सूरजपुर में प्राचीनकालीन ऐतिहासिक बाराही मेला.2024, बुद्धवार तीसरा दिन—रगानियों के रंगारंग कार्यक्रम में हरेंद्र नागर, दीपा चौधरी एंड पार्टी के कलाकारों ने एक से बढ कर एक रागनी की प्रस्तुति देते हुए शमा बांध दिया
डॉली शर्मा और कशिश चौधरी ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत करते हुए जमकर धमाल मचाया
कर्मवीर बैंसला ने वीर हकीकत राय के किस्से से- अरे मेरे लाल के प्राण बक्श दो, भूलो न अहसान…….. और पिंकी शर्मा ने- मां का राज न बाप की चौधर, प्यार रहा न भाई का,मर्द हो गए गुलाम, घर मे राज लुगाई का…….. रागनियां प्रस्तुत करते हुए खूब तालियां बटोरी
हरेंद्र नागर ने बाराही मेले पर आधारित— बाराही मेले में कैसी छा रही, अजब बाहर, कैसा सजा हुआ रे दरबार……. भजन और रानी निहालदे व नर सुल्तान के किस्से पर आधारित—- सारी झूले सहेली साथ, हिंडोला सजा बाग में……….. रागनी प्रस्तुत करते हुए खूब वाहवाही लूटी
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/गौतमबुद्धनगर
सूरजपुर में चल रहे ऐतिहासिक प्राचीनकालीन बाराही मेला.2024, बुद्धवार, तीसरे दिन ज्ञान इंटनरेशनल स्कूल के नन्हे मुन्हों ने गीत संगीत और नृत्य की खास प्रस्तुति दी। रात्रिकालीन रगानियों के रंगारंग कार्यक्रम में हरेंद्र नागर, दीपा चौधरी एंड पार्टी के कलाकारों ने एक से बढ कर एक रागनी की प्रस्तुति देते हुए शमा बांध दिया। जब कि लोक कला संस्कृति मंच से राजबाला सपेरा एंड पार्टी राजस्थान के कलाकारों द्वारा गीत संगीत के साथ खास नृत्य प्रस्तुत किए गए। सिकंदरनाथ बीन तुंबा पार्टी के कलाकारों के द्वारा कई प्रकार के करतब दिखाते हुए विशेष प्रस्तुति खासा आकषर्ण का केंद्र रही। चौपाल की विशेष प्रस्तुति में नगाडा पार्टी के कलाकारों के द्वारा संगीत और नृत्य की प्रस्तुति ने लोगों का मन मोह लिया। इसके साथ ही कच्ची घोडी और उंट की सवारी भी पूरे मेला प्रांगण में राजस्थानी कला और संस्कृति की झलक दिखालते हुए दिखाई दे रही है। हरेंद्र नागर, कर्मवीर बैंसला, दीपा चौधरी और पिंकी शर्मा ने एक से बढ कर एक रागनियां प्रस्तुत करते हुए श्रोताओं की खूब वाहवाही लूटी। डॉली शर्मा और कशिश चौधरी ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत करते हुए जमकर धमाल मचाया। कर्मवीर बैंसला ने वीर हकीकत राय के किस्से से- अरे मेरे लाल के प्राण बक्श दो, भूलो न अहसान…….. और पिंकी शर्मा ने- मां का राज न बाप की चौधर, प्यार रहा न भाई का,मर्द हो गए गुलाम, घर मे राज लुगाई का…….. रागनियां प्रस्तुत करते हुए खूब तालियां बटोरी।
हरेंद्र नागर ने बाराही मेले पर आधारित— बाराही मेले में कैसी छा रही, अजब बाहर, कैसा सजा हुआ रे दरबार……. भजन और रानी निहालदे व नर सुल्तान के किस्से पर आधारित—- सारी झूले सहेली साथ, हिंडोला सजा बाग में……….. रागनी प्रस्तुत करते हुए खूब वाहवाही लूटी। दीपा चौधरी और हरेंद्र नागर की जोडी ने महाभारत द्रौपदी चीर हरण के प्रसंग से सवाल जवाब की रागनी प्रस्तुत की। शिव मंदिर सेवा समिमि के अध्यक्ष धर्मपाल भाटी, महासचिव ओमवीर बैंसला, कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंघल, मीडिया प्रभारी मूलचंद शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बिजेंद्र ठेकेदार, उपाध्यक्ष जगदीश भाटी एडवोकेट और सुभाष शर्मा जिंस वाले, राजपाल भडाना, महाराज सिंह उर्फ पप्पू, राजपाल , विनोद सिकंद्राबादी, रवि भाटी, अजय शर्मा एडवोकेट आदि पदाधिकारियों ने स्मृति चिन्ह भेंट कर हरेंद्र नागर और दीपा चौधरी एंड पार्टी के कलाकारों को स्मृति चिन्ह भेंट सम्मानित किया।
मीडिया प्रभारी मूलचंद शर्मा ने बताया कि कल दिनांक 26 अप्रैल-2024, दिन शुक्रवार को लार्ड गणेश पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। जब कि रागनियों के रंगारंग कार्यक्रम में रनवीर भडाना और राधा चौधरी एंड पार्टी के कलाकारों में जिले सिंह नागर, रोहताश दायमा, अर्जुन जोनचाना, पायल और सोनी चौधरी अपनी खास प्रस्तुतियां देंगे। इस मौके पर कार्यक्रम में राजवीर शर्मा, भीम खारी, तोलाराम, राकेश बैंसला, अज्जू भाटी, अनिल कपासिया, विनोद पंडित तेल वाले, रूपेश चौधरी और हरि शर्मा आदि मेला समिति के पदाधिकारी और गणमान्यजन उपस्थित रहे।
बाराही माता का चमत्कारः-रूद्र सूरज प्रताप सिंह के अवतरण से माता पिता की आंखे छलकीं
सूरजपुर में ऐतिहासिक प्रचीनकालीन बाराही मेला-2024 इन चल रहा है। बाराही मेले के दौरान ही बाराही माता की असीम अनुंकपा से एक दंपत्ति को 7 साल बाद पुत्र पैदा हुआ। इस वर्ष-2024 में प्राचीनकालीन ऐतिहासिक बाराही मेला सोमवार दिन 22 अप्रैल-2024 से शुरू हुआ है। मन्नत पूरी हुई और दंपत्ति को यह पुत्र रत्न की प्राप्ति भी इस दिन 22 अप्रैल-2024 को हुई। शिव मंदिर बारही मेला समिति के पदाधिकारियों की ओर से संस्कृति मंच पर दंपत्ति का सम्मान किया गया और नवजात शिशु को माल्यापर्ण कर स्वागत किया।
इस दौरान श्याम और उनकी पत्नी प्रियंका की खुशी से आंखे छलक पडी। दपंत्ति श्याम और प्रियंका ने बताया कि शादी से पूरे 7 साल हो गए हैं मगर संतान का सुख नही मिल पा रहा था। सूरजपुर में बाराही मंदिर पर आकर मन्नत मांगी और हुआ भी कुछ ऐसा कि मां बाराही ने उनकी इस इच्छा को पूरा किया आखिर उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति सोमवार , दिनांक 22 अप्रैल-2024 को जब बाराही मेले का आगाज हूआ, हुई। इसलिए इस आस मुराद से उत्पन्न होने वाली पहली संतान का नाम भी रूद्र सूरज प्रताप सिंह रखवाया है।