
थाना फेस-1 पुलिस ने किया खुलासा, बेरोजगारी और उम्र सीमा पार कर चुके युवाओं को बेचते थे फर्जी मार्कशीट और सर्टिफिकेट

क्राइम रिपोर्टर/ गौतमबुद्धनगर
पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर के थाना फेस-1 क्षेत्र में फर्जी शैक्षिक दस्तावेज बनाने वाले गिरोह का खुलासा हुआ है। पुलिस ने दो शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है और इनके कब्जे से भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल होने वाली सामग्री बरामद की है।
कब, कहां और कैसे हुई गिरफ्तारी
थाना फेस-1 पुलिस ने दिनांक 2 जुलाई को जल बोर्ड ऑफिस, सेक्टर-1 नोएडा के पास से दो आरोपियों—अभिमन्यु गुप्ता और धर्मेंद्र गुप्ता—को गिरफ्तार किया। दोनों मूल रूप से कानपुर के रहने वाले हैं लेकिन वर्तमान में नोएडा के सेक्टर 100 और 99 में रह रहे थे।
ऐसे करते थे ठगी का खेल
पुलिस जांच में सामने आया है कि ये आरोपी बेरोजगार, परीक्षा में फेल या नौकरी की उम्र सीमा पार कर चुके युवाओं को टारगेट करते थे। आरोपियों ने गूगल से विभिन्न विश्वविद्यालयों और बोर्डों का डेटा जुटाकर ग्राहकों की पसंद अनुसार उम्र, अंक और प्रतिशत के साथ फर्जी मार्कशीट और माइग्रेशन सर्टिफिकेट तैयार करते थे। इन जालसाजों की “सेवाएं” लेने के लिए ग्राहक 80 हजार से लेकर 2 लाख रुपये तक चुकाते थे।

बरामद हुआ फर्जीवाड़े का जखीरा
पुलिस ने मौके से जो सामग्री बरामद की, वह इस पूरे नेटवर्क की गंभीरता को दर्शाती है। बरामद वस्तुओं में शामिल हैं:
- 66 फर्जी मार्कशीट
- 07 माइग्रेशन सर्टिफिकेट
- 22 रिज्यूमे
- 14 प्लेन एग्जामिनेशन कॉपी
- 09 डेटा शीट
- 04 फर्जी मोहर
- 02 लैपटॉप, 02 प्रिंटर, 07 मोबाइल फोन
- 14 बैंक चेकबुक, 08 एटीएम/डेबिट/क्रेडिट कार्ड
- 09 मोबाइल सिम कार्ड
- अन्य दस्तावेज और डिवाइस

पुलिस का बयान
डीसीपी नोएडा, यमुना प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया, “यह गिरोह काफी व्यवस्थित ढंग से काम कर रहा था। यह सिर्फ फर्जी दस्तावेज बनाना नहीं, बल्कि शिक्षा व्यवस्था और नौकरी प्रणाली पर गहरा प्रहार है।”
गिरफ्तार आरोपियों का परिचय
- अभिमन्यु गुप्ता (40 वर्ष), मूल निवासी: गोविंद नगर, कानपुर; वर्तमान पता: सेक्टर 100, नोएडा
- धर्मेंद्र गुप्ता (42 वर्ष), मूल निवासी: बर्रा, कानपुर; वर्तमान पता: सेक्टर 99, नोएडा
दोनों आरोपियों के खिलाफ थाना फेस-1 में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 318(4)/338/336(3)/340(2)/3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

नोएडा पुलिस की यह कार्रवाई बड़ी सफलता
नोएडा पुलिस की यह कार्यवाही न सिर्फ जालसाजों के खिलाफ बड़ी सफलता है, बल्कि समाज को यह संदेश भी देती है कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी है।