सिलसिला-ए- हजरत बाबा फिरोज शाह चिश्ती रहमतुल्ला आलैहि दनकौरी की शान में महफिल-ए शमा कव्वालियां हुईं और फिर सुबह 4 बजे 447 वां सालाना कूल शरीफ संपन्न हुआ
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ग्रेटर नोएडा
दनकौर स्थित चिश्तिया लुत्फिया की दरगाह पर ख्वाजा लुत्फुल्लाशाह रहमतुल्लाह आलैहि चिश्ती निजामी दनकौरी का 80 वां सालाना उर्स-2024 धूमधाम के साथ मनाया। तीन दिवसीय उर्स मुकद्दस-2024 मेला 23 जून-2024 की रात्रि को कुल शरीफ के साथ संपन्न हो गया। जिलहिज्जा महीने की 14 वीं तारीख को चादरपोशी के साथ उर्स की शुरूआत होती है और फिर सिलसिला-ए- चिश्तियां की शान में कव्वालियों के कुल शरीफ के साथ ही संपन्न होता है। इस बार भी जिलहिज्जा महीने की 14 वीं तारीख यानी 21 जून-2024 को खानकाये दुर्वेश मंजिल दुआखाना सराय वाली मस्जिद लंबा बाजार दनकौर से जुलूस-ए-चादर व गुलपोशी मजारे पाक हजरत बाबा फिरोज शाह चिश्ती रहमतुल्ला आलैहि, हजरत मौलाना मौहम्मद लुत्फुल्लाह शाह चिश्ती निजामी रहमतुल्ला आलैहि और मियां अब्दुल हमीद लुत्फी चिश्ती निजामी रहमतुल्ला आलैहि दनकौरी की हुई। रात्रि बाद नमाज इशा मिलाद शरीफ और फिर महफिले शमा कव्वालियां हुईं। इसी प्रकार दूसरे दिन 22 जून-2024 को भी हजरत मौलाना मौहम्मद लुत्फुल्लाह शाह चिश्ती निजामी रहमतुल्ला आलैहि दनकौरी की शान में दूर दूर से आए मशहूर कव्वालों ने अपना कलाम पेश किया। 23 जून-2024 दिन में 11.30 बजे हजरत मौलाना मौहम्मद लुत्फुल्लाह शाह चिश्ती निजामी रहमतुल्ला आलैहि दनकौरी का 80 वां सालाना कुलशरीफ संपन्न हुआ जिसमें दूर दूर आए जायरीनों और अकीमदमंदों ने मुल्क में अमन चैन और खैरओ बरकत के लिए दुआएं मांगी। तीसरे दिन 23 जून-2024 की रात्रि को मिलाद शरीफ के बाद सिलसिला-ए- हजरत बाबा फिरोज शाह चिश्ती रहमतुल्ला आलैहि दनकौरी की शान में महफिल-ए शमा कव्वालियां हुईं और फिर सुबह 4 बजे 447 वां सालाना कूल शरीफ संपन्न हुआ।
मशहूर कव्वाल महफूज और इरफान साबरी तथा सलाउद्दीन ने एक से बढ कर एक सूफियाना कलाम पेश किए। सज्जादानशीन सूफी फजलू रहमान लुत्फी हमीदी चिश्ती निजामी दनकौरी ने बताया कि प्रति वर्ष की भांति इस बार भी ख्वाजा लुत्फुल्लाशाह रहमतुल्लाह आलैहि चिश्ती निजामी दनकौरी का 80 वां सालाना उर्स-2024 धूमधाम के साथ मनाया। 23 जून-2024 दिन में 11.30 बजे हजरत मौलाना मौहम्मद लुत्फुल्लाह शाह चिश्ती निजामी रहमतुल्ला आलैहि दनकौरी का 80 वां सालाना कुलशरीफ संपन्न हुआ जिसमें दूर दूर आए जायरीनों और अकीमदमंदों ने मुल्क में अमन चैन और खैरओ बरकत के लिए दुआएं मांगी। तीसरे दिन 23 जून-2024 की रात्रि को मिलाद शरीफ के बाद सिलसिला-ए- हजरत बाबा फिरोज शाह चिश्ती रहमतुल्ला आलैहि दनकौरी की शान में महफिल-ए शमा कव्वालियां हुईं और फिर सुबह 4 बजे 447 वां सालाना कूल शरीफ संपन्न हुआ।
इस मौके पर सूफी रहीस धनपुरा वाले, मौलाना मईनुद्दीन अशरफी, सूफी रियाजुद्दीन जंहगीरपुर वाले, गुलाम बशीर अली सज्जादनशीन खजूर वाली दरगाह,सूफी इस्लामुद्दीन, कासिफ अब्बासी, सूफी मंजूर अली सैफी, नौशाद अली सैफी, शाकिर अली सैफी, सहीद लुत्फी दनकौरी आदि सूफी औलिया-ए इकराम ने शिरकत की।