
ग्राम रुस्तमपुर और नगला सराय की शैक्षणिक समस्याओं को लेकर डीएम को सौंपा गया ज्ञापन

मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/गौतमबुद्धनगर
ग्राम रुस्तमपुर की प्रख्यात समाजसेविका अर्चना सिंह एडवोकेट के नेतृत्व में गांववासियों ने शिक्षा के क्षेत्र में ठोस कदम उठाते हुए जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर को एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में गांव के प्राथमिक विद्यालय को माध्यमिक/पूर्व माध्यमिक स्तर तक विस्तारित करने की मांग की गई है, जिससे गांव के बच्चों को कक्षा 5 के बाद की पढ़ाई के लिए अन्यत्र न जाना पड़े।
अर्चना सिंह ने बताया कि यमुना विकास प्राधिकरण की ओर से पहले ही ग्राम में एक दुमंजिला विद्यालय भवन का निर्माण कराया जा रहा है, जो भविष्य में माध्यमिक विद्यालय के रूप में कार्य कर सकता है। उन्होंने इस पहल को ग्रामीण शिक्षा के स्तर को उठाने की दिशा में अत्यंत आवश्यक बताया।

पड़ोसी गांव की चिंता भी प्रमुखता से रखी
समाज के प्रति अपनी व्यापक दृष्टि और समर्पण को दर्शाते हुए अर्चना सिंह ने ग्राम नगला सराय स्थित प्राइमरी स्कूल की जर्जर स्थिति का मुद्दा भी जिलाधिकारी के समक्ष रखा। उन्होंने भवन की शीघ्र मरम्मत कराने की आवश्यकता जताई, ताकि वहां अध्ययनरत बच्चों को सुरक्षित और अनुकूल वातावरण मिल सके।
गांववासियों ने किया समर्थन
इस पहल में ग्राम प्रधान सुनील सिंह, सतेन्द्र सिंह, नरेश भाटी, प्रेमचंद सहित गांव के अनेक सम्मानित नागरिक शामिल रहे। सभी ने एक स्वर में अर्चना सिंह की इस पहल का समर्थन करते हुए कहा कि गांव की बेटियों और बेटों को शिक्षा के लिए बेहतर सुविधा मिलना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है।
ज्ञापन सौंपने वालों में धर्मसिंह, छितरसिंह, सत्यप्रकाश, लालसिंह, मीना, अनीता, अल्का, कृष्णा, तनु, रंजू और मनवर सहित बड़ी संख्या में अभिभावक एवं ग्रामीण मौजूद रहे।

शिक्षा के प्रति समर्पण की मिसाल
समाजसेवा और विधि क्षेत्र में सक्रिय अर्चना सिंह एडवोकेट की यह पहल ग्रामीण शिक्षा को सशक्त करने के साथ-साथ प्रशासनिक जागरूकता का भी उत्कृष्ट उदाहरण है। उनका यह प्रयास न केवल वर्तमान पीढ़ी को लाभान्वित करेगा, बल्कि आने वाले वर्षों में गांव के शैक्षिक परिदृश्य को भी नयी दिशा देगा।