दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के अंतर्गत आईआईटीजीएनएल की तरफ से इंटीग्रेटेड टाउनशिप करीब 750 एकड़ में इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप बसाई
ऑटोमेटेड वेस्ट प्लांट को खूब सराहा, हायर कंपनी का किया भ्रमण,एमएमटीएच व एमएमएलएच के लिए जमीन शीघ्र प्राप्त कर काम आगे बढ़ाने के निर्देश
Vision Live/ Greater Noida
भारत सरकार के वाणिज्यिक एवं उद्योग मंत्रालय के संयुक्त सचिव बालमुरुगन डी. ने डीएमआईसी आईआईटीजीएनएल की इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप का दौरा किया। उन्होंने प्लग एंड प्ले सिस्टम और ऑटोमेटेड वेस्ट प्लांट को भी देखा। उसके बाद 220 केवी सबस्टेशन भी गए । हायर कंपनी का भी जायजा लिया। उनके साथ मौजूद एसीईओ मेधा रूपम, एसीईओ अमनदीप डुली और आईआईटीजीएनएल के कंपनी सेक्रेटरी पतंजलि दीक्षित ने पाइप के जरिए कूड़े को प्रोसेसिंग प्लांट तक पहुंचने और निस्तारण के बारे में जानकारी दी । संयुक्त सचिव ने भ्रमण के बाद टाउनशिप की खूब सराहना की । उन्होंने टाउनशिप में भूखंडों के आवंटन एवं औद्योगिक इकाइयों के कार्यों के प्रगति का जायजा भी लिया एवं बचे हुए भूखंडों के शीघ्र अवंटन हेतु निर्देश दिए । दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के अंतर्गत आईआईटीजीएनएल की तरफ से इंटीग्रेटेड टाउनशिप करीब 750 एकड़ में इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप बसाई गई है। संयुक्त सचिव बालमुरुगन डी. टाउनशिप देखने पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने प्लग एंड प्ले सिस्टम को देखा। उसके बाद ऑटोमेटेड वेस्ट प्लांट पहुंचे। प्लांट के बारे में बारीकी से जानकारी प्राप्त की। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ मेधा रूपम और एसीईओ
अमनदीप डुली ने उन्हें बताया कि इस टाउनशिप में कूड़े के निस्तारण पूरी तरह से ऑटोमेटेड है। पाइप के जरिए कूड़ा प्लांट तक पहुंचेगा और प्रोसेस होकर कंपोस्ट में तब्दील हो जाएगा। हर प्लांट पर उसके लिए प्वाइंट दिए गए हैं। पेयजल को छोड़कर शेष जरूरत कासना स्थित 137 एमएलडी एसटीपी से शोधित पानी से पूरी होगी। प्लग एंड प्ले के आधार पर बनी इस टाउनशिप में उद्यमी तत्काल प्लांट लगाकर काम शुरू कर सकता है। इस टाउनशिप में वर्क टू साइकिल, 24 घंटे बिजली, एलईडी लाइट जैसी सुविधाएं मौजूद रहेंगी । यह टाउनशिप सीसीटीवी से लैस होगी। इस टाउनशिप की सुरक्षा के लिए इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। इस टाउनशिप में हायर इलेक्ट्रॉनिक्स, फॉर्मी मोबाइल, सत्कृति इंफोटेनमेंट, चेनफेंग, जे वर्ल्ड इलेक्ट्रॉनिक्स और गुरू अमरदास आदि कंपनियां निवेश कर रहीं हैं। हायर एवं जे वर्ल्ड कंपनी उत्पादन भी शुरू कर चुकी है। ऑटोमेटेड प्लांट देखने के बाद संयुक्त सचिव ने 220 केवी सबस्टेशन को देखा। उसके बाद हायर कंपनी का जायजा लिया। वहां पौधरोपण भी किया। वहां से एमएमटीएच व एमएमएलएच की साइट पर भी गए। इन दोनों परियोजनाओं के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को शीघ्र पूरा कर काम शुरू कराने के निर्देश दिए। इसके बाद संयुक्त सचिव ने ग्रेटर नोएडा में डीएमआईसी कॉरिडोर की तीनों परियोजनाओं की प्रगति पर प्रस्तुतिकरण भी देखा। निवेशकों के लिए जमीन आवंटन की प्रक्रिया तेज करने के निर्देश दिए। प्रस्तुतीकरण के दौरान एसीईओ आनंद वर्धन भी मौजूद रहे ।
खाली प्लॉटों की साफ- सफाई के लिए आवंटियों को नोटिस
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ मेधा रूपम ने ग्रेटर नोएडा के सेक्टर स्वर्णनगरी का निरीक्षण किया। खाली भूखंडों में गंदगी की आरडब्ल्यूए की शिकायत पर एसीईओ ने आवंटियों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। एसीईओ ने जनस्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि ग्रेटर नोएडा के सभी सेक्टरों व गांवों में सुबह 6 बजे से 9.30 बजे तक हर हाल में साफ-सफाई दुरुस्त हो जाना चाहिए।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी के निर्देश पर एसीईओ मेधा रूपम गांवों व सेक्टरों का नियमित रूप से निरीक्षण कर रही हैं। इसी कड़ी में एसीईओ ने सेक्टर स्वर्णनगरी का दौरा किया। उनके साथ ओएसडी सतीश कुशवाहा, वरिष्ठ प्रबंधक चेतराम सिंह, वरिष्ठ प्रबंधक उत्सव निरंजन समेत सभी वर्क सर्किल के प्रभारी व आरडब्ल्यू के पदाधिकारी भी शामिल रहे। पानी के ओवरफ्लो की शिकायतों पर एसीईओ ने जल विभाग को समस्या का तत्काल करने के निर्देश दिए। सेक्टरवासियों ने पार्क में फाउंटेन लगाने की मांग की। एसीईओ ने नियमानुसार कार्रवाई का आश्वासन दिया। झाड़ियों की कटाई व पेड़ों की छंटाई की शिकायतों को तत्काल हल करने के निर्देश दिए। एसीइओ ने सेक्टर में लगे सफाई कर्मियों के कार्यक्षेत्र सहित सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने छपरौला व सादोपुर गांव का भी निरीक्षण किया। दोनों गांवों में हैंडपंप की मांग को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया गया। इसके साथ ही साफ-सफाई, स्ट्रीट लाइट, जलापूर्ति से जुड़ी शिकायतों को तत्काल हल करने का आश्वासन दिया गया।