आपातकाल: लोकतंत्र पर हमला, जनमानस की आवाज़ पर पहरा — भाजपा ने काली रात को किया याद

 

—मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/गौतमबुद्धनगर

भारतीय जनता पार्टी गौतमबुद्ध नगर द्वारा 25 जून 1975 की “आपातकाल” की बरसी पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जहां जिला कार्यालय पर “आपातकाल पर सत्याग्रह प्रदर्शनी” का आयोजन हुआ, वहीं दादरी व बादलपुर मंडल में पत्रकार वार्ता और गोष्ठी के माध्यम से उस कालखंड की भयावह स्मृतियों को साझा किया गया।


गौतमबुद्ध नगर भाजपा कार्यालय में सत्याग्रह प्रदर्शनी का आयोजन

प्रेस की आज़ादी और संविधान की रक्षा के संकल्प को दोहराया

जिला कार्यालय पर आयोजित सत्याग्रह प्रदर्शनी का उद्घाटन भाजपा क्षेत्रीय उपाध्यक्ष मानसिंह गोस्वामी और जिलाध्यक्ष अभिषेक शर्मा ने किया। उन्होंने कहा कि 25 जून 1975 की रात देश में लोकतंत्र का गला घोंटा गया। प्रेस की स्वतंत्रता को समाप्त कर विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया गया।

दादरी विधायक मास्टर तेजपाल नागर ने कहा कि इंदिरा गांधी सरकार ने सत्ता बचाने के लिए संविधान की आत्मा को कुचल दिया। प्रेस की आवाज दबाने के लिए अखबारों की बिजली काटी गई और पत्रकारों को जेल भेजा गया।

जिलाध्यक्ष अभिषेक शर्मा ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि आपातकाल में एक परिवार को संविधान से ऊपर स्थापित करने का प्रयास किया गया, जिससे लोकतंत्र शर्मसार हुआ।


पत्रकार वार्ता में कांग्रेस पर तीखे हमले

सत्ता के लालच में कुचला गया लोकतंत्र, संविधान को बनाया निशाना

सेक्टर ईटा-ए स्थित दादरी विधायक कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में मानसिंह गोस्वामी ने कहा कि अनुच्छेद 352 का दुरुपयोग कर कांग्रेस ने भारतीय लोकतंत्र को रौंद डाला। सत्ता के मोह में उसने प्रेस, न्यायपालिका और विपक्ष को बंधक बना दिया।


बादलपुर मंडल में भव्य गोष्ठी, लोकतंत्र सेनानियों को किया गया नमन

जनप्रतिनिधियों ने आपातकाल के दमन और अत्याचार की घटनाओं को किया उजागर

पटवारी का बाग गांव, बादलपुर मंडल में आयोजित गोष्ठी में मुख्य अतिथि नोएडा विधायक व भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज सिंह, विशिष्ट अतिथि मानसिंह गोस्वामी, दादरी विधायक तेजपाल नागर और जिलाध्यक्ष अभिषेक शर्मा शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता आपातकाल लोकतंत्र सेनानी किशनलाल पाराशर ने की, संचालन दीपक भारद्वाज ने किया।


प्रेस की स्वतंत्रता से कांग्रेस को डर — पंकज सिंह

नेहरू से लेकर आज तक, कांग्रेस की मानसिकता नहीं बदली

पंकज सिंह ने कहा कि 1975 का आपातकाल भारतीय लोकतंत्र का सबसे काला अध्याय था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 1951 में नेहरू काल से लेकर 1988 में राजीव गांधी तक और आज भी प्रेस की आज़ादी पर हमला किया। यह स्पष्ट है कि कांग्रेस अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से डरती है।


सैकड़ों कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों की भागीदारी से कार्यक्रम हुआ ऐतिहासिक

लोकतंत्र की चेतना और स्मृति को जीवित रखने का संदेश

इस अवसर पर पूर्व जिलाध्यक्ष विजय भाटी, जिला महामंत्री धर्मेंद्र कोरी, उपाध्यक्ष सतेंद्र नागर, देवा भाटी, पवन नागर, वीरेंद्र भाटी, अर्पित तिवारी, धीर राणा, अमन कौशिक, ओमकार भाटी, अशोक रावल, मनवीर नागर, सुधीर कौशिक, रवि जिंदल, राजीव सिंघल, अरुण प्रधान, मुकेश चौहान सहित सैकड़ों कार्यकर्ता और ग्रामवासी उपस्थित रहे।

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