
कश्मीर से कन्याकुमारी तक ‘साइक्लिंग एकता यात्रा’ — गौतमबुद्ध नगर के एडवोकेट संजीव वर्मा सहित देशभर के 150 साइक्लिस्ट कर रहे 4250 किमी की ऐतिहासिक यात्रा

मौहम्मद इल्यास – “दनकौरी” / ग्रेटर नोएडा
देश की एकता, फिटनेस और साहस का संदेश लेकर कश्मीर से कन्याकुमारी तक 4250 किलोमीटर लंबी ऐतिहासिक ‘साइक्लिंग एकता यात्रा’ जारी है। यह राष्ट्रीय आयोजन खेलो इंडिया और फिट इंडिया मूवमेंट के तहत किया जा रहा है।
इसमें देशभर से चुने गए 150 साइक्लिस्ट भाग ले रहे हैं, जिनमें गौतमबुद्ध नगर जिला दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट संजीव वर्मा भी शामिल हैं।
यह यात्रा सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती (31 अक्टूबर 2025) के दिन कश्मीर से प्रारंभ हुई और 16 नवंबर 2025 को कन्याकुमारी में सम्पन्न होगी।
रूट में साइक्लिस्ट जम्मू, दिल्ली, जयपुर, उदयपुर, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, सोलापुर और धरमपुरी से होते हुए दक्षिण भारत के सागर तट तक पहुँचेंगे।

एडवोकेट संजीव वर्मा ने बताया कि उनकी टीम अब तक लगभग 2000 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर चुकी है और वर्तमान में गुजरात स्थित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ (सरदार वल्लभभाई पटेल की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा) पर पहुँच चुकी है।
वर्मा ने कहा —
“यह यात्रा केवल साइक्लिंग नहीं, बल्कि एकता, स्वास्थ्य और अनुशासन का प्रतीक है। हम हर पैडल के साथ देश को संदेश दे रहे हैं कि ‘फिटनेस ही असली आज़ादी है।’”
इस दौरान साइक्लिस्ट प्रतिदिन लगभग 200 से 250 किलोमीटर की दूरी तय कर रहे हैं।
उनके ठहराव के लिए आर्मी कैंप्स, मेडिकल टीम और सपोर्ट व्हीकल्स की व्यवस्था की गई है ताकि सुरक्षा और स्वास्थ्य दोनों सुनिश्चित रहें।
इंदौर से शामिल चार साइक्लिस्ट —
- डॉ. सुरेश कुमार पासवान, पाँच बार ‘सुपर रैंडोनेर’, जिन्होंने गोवा से रामेश्वरम और लंदन–एडिनबर्ग–लंदन जैसी राइड्स पूरी की हैं।
- गणेश प्रसाद काले और राजेश हिरानी, दोनों अनुभवी राइडर्स हैं जिन्होंने इंदौर से अयोध्या और भोपाल–मालेगांव जैसी लंबी दूरी तय की है।
- कृष्णकांत कुमार, तेज गति और सहनशक्ति के लिए प्रसिद्ध, जिन्होंने इंदौर से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक सफल राइड की है।
इन साइक्लिस्टों का कहना है कि यह यात्रा केवल एक रोमांचक अभियान नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता, फिटनेस और अनुशासन का जीवंत उदाहरण है।
एडवोकेट संजीव वर्मा पहले भी ग्रेटर नोएडा से लद्दाख की खार डूंगला चोटी और ग्रेटर नोएडा से गोवा तक साइकिलिंग कर चुके हैं।
कोविड-19 महामारी के दौरान शुरू हुई उनकी साइक्लिंग दिनचर्या अब रोजमर्रा का हिस्सा बन चुकी है। वे प्रतिदिन ग्रेटर नोएडा की 130 मीटर रोड से दनकौर और नोएडा तक साइक्लिंग करते हैं।
यात्रा के दौरान साइक्लिस्टों को बर्फीली हवाओं से लेकर रेगिस्तानी गर्मी और पहाड़ी रास्तों की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, फिर भी जोश और उत्साह बरकरार है।

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