ग्रेटर नोएडा के ओएसडी संतोष कुमार बृहस्पतिवार को भी अचानक से ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित गांव वैदपुरा, सैनी व भोला रावल पहुंच गए। सैनी व वैदपुरा के बीच मुख्य मार्ग की पटरियों पर जगह-जगह कूड़ा बिखरा दिखा, जिस पर ओएसडी ने फर्म मैसर्स साईंनाथ पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगा दिया और इनकी तत्काल सफाई कराने के निर्देश दिए। इन तीनों गांवों के नालियों की हालत भी खराब दिखी। नालियों में सिल्ट जमा दिखी। स्लोप ठीक न होने के कारण पानी की निकासी नहीं हो पा रही। संतोष कुमार ने नालियों की मरम्मत और सफाई के लिए परियोजना विभाग को पत्र लिखा है। ओएसडी ने इन गांवों की समस्याओं से सीनियर अधिकारियों को भी अवगत कराया है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार कि निर्देश पर ओएसडी स्वास्थ्य संतोष कुमार अपनी टीम के साथ रोजाना गांवों व सेक्टरों में सफाई व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। बृहस्पतिवार को ओएसडी स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक नथोली सिंह व अन्य टीम के साथ सैनी व वैदपुरा पहुंचे। ओएसडी ने इन दोनों गांवों की सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान गांव के लोग भी आ गए। उन्होंने गांव की समस्याओं से ओएसडी को अवगत कराया। ग्रामीणों ने नियमित सफाई न होने की बात कही। सैनी व वैदपुरा के बीच मुख्य मार्ग की पटरियों पर जगह-जगह कूड़ा बिखरा दिखा, जिस पर ओएसडी ने फर्म मैसर्स साईंनाथ पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। इसकी तत्काल सफाई कराने के निर्देश दिए। ओएसडी के निरीक्षण के दौरान नालियों व ड्रेन में पॉलिथीन और सिल्ट भरी हुई थी। पानी ओवरफ्लो होता दिखा।
ओएसडी ने इसकी जानकारी परियोजना विभाग को दे दी है। इसके बाद वे भोला रावल भी गए। वहां भी ऐसी ही स्थिति दिखी। सफाई व्यवस्था खराब दिखी। जिस पर ओएसडी ने कड़ी नाराजगी जताते हुए अभियान चलाकर इन गांवों मेें सफाई कराने के निर्देश दिए और नियमित सफाई कराने को कहा। ओएसडी ने इन गांवों की समस्या से सीनियर अधिकारियों को भी अवगत करा दिया है। ओएसडी संतोष कुमार ने कहा है कि शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए बिना पूर्व सूचना के औचक निरीक्षण का अभियान आगे भी जारी रहेगा।