जमीन खरीद और फिर दाखिल खारिजः-दबंग विक्रेता का कब्जा देने से इंकार

 

विक्रेता ने जमीन पर कब्जा नही दिया
विक्रेता ने जमीन पर कब्जा नही दिया

अफसरों के चक्कर काटता रहा, आखिर कब्जा न मिलने से सदमा हुआ और फिर हुई पीडित क्रेता की मौत

क्रेता की ओर से बेटों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर जमीन पर कब्जा दिलाने की गुहार लगाई

मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/गौतमबुद्धनगर

जमीन खरीद ली गई और दाखिल खारिज भी हो गया। किंतु दबंग किस्म के विक्रेता ने जमीन पर कब्जा नही दिया। क्रेता जमीन का कब्जा दिलाने के लिए अफसरों के चक्कर काटता रहा। आखिर कब्जा न मिलने से सदमा हुआ और क्रेता की मौत हो गई। यह मामला गौतमबुद्धनगर की दादरी तहसील के ग्राम भोगपुर से प्रकाश में आया है। अब क्रेता की ओर से बेटों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर जमीन पर कब्जा दिलाने की गुहार लगाई है। बहमजीत पुत्र स्व० श्री ज्ञान सिंह, निवासी ग्राम भोगपुर, परगना व तहसील दादरी, जिला गौतमबुद्धनगर ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में अवगत कराया है कि वह एक अनुसूचित जाति- जाटव- का व्यक्ति है। प्रार्थी के पिता ज्ञान सिंह पुत्र भगवाना ने अपने गांव में दिनांक 09-11-2017 को खाता सं0.226, खसरा सं0.306ब, रकबा 0. 3880 है0 में से 0.0843 है० भूमि वास्ते कृषि अशोक कुमार भाटी पुत्र अर्जुन, निवासी गाम भोगपुर से रजि० बैनामा से क्रय की थी, जिसका दाखिल खारिज प्रार्थी के पिता ज्ञान सिंह के हक में दिनांक, 16-12-2017 को हो चुका है। विक्रेता अशोक भाटी वर्तमान में ग्राम प्रधान है। पूर्व में ग्राम का बी०डी०सी० रह चुका है। अशोक भाटी, प्रार्थी के पिता ज्ञान सिंह से भूमि का पूर्ण प्रतिफल मु0 14,35,000/रूपये वर्ष 2017 में ले चुका है। किन्तु मौके पर कब्जा नहीं दे रहा है। प्रार्थी के पिता ज्ञान सिंह को लगातार कब्जा देने की बावत बहकाता चला आ रहा था। प्रार्थी के पिता ज्ञान सिंह द्वारा दिनांक 13-04-2022 को लिखित में उप जिलाधिकारी दादरी व पुलिस उपायुक्त गौतमबुद्धनगर व दिनांक 02-07-2022 को तहसील दिवस, तहसील दादरी में व दिनांक 27-10-2023 को मुख्य मंत्री को प्रार्थना पत्र दिये थे, किन्तु कोई कार्यवाही अवैध कब्जा हटाने की बावत विपक्षी के विरूद्ध नहीं की गयी। अशोक भाटी द्वारा प्रार्थी के पिता ज्ञान सिंह को जाति सूचक शब्द बोलकर, भद्दी.2 गालियां देकर, जान से मारने की धमकी दी गयी थी, और अशोक भाटी द्वारा कहा गया था कि मैं ग्राम का प्रधान हूँ, और गुर्जर जाति से हूँ, मेरी ऊपर तक पहुँच है, तू मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता है, और अब जमीन पर कब्जा मेरा है, तू कभी भी कब्जा नहीं ले सकता है।

भूमि वास्ते कृषि
भूमि वास्ते कृषि

प्रार्थी के पिता ज्ञान सिंह, गरीब बुजुर्ग दलित समाज का व्यक्ति होने के कारण पुलिस व प्रशासन द्वारा अशोक भाटी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गयी । प्रार्थी के पिता ज्ञान सिंह, पुलिस एवं तहसील का चक्कर काटकर, काफी परेशान हो चुके थे, जिस कारण प्रार्थी के पिता ज्ञान सिंह सदमे में आ गये कि उनके पूरे जीवन की मेहनत-मजदूरी की कमाई दबंग अशोक भाटी ने हड़प ली है और पुलिस प्रशासन द्वारा मद्द न करने के कारण के सदमें में आकर, प्रार्थी के पिता ज्ञान सिंह की दिनांक 05-12-2023 को मृत्यु हो चुकी है। प्रार्थी, 5 भाई हैं। जिनमें क्रमशः रमेश चन्द, सुरेश चन्द, किशोर कुमार, इन्द्रजीत, ब्रहमजीत पुत्रगण स्व० ज्ञान सिंह हैं। प्रार्थी द्वारा अपनी जमीन की बावत अशोक भाटी से अवैध कब्जा हटाने के लिए कहा गया तो अशोक भाटी ने कहा कि तेरा बाप कभी कब्जा नहीं ले पाया तू भी कभी कब्जा नहीं ले पायेगा, और जाति सूचक शब्द कहकर, भद्दी.2 गालियां देकर, प्रार्थी को धमकी दी की, यहां से भाग जा वरना तूझे व तेरे परिवार को जान से मार देगें। प्रार्थी काफी परेशान है। न्यायहित में दबंग अशोक भाटी के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही कर, प्रार्थी की पैतृक सम्पत्ति से अवैध कब्जा हटवाकर, प्रार्थी व प्रार्थी के परिवार को खाता सं0.226, खसरा सं0.306 ब, रकबा 0.3880 है0 में से 0.0843 है० भूमि स्थित ग्राम भोगपुर, परगना व तहसील दादरी, जिला गौतमबुद्धनगर पर कब्जा दिलाने की कृपा करें। शिकायकर्ता ब्रहमजीत की ओर से पत्र की प्रतियां अध्यक्ष, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग, नई दिल्ली, अध्यक्ष, राज्य अनुसूचित जनजाति आयोगए लखनऊ, पुलिस आयुक्त गौतमबुद्धनगर, जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर, उप जिलाधिकारी दादरी, गौतमबुद्धनगर, थानाध्यक्ष, थाना दादरी, गौतमबुद्धनगर को भी प्रेषित की गई हैं।

 

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