जिला बार एसोसिएशन चुनाव 2023-24ः चंद घंटों की ही तो बात है कि आखिर कौन बनेगा बार अध्यक्ष, इस बात का फैसला आज हो जाएगा
गुर्जरों की आर्थिक राजधानी माने जाने वाले गौतमबुद्धनगर में यह बार अध्यक्ष की कुर्सी की लडाई
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/गौतमबुद्धनगर
गौतमबुद्धनगर मेंं भाटी से भाटी ही टकरा रहे हैं। यह सत्ता का संग्राम उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर में देखने को मिल रहा है। गुर्जरों की आर्थिक राजधानी माने जाने वाले गौतमबुद्धनगर में यह बार अध्यक्ष की कुर्सी की लडाई चल रही है। पहली बार जिला बार एसोसिएशन के चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए एक ही गौत्र वह भी भाटी के चार लोग कूद पडे हैं। चंद घंटों की ही तो बात है कि आखिर कौन बनेगा बार अध्यक्ष इस बात का आज फैसला हो जाएगा। फिलहाल सूरजपुर स्थित जिला एवं संत्र न्यायालय में वार्षिकी 2023-24 की नई बार कार्यकारणी के लिए लंच ब्रेक के बाद मतदान चल रहा है। बार रूम स्थित मतदान केंद्र पर वकीलों की लंबी लाईन लगी हुई है और वोट डालने के लिए अपनी अपनी बारी का इंतजार कर रहे है। दीवानी एवं फौजदारी जिला अदालत गौतमबुद्धनगर में आज बार एसोसिएशन के चुनाव में अधिवक्ता पूरे उत्साह के साथ अपना वोट डाल रहे हैं। जनपद दीवानी एंव फौजदारी न्यायालय परिसर में आज सुबह से ही चुनावी माहौल दिखने लगा था। बार एसोसिएशन चुनाव 2023.24 में कुल 2114 वकील मतदान कर रहे हैं।
जनपद दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन के चुनाव में आठ पदों के लिए मतदान हो रहा है। 2114 अधिवक्ता इन आठ पदों पर उम्मीदवारों का चयन करेंगे। बार चुनाव में अध्यक्ष, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, कनिष्ठ उपाध्यक्ष, सचिव, सहसचिव प्रशासनिक, सह सचिव पुस्तकालय, सांस्कृतिक सचिव व कोषाध्यक्ष पदों के लिए प्रत्याशियों का चयन किया जाएगा। आज सुबह 9 बजे बार एसोसिएशन के लिए वोट डालने की प्रक्रिया शुरू हुई। अधिवक्ता शाम 5.00 बजे तक मतदान करेंगे उसके बाद थोड़ी देर के लिए टी ब्रेक होगा और उसके बाद वोटों की गिनती शुरू कर देर रात तक नवनिर्वाचित पदाधिकारी के नामों की घोषणा कर दी जाएगी।
4 भाटियों के बीच फंसा बार अध्यक्ष पद
बार एसोसिएशन की कुर्सी पर इस बार भी भाटी ही बैठ पाएगा। हालांकि इससे पहले भी कई बार भाटी गौत्र के वकील बार अध्यक्ष पद के लिए चुने गए थे। कालूराम चौधरी, संजीव वर्मा, प्रमोद कुमार वर्मा और राजीव तौंगड समेत कई बार अध्यक्ष ऐसे रहे जो गैर भाटी गौत्र से रहे। कचहरी में भाटी के अलावा और भी कई दूसरे गुर्जर गोत्र के वकीलों की संख्या भी अलग अलग है।
इस बार, बार कार्यकारणी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव मैदान में मनोज भाटी बोडाकी, प्रमेंद्र भाटी, उमेश भाटी और अलबेल सिंह भाटी कूद पडे हैं। इन चारों ही वकीलों के बीच सत्ता संग्राम चल रहा है। चंद घंटों की ही तो बात है कि आखिर कौन बनेगा नया बार अध्यक्ष, इस बात का भी फैसला हो जाएगा। प्रमेंद्र भाटी और मनोज भाटी बोडाकी पूर्व में भी बार अध्यक्ष रह चुके हैं। जब कि उमेश भाटी पिछली बार मामूली अंतर से चुनाव हार गए थे, इस दफा फिर चुनाव मैदान में कूद पडे हैं। अलबेल सिंह भाटी पहली बार चुनाव मैदान में कूदे है। युवा अधिवक्ताओं को चैंबर दिलाने, कचहरी में करप्शन, सुरक्षा, लाईब्रेरी बनवाने, कैंटीन आदि मुद्दे इस चुनाव में हमेशा की तरह, इस बार भी छाए रहे हैं। बार अध्यक्ष के अलावा सचिव पद के लिए धीरेंद्र भाटी, अजीत नागर, रजत शर्मा व उधम सिंह तोंगड़ चुनाव लड़ रहे हैं। कोषाध्यक्ष पद, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, कनिष्क उपाध्यक्ष, सह सचिव प्रशासनिक, पुस्तकालय सचिव, सांस्कृतिक सचिव आदि पदों के लिए कई प्रत्याशी जीत की उम्मीद बांधे हुए हैं।