गलगोटिया विश्वविद्यालय की शानदार छलांग: ‘मोस्ट इम्प्रूव्ड’ कैटेगरी में देश के टॉप मीडिया कॉलेजों में शामिल

 

2020 में रैंक 32 से 2025 में रैंक 16 पर पहुंचा स्कूल ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन स्टडीज

मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/ यीडा सिटी

गलगोटिया विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन स्टडीज ने इंडिया टुडे रैंकिंग 2025 में शानदार छलांग लगाते हुए देश के शीर्ष जनसंचार संस्थानों में अपनी जगह बना ली है।
वर्ष 2020 में रैंक 32 से सीधे रैंक 16 पर पहुंचने वाले इस स्कूल को ‘मोस्ट इम्प्रूव्ड’ श्रेणी में मान्यता मिली है—जो इसके नवाचार, उद्योग-समेकन और भविष्य के लिए तैयार शिक्षा के प्रति समर्पण को दर्शाता है।  भारत में मीडिया शिक्षा की दुनिया में गलगोटिया विश्वविद्यालय ने एक नया मानक स्थापित किया है
यह सफलता उन तमाम छात्रों और शिक्षकों की मेहनत का परिणाम है, जो आधुनिक मीडिया के भविष्य को आकार देने में जुटे हैं।

गलगोटिया विश्वविद्यालय के सीईओ डॉ. ध्रुव गलगोटिया ने कहा—

“हमारा उद्देश्य छात्रों को आने वाले मीडिया युग के लिए आवश्यक कौशल और सोच से लैस करना है। यह रैंकिंग हमारी अनुभव आधारित शिक्षा, तकनीकी नवाचार और वैश्विक सहयोग की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।”


🎥 क्लासरूम से न्यूज़रूम तक का सेतु

विश्वस्तरीय अधोसंरचना से युक्त इस स्कूल में फुली-इक्विप्ड न्यूज़ स्टूडियो, क्रोमा की सेट, प्रोडक्शन कंट्रोल रूम और प्लग-इन पॉडकास्ट लैब जैसे अत्याधुनिक संसाधन मौजूद हैं।
यहां छात्र अपना कंटेंट खुद तैयार करते हैं, रिकॉर्ड करते हैं और प्रकाशित करते हैं, जिससे संपादन, विजुअल स्टोरीटेलिंग और डिजाइन कौशल में गहराई से विकास होता है।


🤖 एआई लैब: मीडिया में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का समावेश

स्कूल में स्थापित AI लैब छात्रों को वर्चुअल एंकरिंग, ऑटोमैटिक एडिटिंग, और कंटेंट शेड्यूलिंग जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षित कर रहा है।
डॉ. ध्रुव गलगोटिया ने कहा—

“ये विचार भविष्य के नहीं, वर्तमान के हैं। हम चाहते हैं कि हमारे छात्र डिजिटल स्टोरीटेलिंग और कंटेंट क्रिएशन के भविष्य के अगुवा बनें।”


🌐 वैश्विक सहयोग और प्रोजेक्ट-आधारित मूल्यांकन प्रणाली

ननयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (सिंगापुर) और यूएई यूनिवर्सिटी के साथ साझेदारी से छात्रों को अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान, एक्सचेंज प्रोग्राम और क्रॉस-कल्चरल लर्निंग के अवसर मिल रहे हैं।
स्कूल ने Project-Based Learning (PBL) को अपनाते हुए पारंपरिक परीक्षा पद्धति के स्थान पर प्रदर्शन आधारित मूल्यांकन प्रणाली को लागू किया है, जिससे छात्र बनाना, प्रस्तुत करना और प्रसारित करना सीखते हैं।


📰 छात्रों द्वारा संचालित मीडिया प्लेटफॉर्म: GNN और YuvaJunction

GNN (Galgotias News Network) जैसे प्लेटफॉर्म पर छात्र स्वयं रिपोर्टिंग, संपादन और प्रसारण का नेतृत्व करते हैं।
वहीं, YuvaJunction.co.in जैसे डिजिटल पोर्टल के ज़रिए छात्र अपनी रचनात्मकता और प्रोजेक्ट को आम जनता तक पहुंचाते हैं—यह उनके लिए एक पोर्टफोलियो मंच भी बन चुका है।


नवाचार, उत्कृष्टता और नेतृत्व का प्रतीक

गलगोटिया विश्वविद्यालय का स्कूल ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन स्टडीज न केवल तकनीकी रूप से दक्ष और उद्योग के अनुरूप पत्रकार तैयार कर रहा है, बल्कि संवाद, रचनात्मकता और नेतृत्व की भावना भी उनमें विकसित कर रहा है।

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