कलियर शरीफ में अलाउद्दीन अली अहमद साबिर के कुल शरीफ की रस्म शुरू हुई दनकौर में भी उसी वक्त दरूद फातिहा यानी कुल शरीफ हुआ
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/यीडा सिटी
दनकौर में मखदूम साबिर कलियरी का कुल शरीफ संपन्न हुआ और इस मौके पर मुल्क मेंं अमन चैन और खुशहाली की दुआ मांगी गई। दनकौर स्पोर्ट सिटी दरगाह खजूर वाले बाबा सैयद अहमद शाह कुतुब-ए- सलामी रहमतुल्लाह आलैहि और सूफी इमाम बशीर अली समदी साबरी, चिश्ती रहमतुल्लाह आलैहि दनकौरी के दर पर भी मखदूम शाह कलियरी के कुल शरीफ यानी फातिहा की रस्म का दस्तूर चला आ रहा है। कलियर शरीफ में अलाउद्दीन अली अहमद साबिर के कुल शरीफ की रस्म शुरू हुई दनकौर में भी उसी वक्त दरूद फातिहा यानी कुल शरीफ हुआ।
दरगाह खजूर वाले बाबा सैयद अहमद शाह कुतुब-ए- सलामी रहमतुल्लाह आलैहि और सूफी इमाम बशीर अली समदी साबरी, चिश्ती रहमतुल्लाह आलैहि दनकौरी के पीरजादा सज्जादानशीन सूफी गुलाम चिश्ती बशीरी अहमदी, समदी साबिरी चिश्तिया ने बताया कि प्रति वर्ष की भांति इस बार भी कलियर में उर्स का समापन हुआ तो यहां भी कुल शरीफ की रस्म अदा की गई और खैरो बरकत के साथ मुल्क में अमन चैन के साथ ही खुशहाली की दुआ मांगी गई।
इस मौके पर चिश्ति लुत्फिया दरगाह के सज्जादानशीन सूफी फजलूरहमान लुत्फी हमीदी चिश्ती निजामी दनकौरी, मौलाना अबुल कलाम, रसूल अहमद अब्बासी, हाजी मौबीन अब्बासी, मौहम्मद हसीन मुल्लाजी उस्मानपुर, सूखा बुद्धा खां, रविंद्रपाल गाजियाबाद, आस मौहम्मद सिकंद्राबादी, साबिर अली सैफी, मौहम्मद कासिफ हुसैन अब्बासी, गुड्डू राईन, कलुवा राईन, इ्र्रसुब सैफी, अरमान सैफी, मौहम्मद आसिफ अब्बासी, मौहम्मद राशिद अब्बासी आदि लोगों ने हिस्सा लिया।