ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में बड़ी सख़्ती: कूड़े के निस्तारण में लापरवाही पर बल्क वेस्ट जनरेटरों पर होगी कार्रवाई


– सीईओ के निर्देश पर प्राधिकरण ने बुलाई अहम बैठक, नियमों के पालन पर जोर

  मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/ ग्रेटर नोएडा
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अब शहर में कूड़े के निस्तारण को लेकर और अधिक सख़्त रुख अपनाने जा रहा है। कूड़े को उचित रूप से निस्तारित न करने वाले बल्क वेस्ट जनरेटरों (BWGs) पर अब कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। इस दिशा में शुक्रवार को प्राधिकरण के बोर्ड रूम में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।

यह बैठक प्राधिकरण के सीईओ एन. जी. रवि कुमार के निर्देश पर प्रमुख महाप्रबंधक (पीजीएम) संदीप चंद्रा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में ग्रेटर नोएडा के सभी प्रमुख बल्क वेस्ट जनरेटरों के प्रतिनिधियों को बुलाया गया, जहां उन्हें सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 और संशोधित नियम 2024 के प्रावधानों की विस्तृत जानकारी दी गई।

कूड़े का निस्तारण खुद करना होगा अनिवार्य

पीजीएम संदीप चंद्रा ने स्पष्ट रूप से बताया कि इन नियमों के तहत हर बल्क वेस्ट जनरेटर के लिए अपने परिसर में ही कूड़े का प्राथमिक और वैज्ञानिक निस्तारण करना अनिवार्य है।
कोई भी संस्था इस जिम्मेदारी से बच नहीं सकती।
यदि किसी भी संस्था द्वारा इस कार्य में लापरवाही की गई तो उनके खिलाफ जुर्माना, सीलिंग एवं अन्य दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

स्वास्थ्य विभाग पर भी होगी निगरानी

प्राधिकरण ने यह भी साफ किया कि कूड़े के निस्तारण में किसी अधिकारी या कर्मचारी की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पीजीएम ने चेतावनी देते हुए कहा—

“यदि जांच में पाया गया कि बल्क वेस्ट जनरेटरों की लापरवाही में स्वास्थ्य विभाग के किसी अधिकारी या कर्मचारी की मिलीभगत है, तो उसके विरुद्ध भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।”

तेज़ समन्वय के लिए बना व्हाट्सएप ग्रुप

बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि प्राधिकरण स्वास्थ्य विभाग और सभी बल्क वेस्ट जनरेटरों के लिए एक संयुक्त व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाएगा।
इस ग्रुप में—

  • सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट से जुड़े सभी निर्देश
  • समय-समय पर निरीक्षण की जानकारी
  • रिपोर्टिंग और अनुपालन की अपडेट

रियल टाइम में साझा की जाएंगी ताकि किसी भी स्तर पर भ्रम या देरी न रहे।

समाधान आधारित सुझाव भी साझा हुए

बैठक के दौरान संस्थानों ने अपने-अपने कैंपस में कूड़े के पृथक्कीकरण और निस्तारण से जुड़े सुझाव और चुनौतियाँ भी साझा कीं। प्राधिकरण अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि नियमों के अनुरूप सभी तकनीकी सहायता और मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाएगा, लेकिन लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

बैठक में उपस्थित अधिकारी

  • संदीप चंद्रा — प्रमुख महाप्रबंधक, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण
  • राजेश कुमार — वरिष्ठ प्रबंधक
  • स्वास्थ्य विभाग के सभी प्रबंधक
  • फीडबैक फाउंडेशन के प्रतिनिधि

बैठक के अंत में प्राधिकरण ने पुनः स्पष्ट किया कि शहर को स्वच्छ और व्यवस्थित बनाए रखने के लिए सभी बल्क वेस्ट जनरेटरों को नियमों का पूरी तरह पालन करना होगा, अन्यथा दंडात्मक कार्रवाई तय है।


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