पहले नोटिस भेजा जाएगा यदि भूमाफिया इतने पर भी बाज नही आते हैं तो अगली बार फिर बुल्डोजर से नहस किया जाना तय मानिए
भूमाफियाओं की गिद्ध दृष्टि ऐसी लगी कि चाहे दनकौर- अमरपुर गांवों के बीच छपार करीब 700 बीघा जमीन का इलाकों रहा हो या फिर दनकौर में सलारपुर रोड पर करीब 10 बीघा जमीन गायों के चरने के लिए छोडी गई हों, मौके पर शायद ही कुछ रहा हो, यानी भूमाफिया चारे पानी की तरह पशुचर की जमीन को ही निगल गए हैं, जो एक जांच का विषय भी है
मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी“ / गौतमबुद्धनगर
दनकौर में बडे पैमाने पर गउचर यानी पशुचर की जमीन पर भूमाफियाओं का कब्जा है। वैसे गुरूवार को एसडीएम सदर चारूल यादव ने दनकौर में सलारपुर रोड से गउचर की जमीन पर बुल्डोचर चलवा कर कब्जा मुक्त करा दिया। मगर इतने से काम कैसे चल पाएग? कहा जा रहा है कि करीब 10 बीघा जमीन ऐसी है कि अभिलेखों में गउचर है, मगर मौके पर अतिक्रमण किया गया है। सूत्रों का दावा यह कि गउचर की इस जमीन पर भूमाफियाओं ने कई बडी इमारतें खडी कर दी है। सलापुर रोड पर कई दुकानें और एक हॉस्पिटल इसकी जद में बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि इन सबकी जांच शुरू कर दी गई है। पहले नोटिस भेजा जाएगा यदि भूमाफिया इतने पर भी बाज नही आते हैं तो अगली बार फिर बुल्डोजर से नहस किया जाना तय मानिए।
दूसरी ओर गउचर ही जमीन की बात करें तो दनकौर के छपार इलाके में भी करीब 700 बीघा जमीन पशुओं यानी गायों के चारे के लिए सरकार द्वारा रिजर्व थीं। फिलहाल यह छपार की करीब 700 बीघा जमीन कहां है? किसी को कुछ अता पता नही है। एक समय हुआ करता था कि दनकौर इलाके के पशु बडी संख्या में दनकौर अमरपुर गांवों के बीच इस पशुचर की जमीन पर चरने के लिए जाया करते थे। किंतु भूमाफियाओं की गिद्ध दृष्टि ऐसी लगी कि चाहे दनकौर- अमरपुर गांवों के बीच छपार करीब 700 बीघा जमीन का इलाकों रहा हो या फिर दनकौर में सलारपुर रोड पर करीब 10 बीघा जमीन गायों के चरने के लिए छोडी गई हों, मौके पर शायद ही कुछ रहा हो, यानी भूमाफिया चारे पानी की तरह पशुचर की जमीन को ही निगल गए हैं, जो एक जांच का विषय भी हैं।