साइबर रक्षा के क्षेत्र के किए जा रहे नवीनतम विकास और योगदान पर चर्चा

पुलिस कमिशनर आईपीएस लक्ष्मी सिंह एंव रक्षा अनुसंधान एंव विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिक विश्लेषण समूह की निदेशक यू जेया शांती ने कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक दीप जला कर किया

साइबर रक्षा के क्षेत्र के किए जा रहे नवीनतम विकास और योगदान पर चर्चा

शारदा विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर साइबर सिक्योरिटी एंड क्रिप्टोलॉजी द्वारा दो दिवसीय अंतराष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ

दिन प्रतिदिन की  गतिविधियां भी डिजिटल पर निर्भर होती है ऐसे में सबसे पहले साइबर सुरक्षा अहम- वाईके गुप्ता

Vision Live/ Greater Noida

शारदा विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर साइबर सिक्योरिटी एंड क्रिप्टोलॉजी द्वारा दो दिवसीय अंतराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन आज से किया गया। इस सम्मेलन के उद्धघाटन में गौतमबुद्ध नगर, यूपी की पुलिस कमिशनर आईपीएस लक्ष्मी सिंह एंव रक्षा अनुसंधान एंव विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिक विश्लेषण समूह की निदेशक यू जेया शांती ने कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक दीप जला कर किया। इस मौके पर सभी अतिथियों का स्वागत शारदा विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ सिबाराम खारा द्वारा किया गया।

रक्षा अनुसंधान एंव विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिक विश्लेषण समूह की निदेशक यू जेया शांती ने साइबर रक्षा और रक्षा उपकरणों को सुरक्षित करने के क्षेत्र में डीआरडीओ के योगदान के बारे में बताया

गौतमबुद्ध नगर, यूपी की पुलिस कमिशनर आईपीएस लक्ष्मी सिंह ने डी आर डी ओ द्वारा साइबर रक्षा के क्षेत्र के किए जा रहे नवीनतम विकास और योगदारन पर चर्चा की। उन्होने उन क्षेत्रों पर भी जोर दिया जिनमें डी आर डी ओ समर्थन कि लिए अनुसंधान प्रयोगशालाओं और शिक्षाविदों की ओर देखा जा रहा है। उन्होने साइबर सुरक्षा और आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस के विभिन्न आयामों पर चर्चा की। उन्होने बताया कि किस प्रकार आम आदमी आसानी से इन जालसाजों के झांसे में आ जाते है। इंजीनियरों एंव शोधकर्ताओं को खतरों का पहले पता लगाने के तरीके खोजने में हमारी मदद करनी चाहिए। इसके अलावा डार्क वेब, डीप वेब, साइबर अपराध, सुरक्षा, क्रिप्टोकरेंसी के जीवन के लिए खतरनाक पहलुओं और खतरे की शुरूआती पहचान और साइबर फोरेंसिक कि लिए दृष्टिकोण की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

शारदा विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर वाईके गुप्ता ने कहा कि हर प्रकार के व्यवसायों, कॉर्पोरेट्स, संगठन और यहां तक की सरकारी कार्यालयों में डिजिटल क्रांती देखी जा सकती है

शारदा विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर वाईके गुप्ता ने कहा कि हर प्रकार के व्यवसायों, कॉर्पोरेट्स, संगठन और यहां तक की सरकारी कार्यालयों में डिजिटल क्रांती देखी जा सकती है। इन क्षेत्रों के दिन प्रतिदिन की  गतिविधियां भी डिजिटल पर निर्भर होती है ऐसे में सबसे पहले साइबर सुरक्षा अहम है। डिजिटल क्रांती को समझने के लिए उसके अच्छे बुरे सभी पहलुओं को समझना होगा।

रक्षा अनुसंधान एंव विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिक विश्लेषण समूह की निदेशक यू जेया शांती ने साइबर रक्षा और रक्षा उपकरणों को सुरक्षित करने के क्षेत्र में डीआरडीओ के योगदान के बारे में बताया। उन्होने का कि डीआरडीओ शैक्षणिक संस्थानों एंव अनुसंधान प्रयोगशालाओं से विशेषज्ञता और अनुसंधान की उम्मीद कर रहा है। साथ मिलकर काम करने से बेहतर परिणाम आऐगे और अनुसंधान देश के काम भी आऐगी।   इस कार्यक्रम में शारदा विश्वविद्यालय के डीन एकेडमिकस डॉ परमानंद, शारदा विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर साइबर सिक्योरिटी एंड क्रिप्टोलॉजी के हेड प्रो श्री कांत, प्रोफेसर डा निहार रंजन रॉय सहित अनेक लोग उपस्थित थे।

 

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