
मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/ (डूंगरपुर रीलखा) यीडा सिटी
ग्राम डूंगरपुर रीलखा के ग्रामीणों ने तालाब में जमा गंदे पानी की समस्या को लेकर यमुना प्राधिकरण (YEIDA) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) से गुहार लगाई है। ग्रामीणों का कहना है कि शौचालयों, नालियों और वर्षा जल का गंदा पानी ग्राम के पास स्थित पुराने तालाब में भर जाता है, जिससे न सिर्फ बदबू फैल रही है बल्कि संक्रमण का खतरा भी लगातार बढ़ रहा है।
तालाब ओवरफ्लो होने से घरों में घुसता है पानी
तालाब की कोई समुचित निकासी व्यवस्था न होने के कारण बरसात के मौसम में जब यह ओवरफ्लो होता है, तो गंदा पानी सीधे ग्रामीणों के घरों में घुस आता है। इससे बच्चों और पशुओं में बीमारियाँ फैल रही हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गंदे पानी के कारण उनकी पीने की पानी की लाइनें भी दूषित हो रही हैं।

ग्रामीणों ने की अंडरग्राउंड पाइपलाइन की मांग
तालाब संरक्षण समिति ने यमुना प्राधिकरण से अनुरोध किया है कि गंदे पानी की निकासी के लिए एक अंडरग्राउंड पाइपलाइन या नाली का निर्माण कराया जाए, ताकि गंदे पानी को सुरक्षित स्थान तक पहुँचाया जा सके और तालाब को पुनः संरक्षित किया जा सके।
किसान एकता महासंघ ने दिया समर्थन
किसान एकता महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश कसाना ने भी ग्रामीणों की इस मांग को जायज़ बताया और कहा कि यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो संक्रामक बीमारियाँ तेजी से फैल सकती हैं। उन्होंने प्राधिकरण से तत्काल सर्वे और कार्यवाही की माँग की।
निवेदक के रूप में दर्जनों ग्रामीण
शिकायत पत्र पर श्योराज, वैभराज, जगत सिंह, संगीत, उमेश, राजपाल सिंह, सुधीर कुमार, उदयवीर सिंह, रघुराज, धनपाल सिंह, अमित कसाना, रमेश कसाना सहित कई ग्रामीणों के हस्ताक्षर हैं, जो वर्षों से इस समस्या से जूझ रहे हैं।

प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग
ग्रामीणों ने प्राधिकरण से मांग की है कि समस्या की गंभीरता को समझते हुए मौके पर निरीक्षण कर शीघ्र स्थायी समाधान निकाला जाए।