मर्चेन्ट नेवी में नौकरी लगवाने का झांसा दे, लाखों ठगे

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मर्चेन्ट नेवी में नौकरी लगवाने का झांसा दे, लाखों ठगे

नौकरी पक्की नही है, जब यह पता चला तो मानो पैरो तले से जमीन खिसक गई

मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/गौतमबुद्धनगर

मर्चेन्ट नेवी में नौकरी का झांसा दे ठगी किए जाने का मामला प्रकाश में आया हैं। नौकरी लगवाने की एवज में तीन लोगों से लाखों रूपये ठग लिए गए। नौकरी पक्की नही है जब यह पता चला तो मानो पैरो तले से जमीन की खिसक गई। इस बात की शिकायत करते हुए जब रूपये वापस मांगे तो जाति सूचक शब्द कहते हुए जाने से मारने की धमकियां तक दी गई। इस मामले में थाना जेवर कोतवाली पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया है।

लेखराज पुत्र हरस्वरूप निवासी ग्राम हबीबपुर अनुसूचित जाति, थाना खुर्जा, जिला बुलंदशहर को संजीव पुत्र इंद्रपाल से नौकरी लगवाने के लिए प्रवीन निवासी गांव धनसिया थाना जेवर ने मिलवाया। मर्चेन्ट नेवी में नौकरी लगवाने की बात पक्की हो गई और फिर लेखराज ने 1 लाख 10 हजार रूपये संजीव के दोस्त सुरेंद्र सिंह और नीरज कुमार पाठक के खाते में कुछ कागज बनवाने के लिए भेज दिए और 1 लाख रूपये नकद संजीव को दे दिए। इस दौरान लेखराज का दोस्त प्रदीप भी साथ था। प्रदीप वीवो कंपनी में नौकरी कर रहा था। संजीव ने प्रदीप को भी मर्चेन्ट नेवी में नौकरी दिलाने के सब्जबाग दिखाते हुए फंसा लिया। प्रदीप ने भी संजीव और उसके साथियों को साढे तीन लाख रूपये में से 1 लाख रूपये नकद चौरोली मोड पर एक फोटोस्टेट की दुकान पर दे दिए। यही नहीं मनिकांत पुत्र बाकेलाल निवासी ग्राम हबीबपुर थाना खुर्जा बुलंदशहर को नौकरी लगाने के लिए फंसाया गया और 1 लाख रूपये नकद ले लिए गए। संजीव और उसके साथी मनिकांत को मुंबई ले गए और फिर घर से 1 लाख रूपये और मंगवाए। नौकरी मिलने की आस मेंं मानिकांत ने 50 हजार रूपये और संजीव के साथी मार्टिन के खाते में जमा किए। संजीव और उसके साथियों ने मानिकांत की फर्जी ज्वानिंग करा दी। मनिकांत 9 महीने मीनाक्षी जहाज पर रहा और जिसके लिए उसे केवल 8 हजार रूपये प्रतिमाह मिला। जब कि मनिकांत को संजीव और उसके साथियों ने 45 हजार रूपया सैलरी मिलना बताया था। जब यह सारा भेद खुल गया तो लेखराज और प्रदीप जिनकी ज्वाइनिंग भी नही कराई गई थी, रूपये वापस मांगे।

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संजीव और उसके साथियों ने रूपये वापस मांगने पर जाति सूचक शब्द कहते हुए जान से मारने की तक की धमकियां दे डाली। इस बात की शिकायत पीडितों की ओर से पुलिस से की गई और फिर पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर से कार्यवाही किए जाने की मांग की गई। पुलिस के स्तर से जब आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही नही की गई तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया। इस मामले में न्यायालय एडीजेएस/एससी-एसटी गौतमबुद्धनगर ने मामला दर्ज कर विवेचना किए जाने के आदेश दिए हैं। थाना जेवर पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर संजीव पुत्र इंद्रपाल, इंद्रपाल पुत्र नामालूम, संजीव के चाचा का लडका पुत्र नामालूम निवासीगण ग्राम चौरोली, थाना जेवर, जिलाः- गौतमबुद्धनगर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

 

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