
महेश शर्मा और सुरेश राणा ने किया मार्गदर्शन, कार्यकर्ताओं में दिखा उत्साह, राष्ट्रसेवा का लिया संकल्प

मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/गौतमबुद्धनगर
भारतीय जनता पार्टी गौतमबुद्धनगर द्वारा आज डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर एक भव्य जिला संगोष्ठी का आयोजन बिलासपुर नगर के एचएस गार्डन में किया गया। यह कार्यक्रम राष्ट्रवाद, संगठनात्मक चेतना और जनसंवाद का जीवंत उदाहरण बना।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गौतमबुद्ध नगर के सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा, तथा मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा उपस्थित रहे। संगोष्ठी की अध्यक्षता भाजपा जिला अध्यक्ष अभिषेक शर्मा ने की, जबकि संचालन जिला उपाध्यक्ष सत्येन्द्र नागर ने किया।
अपने वक्तव्य में डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि
“डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी, प्रखर शिक्षाविद, राष्ट्रवादी चिंतक और स्वतंत्र भारत के पहले उद्योग मंत्री थे। उनका जन्म 6 जुलाई 1901 को कोलकाता में हुआ था। उन्होंने जम्मू-कश्मीर की एकता के लिए लाल चौक तक पैदल यात्रा की और बलिदान दिया। आज उनका विचार और योगदान राष्ट्र निर्माण का आधार स्तंभ है।”

सुरेश राणा ने अपने संबोधन में कहा,
“डॉ. मुखर्जी ने ‘एक देश, एक विधान, एक निशान’ के सिद्धांत को स्थापित किया। उन्होंने भारत को एकसूत्र में पिरोने का कार्य किया। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उन्हीं के पदचिह्नों पर चलते हुए देश को वैश्विक मंच पर मजबूती से आगे बढ़ा रहे हैं।”
कार्यक्रम को दादरी विधायक मास्टर तेजपाल नागर, जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह, अभिषेक शर्मा सहित अनेक नेताओं ने भी संबोधित किया। सभी ने मुखर्जी के बलिदान को युगों तक याद रखने योग्य बताया और उनके राष्ट्रनिष्ठ विचारों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और नागरिक उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से
ओमकार भाटी, संजय भैया, मनोज चौधरी, नरेंद्र डाढा, मनोज डाढा, राकेश चेयरमैन, ममता शर्मा, सविंदर नेता, हरेंद्र शर्मा, धर्मेंद्र कोरी, अखिलेश नागर, शिवा, मनोज गर्ग, दीपक भारद्वाज, दिनेश भाटी, संजय रावत, सुनील सिंह भोयरा, अर्पित तिवारी, संजय भाटी, राजीव सिंघल, धीर राणा, दीपक सिंह, रजनी तोमर, संगीता रावल आदि शामिल रहे।

सभी ने राष्ट्रसेवा, सामाजिक समर्पण और विचारात्मक प्रतिबद्धता का संकल्प लिया। आयोजन पूर्णतः अनुशासित, भावनात्मक और प्रेरणादायक वातावरण में संपन्न हुआ।