कश्मीर से कन्याकुमारी तक — एकता, फिटनेस और जज़्बे की साइकिलिंग यात्रा पर देशभर के साइक्लिस्ट


🚴‍♂️ “कश्मीर से कन्याकुमारी तक — एकता, फिटनेस और जज़्बे की साइकिलिंग यात्रा पर देशभर के साइक्लिस्ट, ग्रेटर नोएडा के एडवोकेट संजीव वर्मा सहित 150 राइडर्स का मिशन इंडिया”

मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/  ग्रेटर नोएडा

देश की एकता, फिटनेस और साहस का संदेश लेकर भारत के विभिन्न राज्यों से चयनित 150 साइक्लिस्टों की टीम 1 नवंबर से एक ऐतिहासिक यात्रा पर निकल रही है।
यह 16 दिवसीय “साइकिलिंग एकता यात्रा – 2025” खेलो इंडिया और फिट इंडिया मूवमेंट के तहत आयोजित की जा रही है। यात्रा कश्मीर से शुरू होकर कन्याकुमारी तक पहुंचेगी, जिसमें साइक्लिस्ट रोज़ाना 200 से 250 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे।


🌄 एकता, फिटनेस और साहस का अनोखा संगम

यह अभियान सिर्फ साइक्लिंग एडवेंचर नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता, स्वास्थ्य और अनुशासन का प्रतीक है।
यात्रा के दौरान साइक्लिस्ट कश्मीर, जम्मू, दिल्ली, जयपुर, उदयपुर, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, सोलापुर और धरमपुरी से गुजरेंगे और 16 नवंबर की रात कन्याकुमारी में इस मिशन का समापन करेंगे।
राइडर्स को रास्ते में बर्फीली हवाओं से लेकर रेगिस्तानी गर्मी और पहाड़ी रास्तों की कठिन चुनौतियों का सामना करना होगा।


Advocate Samjive Warma
Advocate Samjive Warma

🧑‍⚖️ ग्रेटर नोएडा के एडवोकेट संजीव वर्मा का मिशन – “फिटनेस ही असली आज़ादी”

गौतमबुद्ध नगर के वरिष्ठ अधिवक्ता संजय वर्मा, जो सुप्रीम कोर्ट में भी प्रैक्टिस करते हैं और दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन गौतम बुद्ध नगर के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं, इस यात्रा के प्रमुख साइक्लिस्टों में शामिल हैं।

एडवोकेट संजीव वर्मा पहले भी कई रोमांचक यात्राएँ पूरी कर चुके हैं —

ग्रेटर नोएडा से दिल्ली,

ग्रेटर नोएडा से गोवा,

और सबसे कठिन ग्रेटर नोएडा से लद्दाख (खारदुंगला पास) तक साइकिल यात्रा करके नया रिकॉर्ड बना चुके हैं।

इस बार वे पूरे भारत को साइकिल से नापने का संकल्प लेकर निकल रहे हैं।
उनके शब्दों में —

“यह यात्रा सिर्फ मेरे लिए नहीं, बल्कि हर उस भारतीय के लिए है जो मानता है कि फिट रहना ही सच्ची आज़ादी है।”


🚴‍♀️ इंदौर की टीम भी देगी फिट इंडिया का संदेश

इस यात्रा में इंदौर (मध्य प्रदेश) के चार जांबाज़ साइक्लिस्ट भी शामिल हैं, जो देशभर के 150 राइडर्स में चयनित हुए हैं।
इनमें प्रमुख नाम हैं —

डा. सुरेश कुमार पासवान — पाँच बार ‘सुपर रैंडोनेर’, जिन्होंने गोवा से रामेश्वरम और लंदन–एडिनबर्ग–लंदन जैसी अंतरराष्ट्रीय राइड्स पूरी की हैं।

गणेश प्रसाद काले — अनुभवी साइक्लिस्ट, जिन्होंने इंदौर से अयोध्या और भोपाल–मालेगांव तक लंबी दूरी तय की है।

राजेश हिरानी — अपनी सहनशक्ति और अनुशासन के लिए प्रसिद्ध, कई मैराथन राइड्स पूरी कर चुके हैं।

कृष्णकांत कुमार — तेज़ गति और स्टैमिना के लिए जाने जाते हैं, जिन्होंने इंदौर से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक की कठिन राइड पूरी की है।

इंदौर टीम का कहना है —

“हमारा लक्ष्य सिर्फ यात्रा पूरी करना नहीं, बल्कि हर राज्य में फिटनेस, भाईचारे और एकता का संदेश देना है।”


🩺 सुरक्षा, चिकित्सा और अनुशासन पर विशेष ध्यान

पूरी यात्रा के दौरान आर्मी कैंप्स, सपोर्ट व्हीकल्स और मेडिकल टीमें साइक्लिस्टों के साथ रहेंगी।
भोजन, हाइड्रेशन और रेस्ट पॉइंट्स की विस्तृत व्यवस्था की गई है। आयोजन समिति का कहना है कि यह यात्रा ‘सुरक्षित भारत, स्वस्थ भारत’ के संदेश के साथ देश को एक नई प्रेरणा देगी।


🏅 पुरस्कार और प्रेरणा का सफर

एडवोकेट संजीव वर्मा और इंदौर की टीम दोनों ही अपने-अपने क्षेत्रों में साइक्लिंग को लेकर अनेक उपलब्धियाँ हासिल कर चुके हैं।
फिट इंडिया और खेलो इंडिया जैसे अभियानों को नई ऊर्जा देने के लिए ये साइक्लिस्ट “मिशन इंडिया ऑन व्हील्स” को जीवंत कर रहे हैं।


🇮🇳  “फिटनेस ही असली देशभक्ति है।”

जब कश्मीर की वादियों से लेकर कन्याकुमारी के तट तक ये साइक्लिस्ट अपने पैडल घुमाएंगे, तब हर मोड़ पर एक संदेश गूंजेगा —
“फिटनेस ही असली देशभक्ति है।”

यह यात्रा केवल किलोमीटरों का सफर नहीं, बल्कि एक भारत, श्रेष्ठ भारत की आत्मा को साइकिल के पहियों पर सवार करने की प्रेरक कहानी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate

can't copy