
मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी” / सूरजपुर
“मैं चाहती हूँ लोग सिर्फ हँसें नहीं, सोचें भी”
— एक खास बातचीत में मौनी शर्मा उर्फ़ रुखसाना ने खोले मंच, समाज और संघर्ष से जुड़े अपने दिल के राज
विजन लाइव।
विजन लाइव: सबसे पहले आपका स्वागत है। लोग आपको ‘रुखसाना’ के नाम से जानते हैं, लेकिन असली पहचान ‘मौनी शर्मा’ है। इस सफर की शुरुआत कैसे हुई?
मौनी शर्मा: शुक्रिया! यह सफर बहुत साधारण जगह से शुरू हुआ। मैं उत्तर प्रदेश के हापुड़ ज़िले के पास एक छोटे से कस्बे की रहने वाली हूँ। घर में माहौल धार्मिक था, लेकिन मेरा मन हमेशा कुछ अलग करने में लगता था। पढ़ाई के साथ-साथ स्कूल में नाटक और भाषण प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेती थी। वहीं से अभिनय का बीज बोया गया।
विजन लाइव: ‘रुखसाना’ का किरदार कैसे जन्मा?
मौनी शर्मा: शुरुआत में मैं सिर्फ लोकल नाटकों में सामान्य किरदार निभाती थी। लेकिन मुझे लगा कि हँसी में एक ताकत है — जो दूरियाँ मिटा सकती है, समाज को आईना दिखा सकती है। एक दिन मंच पर मज़ाक में एक तेज़-तर्रार महिला का किरदार निभाया और लोगों की प्रतिक्रिया चौंकाने वाली थी — ठहाके, ताली और अंत में भीड़ से मिली वाहवाही! उसी दिन ‘रुखसाना’ ने जन्म लिया।
विजन लाइव: एक महिला हास्य कलाकार के रूप में क्या संघर्ष रहे?
मौनी शर्मा: बहुत रहे। शुरुआत में लोगों ने मुझे गंभीरता से नहीं लिया। कई आयोजकों ने साफ कहा कि “हँसी के मंच पर महिला क्या करेगी?” कुछ लोग तो सिर्फ इसलिए बुलाते थे कि ‘एक महिला भी होनी चाहिए’। लेकिन मैंने कभी मंच को हल्के में नहीं लिया। हर बार कुछ नया, सोचने लायक और दिल से करने की कोशिश की। अब वही लोग तारीफ़ करते हैं।
विजन लाइव: आपकी प्रस्तुतियों में अक्सर सामाजिक संदेश होते हैं, ये विचार कहाँ से आते हैं?
मौनी शर्मा: मैं जब गांव-देहात में घूमती हूँ, मेलों में भाग लेती हूँ, तो असली भारत सामने आता है। वहाँ की महिलाओं की चुप्पी, बच्चों की शरारतें, बुजुर्गों की पीड़ा — सबकुछ मुझे छू जाता है। मैं कोशिश करती हूँ कि हँसी में लिपटा कोई न कोई सच्चा संदेश लोगों के दिलों तक पहुँचे।
विजन लाइव: मंच पर सबसे यादगार पल कौन सा रहा?
मौनी शर्मा: एक बार एक छोटे गाँव में प्रस्तुति के बाद एक वृद्धा आई और बोली, “बेटी, बहुत दिनों बाद खुलकर हँसे हैं, तेरा भला हो।” उस दिन लगा कि मेरे किरदार का असली उद्देश्य यही है — लोगों को थोड़ा सुकून देना।
विजन लाइव: नए कलाकारों को क्या संदेश देना चाहेंगी?
मौनी शर्मा: मंच सिर्फ ताली और फोटो का नाम नहीं है। ये ज़िम्मेदारी है — मनोरंजन की, संवेदना की, समाज से संवाद की। मेहनत करो, सच्चे मन से करो और लोगों से जुड़ो। नाम खुद-ब-खुद बन जाएगा।
विजन लाइव: आगे का सपना क्या है?
मौनी शर्मा: मैं चाहती हूँ कि एक महिला हास्य कलाकार के रूप में मेरी एक अलग पहचान बने, और मैं एक ऐसा मंच तैयार कर सकूँ जहाँ ग्रामीण प्रतिभाएँ उभरकर सामने आएं। इसके अलावा “रुखसाना” को वेब सीरीज या छोटे परदे पर भी लाने की योजना है।
विजन लाइव: अंत में, अपने प्रशंसकों को क्या संदेश देना चाहेंगी?
मौनी शर्मा: मुझे जो भी प्यार मिला है, वह मेरी सबसे बड़ी दौलत है। आप सबका साथ रहा तो ‘रुखसाना’ हमेशा ठहाकों में सच्चाई बोलती रहेगी। “हँसी हल्की होती है, पर असर गहरा छोड़ती है।”