लगातार गंदगी फैलाने में लगे पी.जी पर ग्रेटर नोएडा प्राकिरण की भृकुटी तन गई
सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए एसीईओ ने फर्मों व संबंधित आरडब्ल्यूए संग की बैठक
एसीईओ ने कहा, कूड़े को गाड़ी आने पर ही फेंकें, जाने के बाद नहीं, अन्यथा पेनल्टी लगेगी
मौहम्मद इल्यास-दनकौरी’’/ग्रेटर नोएडा
हाईटेक सिटी में लगातार गंदगी फैलाने में लगे पी.जी पर ग्रेटर नोएडा प्राकिरण की भृकुटी तन गई है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अब इस तरह की लापरवही बरतने वाले सभी पी.जी पर मोटा जुर्माना लगाने जा रहा है। इस तरह के निर्देश ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ मेधा रूपम ने दिए हैं। ग्रेटर नोएडा की साफ-सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए प्राधिकरण की एसीइओ मेधा रूपम ने बृहस्पतिवार को डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन करने वाली संस्थाओं ब्लू प्लेनेट व आईपीसीए और मैनुअल स्वीपिंग कर रही मैसर्स बिमलराज के साथ बैठक की। इस बैठक में इनसे जुुडे़ सेक्टरों के आरडब्ल्यूए पदाधिकारी भी शामिल हुए। उनसे सेक्टरों की साफ-सफाई से जुड़े मसलों पर फीडबैक लिए गए। उनसे प्राप्त सुझावों पर शीघ्र अमल करने के निर्देश दिए गए। आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों ने बताया कि आवासीय सेक्टरों में चल रहे पीजी के वेस्ट का ढेर लगा रहता है। एसीईओ ने ऐसे सभी पीजी को चिंहित कर पेनल्टी लगाने के निर्देश दिए हैं।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी के निर्देश पर एसीईओ मेधा रूपम ग्रेटर नोएडा के सेक्टरों व गांवों का भ्रमण कर रही हैं। साथ ही साफ-सफाई से जुड़े कॉन्ट्रैक्टरों व उसी एरिया की आरडब्ल्यूए के साथ बैठक भी कर रही हैं। इसी कड़ी में बृहस्पतिवार को एसीईओ ने सेक्टर अल्फा वन व टू, बीटा वन व टू, सेक्टर गामा वन व टू, ओमीक्रॉन वन, वन ए, ओमीक्रॉन टूू व थ्री, पाई वन व टू में सफाई व्यवस्था के लिए जिम्मेदार संस्था ब्लू प्लेनेट व आईपीसीए और मैनुअल स्वीपिंग कर रही मैसर्स बिमलराज के प्रतिनिधियों और इन सेक्टरों की आरडब्ल्यूए को बुलाया गया। उनसे सफाई व्यवस्था पर चर्चा की गई। आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों से प्राप्त शिकायतों को तत्काल निस्तारित करने के निर्देश दिए गए। आने वाले दिनों में अन्य आरडब्ल्यूए और उस एरिया में सफाई व्यवस्था से जुड़ी फर्मों के साथ बैठक की जाएगी। बैठक में सेक्टरवासियों ने बताया कि पेइंग गेस्ट (पीजी) की वजह से बहुत दिक्कत हो रही है। पीजी का कूड़े का ढेर इधर-उधर लगा रहता है। इस पर एसीईओ ने जन स्वास्थ्य विभाग को इन पीजी को चिंहित कर पेनल्टी लगाने के निर्देश दिए। बैठक में यह भी षिकायत आई कि कुछ लोग कूड़ा गाड़ी जाने के बाद कूड़ा फेंकते हैं। एसीईओ ने सभी वाहनों का रूट प्लान टाइम के साथ बनाकर देने को कहा है, ताकि लोगों को सही समय का पता चल सके। इसके बाद भी अगर कोई व्यक्ति कूड़ा वाहन जाने के बाद कूड़ा फेंकता है तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा। इसके अलावा सेक्टर ओमीक्रॉन वन में डस्टबिन और ओमीक्रॉन वन ए में स्ट्रीट लाइट लगवाने की मांग भी सामने आई, जिसे एसीईओ ने शीघ्र पूरा कराने का आश्वासन दिया।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में साइट ऑफिस शुक्रवार से शुरू
प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने दफ्तर शुरू करने के दिए निर्देश
पालतू जानवरों के पंजीकरण के लिए जल्द शुरू होने जा रह ऐप
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों के लिए यह राहत भरी खबर है। प्राधिकरण शुक्रवार से टेकजोन फोर में बने दफ्तर को खोलने जा रहा है। ग्रेनो वेस्ट के निवासी अब इसी दफ्तर में अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे। इस दफ्तर में सीनियर मैनेजर स्तर तक के अधिकारी नियमित तौर पर बैठेंगे। सप्ताह में एक बार एसीईओ स्तर के अधिकारी भी बैठेंगे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने बृहस्पतिवार को परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए इस बाबत निर्देश दे दिए हैं। इसके साथ ही सीईओ ने जनस्वास्थ्य विभाग को पालतू जानवरों के पंजीकरण के लिए ऐप को भी जल्द शुरू करने को कहा है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेष्वरी ने बृहस्पतिवार को जनस्वास्थ्य विभाग के साथ ही कई अन्य परियोजनाओं की समीक्षा की। सीईओ ने साइट ऑफिस को शुक्रवार से ही शुरू करने के निर्देश दिए। इस में सीईओ व एसीईओ का दफ्तर, मीटिंग व वेटिंग रूम, तीन केबिन, रिकॉर्ड रूम और ट्वॉयलेट ब्लॉक बनाए गए हैं। दरअसल, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में करीब 200 बिल्डर सोसाइटियां विकसित हो रही हैं। सेक्टर व गांव इससे अलग हैं। यहां तेजी से आबादी बढ़ रही है। आने वाले दिनों में यह आबादी और बढ़ेगी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का दफ्तर नॉलेज पार्क फोर में बना है। दूर होने के कारण ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों को प्राधिकरण के दफ्तर तक आने-जाने में दिक्कत होती है। इसे देखते हुए टेकजोन फोर में साइट ऑफिस बनाया गया है। इस बारे में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी का कहना है कि साइट ऑफिस के शुरू होने से ग्रेनो वेस्ट की शिकायतें निपटाने में आसानी होगी। इससे ग्रेटर नोएडा के विकास कार्यों को भी रफ्तार मिलेगी। वहीं जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए सीईओ ने पालतू जानवरोें के पंजीकरण ऐप को शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए। शुरू होने के बाद इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर को डाउनलोड किया जा सकेगा। इस पर अपने पालतू जानवरों का पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण शुल्क 500 रुपये होगा। पंजीकरण होने से प्राधिकरण के पास पालतू जानवरों का ब्योरा उपलब्ध रहेगा, जिससे वैक्सीनेशन अभियान को बेहतर तरीके से चलाने में मदद मिलेगी। अगर वे किसी को काटते हैं तो पता चल सकेगा कि वह वैक्सीनेटेड है या नहीं। समीक्षा बैठक में सीईओ ने अस्तौली में लैंडफिल साइट के लिए ले आउट प्लान अतिशीघ्र फाइनल करने के निर्देश दिए। नोएडा की तरह ग्रेटर नोएडा के सीएंडडी वेस्ट प्लांट को अतिशीघ्र शुरू कराने को कहा है। समीक्षा बैठक के दौरान एसीईओ मेधा रूपम, एसीईओ अमनदीप डुली, एसीईओ आनंद वर्धन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे।