
सप्लाई जल के दुरुपयोग और निवासियों को पानी की किल्लत के लिए जिम्मेदार प्रबंधन पर कार्रवाई
मौहम्मद इल्यास- :दनकौरी”/ग्रेटर नोएडा
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के जल विभाग ने अजनारा होम्स सोसाइटी पर ₹5 लाख का जुर्माना लगाया है।
यह कार्रवाई सोसाइटी में पानी की किल्लत की शिकायतों के बाद, सप्लाई जल के अनुचित उपयोग और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण संबंधी नियमों के उल्लंघन को लेकर की गई।
💧 क्या है मामला
सोशल मीडिया के माध्यम से प्राधिकरण को सूचना मिली कि अजनारा होम्स सोसाइटी के निवासी पानी की गंभीर किल्लत का सामना कर रहे हैं।
जांच के लिए भेजी गई जल विभाग की टीम ने पाया कि सोसाइटी का मोटर पंप खराब था, जिससे घरेलू जल आपूर्ति प्रभावित हो रही थी।
इसके साथ ही, यह भी सामने आया कि प्राधिकरण द्वारा सप्लाई किए गए मीठे पानी का उपयोग उद्यान कार्यों, फ्लशिंग और हाउसकीपिंग जैसे गैर-घरेलू कार्यों में किया जा रहा था, जो NGT (राष्ट्रीय हरित अधिकरण) के स्पष्ट दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है।
⚖️ NGT दिशानिर्देशों की अवहेलना
NGT के निर्देशों के अनुसार, सप्लाई जल का उपयोग केवल पीने और घरेलू उपयोग के लिए ही किया जा सकता है, जबकि फ्लशिंग, हाउसकीपिंग व बागवानी जैसे कार्यों के लिए एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) से शोधित पानी का प्रयोग अनिवार्य है।
जल विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक राजेश कुमार ने बताया कि इस उल्लंघन के चलते सोसाइटी प्रबंधन पर ₹5 लाख की पेनल्टी लगाई गई है।
🗣️ प्राधिकरण की सख्त चेतावनी और अपील
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ सुनील कुमार सिंह ने कहा:
“सोसाइटी प्रबंधन को चाहिए कि वह जल आपूर्ति नेटवर्क को तुरंत दुरुस्त करे ताकि निवासियों को मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशानी न उठानी पड़े।
साथ ही, गैर-घरेलू उपयोग के लिए शोधित पानी (STP water) का ही इस्तेमाल सुनिश्चित किया जाए।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि भविष्य में कोई हाउसिंग सोसाइटी सप्लाई जल का दुरुपयोग करती पाई गई, तो उसके विरुद्ध और कठोर कार्रवाई की जाएगी।
📌 सतत शहर विकास की नींव
यह कार्रवाई प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण, नियमों के पालन और जनता को मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में एक आवश्यक और नजीर बनाने वाली पहल है।
प्राधिकरण ने सभी हाउसिंग सोसाइटीज़ से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि जल प्रबंधन में जिम्मेदारी ही सतत शहर विकास की नींव है।
✍🏻 ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण – जनहित, पर्यावरण और अनुशासन के प्रति प्रतिबद्ध