की दोपहर को पता चला कि नरेश गिरी को जान से मार कर दूसरे गांव नंगला हरूप के जंगल ईख के खेत में फैंक दिया गया है। पुलिस ने शव को ईख के खेत से बरामद किया और फिर पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया। मृतक के परिजनों की ओर से घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। मृतक नरेश गिरी की पहली पत्नी की मृत्यु होने के बाद एक दूसरी महिला से शादी भी गई थी। यह दूसरी पत्नी ग्रेटर नोएडा पति से दूर रह कर नौकरी करती थी। परिजनों आरोप का है कि नरेश गिरी की दूसरी पत्नी के नरेश से कोई संतान नही थी और वह हमेशा नरेश से लडती झगडती रहती थी। नरेश गिरी की यह दूसरी पत्नी चाहती थी कि नरेश के नाम जमीन का हिस्सा भी उसके नाम किया जाए। वहीं गांव में एक महिला का आना जाना भी नरेश गिरी के घर पर किसी न किसी काम के बहाने लगा रहता था। पुलिस ने नरेश गिरी के घर पर आने जाने वाली महिला के एक बेटे समेत गांव के दो युवकों को नरेश गिरी की हत्या के मामले मे गिरफ्तार कर लिया। मृतक नरेश गिरी की करीब 80 वर्षीय मां चंद्रवती देवी पत्नी स्व0 महीपाल गिरी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलंदशहर को पत्र भेजा है। इस शिकायत पत्र में चंद्रवती देवी पत्नी स्व0 महीपाल गिरी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलंदशहर को अवगत कराया है कि ग्राम मुन्डन नंगला उर्फ अशराफाबाद, थाना अहमदगढ,डाक खाना खेलिया कल्यानपुर, तहसीलः- शिकारपुर, जिला बुंलदशहर की हूं। प्रार्थनी का बेटा नरेश गिरी पुत्र स्व0 महीपाल गिरी उम्र करीब 48 वर्ष दिनांक 08 जनवरी-2024 की शाम को गांव में सरकारी स्कूल पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा में भाग लेने के लिए चला गया था। श्रीमद भागवत कथा कार्यक्रम के बाद बेटा नरेश गिरी घर वापस नही लौटा। दो दिन तक बेटे नरेश गिरी की तलाश की जाती रही मगर कहीं कोई भी पता नही चल पाया। आखिर 10 जनवरी-2024 की दोपहर को पता चला कि बेटा नरेश गिरी को जान से मार कर दूसरे गांव नंगला हरूप के जंगल ईख के खेत में फैंक दिया गया है। पुलिस ने बेटे के शव को ईख के खेत से बरामद किया और फिर पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया। शिकायत पत्र में चंद्रवती देवी ने यह भी अवगत कराया है कि पुलिस से बाद में जानकारी मिली कि बेटे नरेश गिरी को बेरहमी से पीटा गया और शरीर पर कई प्रहार कर हत्या की गई है। हत्या की यह साजिश कमला देवी पत्नी स्व अशोक और सिमलेश पत्नी नरेश गिरी के इशारे पर रची गई है। इसमें कमला देवी गांव की ही एक महिला है और जिसका आना जाना किसी न किसी काम के बहाने से घर पर लगा रहता था। जब कि सिमलेश, बेटे नरेश गिरी की दूसरी पत्नी है और बेटे नरेश गिरी से अलग ग्रेटर नोएडा के तुगलपुर गांव में रही है तथा हमेशा से ही लडती झगती रहती थी। यही नही दूसरी पत्नी सिमलेश और उसके भाईयों की नजर भी हमारी संपत्ति पर लगी हुई थी। प्रार्थनी के पोते जितेंद्र और शिवम की सौतली मां सिमलेश इन बच्चों को मारती पिटती रहती थी और एक बार तो जितेंद्र को आग से जलाकर मारने की भी कोशिश की गई थी, अब भी इन्हें झूठे मुकदमें में फंसानी की धमकी दी जा रही है। पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल कमला देवी पत्नी स्व अशोक गिरी, रवि, सोनू, छोटू पुत्रगण अशोक गिरी, ये सभी कमला देवी के पुत्र हैं, बॉबी, संजय, विरेंद्र पुत्रगण कंछी गिरी ये सभी कमला देवी के देवर हैं। दीपक पुत्र नानक गिरी निवासीगण ग्राम ग्राम मुन्डन नंगला उर्फ अशराफाबाद, थाना अहमदगढ, को भी पूछताछ के लिए उठाया था। यहां यह भी अवगत कराना है कि पुलिस ने मोटी रकम लेकर इन सभी को छोड दिया है। इस बारे में जब पुलिस पर सवाल उठाया गया तो इनमें से सिर्फ रवि पुत्र स्व अशोक गिरी और दीपक पुत्र नानक गिरी की गिरफ्तारी दिखाते हुए पल्ला झाड लिया गया है। अब सिमलेश पत्नी नरेश गिरी, उसके भाईयों में रविंद्र, नगेंद्र और सतेंद्र पुत्रगण कुंवरपाल निवासी ग्राम पल्ली, जिला बुलंदशहर ने धमकी दी है कि नरेश गिरी के नाम की सारी संपत्ति को हथिया कर परिवार समेत जान से खत्म करा देंगे और परिवार में किसी को भी जिंदा नही छोडेंगे। वहीं दूसरी ओर गिरफ्तार किए गए रवि पुत्र स्व अशोक गिरी और दीपक पुत्र नानक गिरी के परिजनों में कमला देवी पत्नी स्व अशोक गिरी, सोनू, छोटू पुत्रगण अशोक गिरी, ये सभी कमला देवी के पुत्र हैं, बॉबी, संजय, विरेंंद्र पुत्रगण कंछी गिरी ये सभी कमला देवी के देवर हैं, निवासीगण ग्राम ग्राम मुन्डन नंगला उर्फ अशराफाबाद, थाना अहमदगढ, भी प्रार्थनी के परिवार को धमकी दे रहे हैं कि या तो मुकदमा वापस ले लों वरना पूरे परिवार को जान से खत्म कर डालेंगे। यहां यह भी अवगत कराना है कि प्रार्थनी एक करीब 80 वर्षीय वृद्ध और सीधी सादी महिला है, साथ ही प्रार्थनी के पोते जितेंद्र, शिवम, पुत्रगण स्व नरेश गिरी, रचना, प्रियंका पुत्रीगण स्व नरेश गिरी और दूसरा बेटा सुरेश गिरी पुत्र स्व महीपाल गिरी और उसके परिवार के लोग हैं। उपरोक्त उल्लेखित विपक्षियों की ओर से प्रार्थनी और उसके पूरे परिवार के लोगों को जान से मारने की धमकियां प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मिल चुकी है। इसलिए उल्लेखित विपक्षियों से प्रार्थनी के पूरे परिवार के लोगों को जान और माल का खतरा बना हुआ है। यदि भविष्य में प्रार्थनी और परिवार के लोगों के साथ कोई भी अनहोनी घटना घटित होती है तो उसकी सारी जिम्मेदारी उपरोक्त उल्लेखित विपक्षियों की ही होगी। अतः उपरोक्त उल्लेखित विपक्षियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्यवाही अमल में लाते हुए प्रार्थनी के परिवार की जान और माल की हिफाजत किया जाना सुनिश्चित करें। इस शिकायत पत्र की प्रतिलिपियां जिलाधिकारी, बुलंदशहर, आईजी मेरठ जोन,डीजीपी उत्तर प्रदेश पुलिस, लखनउ और मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को भी डाक के जरिए प्रेषित की हैं।