कुणाल शर्मा के कातिलों तक पूरे 8 दिन बाद पहुंची, हाईटेक पुलिस

पुलिस ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए
पुलिस ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए

ग्रेटर नोएडा के इस चर्चित हत्याकांड में पुलिस ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए

मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ग्रेटर नोएडा

गौतमबुद्धनगर में मासूम कुणाल शर्मा का अपहरण भी हो गया और फिर हत्या, जिसके बाद दूसरे जिले में जाकर नहर में बॉडी को ठिकाने लगा दिया गया। यहां की हाईटेक पुलिस न तो बॉडी को बरामद कर पाई,हां पूरे 8 दिन बाद अब कातिलों तक पहुंची है। नाकामी के बीच कमिश्नरेट पुलिस अब घटना का खुलासा कर खुद ही अपनी पीठ थपथपा रही है। कुणाल शर्मा का अपहरण शहर के बिल्कुल बीचों बीच नटों की मढैया के पास होटल से होता है। अपहरण की यह सारी घटना सीसीटीवी में कैद हो जाती है। परिजनों की ओर से यह इतिला तत्काल ही पुलिस को दे दी जाती है। अपहरण के बाद कार में सवार होकर बदमाश ग्रेटर नोएडा शहर को छोडते है और फिर नोएडा के लिए कूच कर दिया जाता है। नोएडा की एक सोसायटी में बदमाश पहुंचते हैं और वहां कुणाल शर्मा का सिर दीवार में मार देते हैं। कुछ ही देर में कुणाल शर्मा की जान चली जाती है। ग्रेटर नोएडा में नटों की मढैया से निकल कर बदमाशों के नोएडा तक पहुंचने में करीब 25-30 मिनट जरूर लगे होंगे। आखिर कहां था सर्विसलासं सिस्टम और पुलिस की पेट्रोलिंग? ग्रेटर नोएडा और नोएडा शहर के प्रमुख प्वाइंट्स पर कई जगह सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं। घटना में प्रयुक्त स्कोडा कार क्या आसमान के रास्ते से नोएडा पहुंच गई। अपहरण के बाद किसी भी एंट्री प्वाइंट पर यदि स्कोडा कार को दबोच लिया गया होता, तो आज मासूम कुणाल शर्मा जिंदा होता। अपहरण के बाद बदमाशों ने जिले को फौरन नही छोडा और नोएडा शहर में जाकर बडे इत्मिनान से मासूम कुणाल शर्मा को मौत के घाट उतार दिया। गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट पुलिस नींद से नही जागी और इससे एक घर का लाल हमेशा हमेशा के लिए छीन लिया गया। मासूम की जान लेने के बाद हत्यारों ने फिर यहां की हाईटेक पुलिस को ठेंगा दिखाया और नोएडा से ग्रेटर नोएडा को पार करते हुए दूसरे जिले बुंलदशहर की सीमा पहुंच कर मासूम कुणाल शर्मा की बॉडी को बाकायदा ब्रीफकेस में रख कर नहर में बहा दिया। इस दौरान पुलिस की चैकिंग क्या शहर के सभी प्रमुख एंट्री प्वाइंट्स पर ठीक से चल रही थी, यदि ऐसा होता तो कुणाल शर्मा की बॉडी को ब्रीफकेस से यहीं बरामद कर लिया गया होता। अब कहा यह जा रहा है कि कुणाल शर्मा  और स्क्रैप माफिया रवि काना की गिरफ्तारी का बिल्कुल एक ही समय था, इस वजह से पुलिस फेलयर साबित हुई। यदि ऐसा रहा है तो फिर किस बात की पुलिस कमिश्नरेट, जहां करीब 13 आइपीएस और दर्जनों पीपीएस व करीब 6 हजार की संख्या में पुलिस बल है, अब भी पुलिस की कमीं का रोना रोते रहेंगे तो आम जनता में पुलिस के प्रति एक विश्वास की भावना कैसे कायम हो सकेगी? जो पुलिस स्कैप माफिया रवि काना और प्रेमिका काजल झा की गिरफ्तारी के लिए दिन रात कर सकती है,वैभव सिंघल हो या फिर यश मित्तल और अब कुणाल शर्मा अपहरण कांड में कैसे हीलहवाली बरत सकती है। हां रवि काना और उसकी प्रमिका काजल झा को जिस तरह से थाईलैंड से भी पुलिस ढूंड लाई, बेशक सरकार की नजर में गुड वर्क साबित हुआ हो, मगर कुणाल शर्मा, वैभव सिंघल और यश मित्तल जैसे मासूमों के मौत के घाट उतार दिए जाने से गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट की साख आम जनता के बीच वाकई गिरी है।

