
—- मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/ग्रेटर नोएडा —
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बुधवार को दो अलग-अलग कार्रवाइयों में स्वच्छता में लापरवाही बरतने पर जुर्माना और अवैध कब्जे हटाने की सख्त कार्यवाही की। एक ओर बिरौंडी गांव में निरीक्षण के दौरान सफाई की बदहाल स्थिति मिलने पर एजेंसी पर दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया, वहीं सेक्टर 16बी स्थित अजनारा होम्स में 4 अवैध क्योस्क सील किए गए और 9 रेहड़ी-पटरी हटाई गई।

बिरौंडी में सफाई के हालात पर सख्ती: 2 लाख का जुर्माना, वेतन रोका गया
प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने बुधवार को बिरौंडी गांव का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गांव में गंभीर स्तर की गंदगी और नियमित कूड़ा निस्तारण में लापरवाही सामने आई। इस पर एसीईओ ने सफाई कार्य के लिए जिम्मेदार फर्म मैसर्स विमलराज पर ₹2 लाख का जुर्माना लगाया और उसे ब्लैक लिस्ट करने की चेतावनी दी।
इसके साथ ही, विभागीय लापरवाही पर स्वास्थ्य प्रबंधक, सहायक प्रबंधक और सफाई निरीक्षक का एक दिन का वेतन रोकने का आदेश जारी किया गया है। वहीं संबंधित अधिकारियों को तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने का नोटिस भी भेजा गया है।
श्रीलक्ष्मी वीएस ने साफ शब्दों में कहा कि प्राधिकरण के अनुबंधित ठेकेदार अगर सफाई व्यवस्था में कोताही बरतते हैं तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने आम नागरिकों से भी अपील की कि कूड़ा सार्वजनिक स्थानों पर न फेंकें, डस्टबिन का प्रयोग करें और स्वच्छ ग्रेटर नोएडा अभियान में भागीदार बनें।

अजनारा होम्स में अवैध निर्माण पर एक्शन: क्योस्क सील, रेहड़ी-पटरी जब्त
प्राधिकरण के नियोजन विभाग को सेक्टर 16बी स्थित अजनारा होम्स सोसायटी के निवासियों से अवैध दुकानों और रेहड़ी-पटरी की शिकायतें मिली थीं। इसके बाद एसीईओ प्रेरणा सिंह के निर्देश पर परियोजना विभाग की वर्क सर्कल-1 की टीम ने बुधवार को मौके पर कार्रवाई की।
टीम ने प्रभारी प्रभात शंकर के नेतृत्व में चार अवैध क्योस्क को सील किया और 9 रेहड़ी-पटरी जब्त की। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इन अवैध ढांचों के कारण आवागमन में बाधा उत्पन्न हो रही थी और असामाजिक तत्वों का जमावड़ा बढ़ रहा था।

प्राधिकरण ने स्पष्ट किया है कि सार्वजनिक स्थलों पर अवैध निर्माण और कब्जों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और जनहित में निरंतर ऐसी कार्रवाइयाँ जारी रहेंगी।