इंडिया बायोफ्यूल मीट 2025 का उत्साहपूर्ण समापन, स्वच्छ ऊर्जा भविष्य की दिशा में बढ़ा सशक्त कदम

 

मौहम्मद इल्यास “दनकौरी”/ ग्रेटर नोएडा
भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में एक नई ऊर्जा भरते हुए इंडिया बायोफ्यूल मीट 2025 का समापन आज ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट में जोश और उत्साह के साथ हुआ। तीन दिवसीय इस आयोजन में बायोफ्यूल उद्योग से जुड़े राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों, सरकारी प्रतिनिधियों, स्टार्टअप्स और प्रमुख हितधारकों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल भारत के तेजी से बढ़ते बायोफ्यूल सेक्टर में संभावनाओं का मूल्यांकन करना था, बल्कि एक ऐसा मंच देना भी था जहां इनोवेशन, नीतियों और कारोबारी अवसरों पर सार्थक संवाद हो सके।

उद्घाटन और सहभागिता

इस भव्य सम्मेलन का उद्घाटन एमएसएमई मंत्रालय के डायरेक्टर डॉ. आर.के. भारती और बांग्लादेश हाई कमीशन की काउंसलर काकोली साहा ने संयुक्त रूप से किया। उद्घाटन सत्र में भारत-बांग्लादेश के बीच क्षेत्रीय सहयोग, एमएसएमई सशक्तिकरण और हरित ऊर्जा के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय साझेदारी की संभावनाओं को रेखांकित किया गया।

गेल (GAIL) इस सम्मेलन का मुख्य प्रायोजक रहा, जिसने स्वच्छ ऊर्जा अभियानों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शाई। थर्मो फिशर ने एसोसिएट स्पॉन्सर के रूप में कार्यक्रम में सहभागिता निभाई।

प्रमुख आंकड़े और चर्चाएं

  • 30 से अधिक विशेषज्ञ वक्ताओं ने विभिन्न तकनीकी और व्यावसायिक विषयों पर अपने विचार रखे।
  • 100+ प्रतिनिधि बायोफ्यूल मूल्य श्रृंखला से जुड़े उच्च स्तरीय प्रतिनिधि कार्यक्रम में शामिल हुए।
  • 200 से अधिक प्रदर्शक और 20,000 से अधिक खरीददार व आगंतुक समवर्ती प्रदर्शनियों में शामिल हुए।

मुख्य सत्रों के विषय

सम्मेलन के विभिन्न सत्रों में निम्न विषयों पर विशेष रूप से चर्चा हुई:

  • बायोफ्यूल सेक्टर में उभरते रुझान और इनोवेशन
  • फीडस्टॉक की उपलब्धता एवं उप-उत्पादों (By-products) के व्यवसायिक अवसर
  • सरकारी सब्सिडी एवं नीतिगत संरचना की समीक्षा
  • एमएसएमई के लिए लाभप्रद मॉडल और स्केलिंग के अवसर
  • नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में प्रभावी विपणन रणनीतियाँ और व्यवसाय मॉडल

एक दृष्टि, एक मिशन

इंडिया बायोफ्यूल मीट 2025 ने सिर्फ एक सम्मेलन भर नहीं, बल्कि भारत के हरित और आत्मनिर्भर ऊर्जा भविष्य की दिशा में एक प्रेरणास्पद प्रयास के रूप में भूमिका निभाई। यहां हुई चर्चाओं और साझेदारियों से यह स्पष्ट हुआ कि आने वाले वर्षों में बायोफ्यूल क्षेत्र केवल पर्यावरणीय समाधान नहीं, बल्कि आर्थिक समृद्धि का भी माध्यम बनेगा।


भारत के हरित ऊर्जा अभियान को नई दिशा देने वाला एक मील का पत्थर

इंडिया बायोफ्यूल मीट 2025 न केवल तकनीकी नवाचारों और नीतिगत चर्चाओं का केंद्र बना, बल्कि इसने उद्योग, सरकार और समाज को एक साझा मंच पर लाकर स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में सामूहिक दृष्टिकोण को मजबूत किया। यह आयोजन भारत के हरित ऊर्जा अभियान को नई दिशा देने वाला एक मील का पत्थर सिद्ध हुआ है।

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