 

पुलिस ने कुणाल शर्मा हत्याकांड का ऐसा किया खुलासा

ग्रेटर नोएडा में ढाबा संचालक केके शर्मा के (14 वर्षीय) बेटे कुणाल शर्मा का अपहरण कर हत्या के मामले में पुलिस ने एमबीबीएस की छात्रा को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बुधवार देर रात मुठभेड़ के दौरान इस हत्याकांड में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार किया था। इस हत्याकांड में अब तक 4 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। ग्रेटर नोएडा के इस चर्चित हत्याकांड में पुलिस ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।

कुणाल शर्मा का अपहरण
कुणाल शर्मा का अपहरण

गुरूवार को पुलिस उपायुक्त कार्यालय ग्रेटर नोएडा में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय बबलू कुमार ने बताया कि थाना बीटा.दो क्षेत्र के में ढाबा चलाने वाले कृष्ण कुमार शर्मा का 14 वर्षीय बेटा कुणाल 1 मई को लापता हो गया था। उन्होंने बताया कि सर्विलांस विधि, सीसीटीवी कैमरे आदि की सहायता से पुलिस मामले की जांच कर रही थी। सीसीटीवी कैमरे को देखने के बाद पाया गया कि किशोर एक लडक़ी के साथ गया था। उन्होंने बताया कि इस मामले में देर रात को एक मुठभेड़ के दौरान डाढ़ा गांव निवासी कुणाल भाटी, अगौता बुलंदशहर निवासी हिमांशु चौधरी और मनोज को गिरफ्तार कर जब पूछताछ की गई तो पता चला कि हिट वेब सीरीज देखकर हत्या की योजना बनाई थी। उन्होंने बताया कि कार में कुणाल को बैठाकर ले जाने वाली युवती तन्वी हिमांशु की दोस्त है। वह गुरुग्राम से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। उसने हिट वेब सीरीज के तर्ज पर हत्या की योजना तैयार कराई। जिसे तीनों ने अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि कुणाल शर्मा का मोबाइल फोन बरामद किया गया है।

ब्याज के पैसों और रेस्टोरेंट को हड़पने के विवाद में कुणाल का अपहरण किया गया

अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय बबलू कुमार ने बताया कि इस हत्याकांड के बाद थाना बीटा.2 से हटाए गए प्रभारी निरीक्षक मुनेन्द्र सिंह ने टीम भावना के साथ काम किया तथा इस हत्याकांड के खुलासे में उनकी अहम भूमिका रही। गौरतलब है कि ग्रेटर नोएडा बीटा.2 थाना क्षेत्र में गांव नटो की मढैया इलाके में स्थित एक रेस्टोरेंट संचालक केके शर्मा के 14 वर्षीय बेटे कुणाल शर्मा के अपहरण और हत्या के मामले में आठ दिन बाद बुधवार देर रात बीटा.दो थाना पुलिस ने घटना में शामिल दो बदमाशों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगने से एक बदमाश घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने अपहरण की घटना में प्रयुक्त कार भी बरामद की है। पुलिस उपायुक्त जोन तृतीय साद मियां खान ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि ब्याज के पैसों और रेस्टोरेंट को हड़पने के विवाद में कुणाल का अपहरण किया गया था और उसकी हत्या कर शव नहर में फेंक दिया गया था। पकड़े गए बदमाश की पहचान डाढा गांव निवासी कुणाल भाटी और अगौता बुलंदशहर निवासी हिमांशु चौधरी और मनोज के रूप में हुई है। मनोज मृतक कुणाल का मौसा है।

रेस्टोरेंट संचालक केके शर्मा के 14 वर्षीय बेटे कुणाल शर्मा
रेस्टोरेंट संचालक केके शर्मा के 14 वर्षीय बेटे कुणाल शर्मा

बताया जाता है कि मनोज और मृतक कुणाल के पिता केके शर्मा ने साझेदारी में शिवा होटल खोला था। मनोज की योजना यह थी कि कुनाल की हत्या के बाद केके शर्मा कमजोर पड़ जाएंगे तथा वह होटल पर कब्जा कर ले गाए तथा हिमांशु आदि की 2 लाख रुपए जो कृष्ण कुमार को देने हैं वह उनके बच जाएंगे। इसी के तहत तीनों ने मिलकर कुणाल की हत्या की योजना बनाई।

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