
ग्रामीणों का तिलपता गांव में रेलवे ट्रैक जाम किए जाने का ऐलान

हैरत है कि या तो घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है या फिर डीपीआर में ही कुछ कमी रह गई है। जैसे ही नहर के पानी को रास्ता दिया गया, सारा पानी अंडर पास मेंं लबालब हो गया
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ग्रेटर नोएडा
दिल्ली मुंबई डेडीकेडिट फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) परियोजना में घोटाला निकल कर सामने आ रहा है। डीएफसी की ग्रेटर नोएडा परियोजना में छेद ही छेद निकल कर सामने आ रहे हैं। मुंबई से लेकर दिल्ली यानी ग्रेटर नोएडा के बोडाकी- दादरी तक डेडीकेडिट फ्रेट कॉरिडोर बनाया जा रहा है। दादरी बोडाकी में ईर्स्टन, वैर्स्टन और मुंबई कॉरिडोर से जुड रहा है। पाली गांव के पास से डीएफसी की रेलवे लाईन न्यू दादरी बोडाकी तक बिछाई जा रही है। इन रेलवे लाइन में से ही एक पटरी तिलपता स्थित कंटेनर डिपो के लिए तिलपता गांव से सट कर जा रही है।





तिलपता गांव के निवासी व प्रमुख समाजसेवी सुखवीर सिंह आर्य ने बताया कि नहर के पानी को जाने के लिए रास्ता नही दिया रहा है, बांध जैसा बना कर पानी को बंद कर रखा है, वहीं दूसरी ओर नहर में श्योराजपुर की ओर से पानी बराबर आ रहा है। उन्हांंने बताया कि नहर लबरेज हो चुकी है और पानी घरों में ंघुसने के लिए तैयार है। उन्हांंने मांग की है कि डीएम गौतमबुद्धनगर, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अफसर और सरकार, डीएफसी के भ्रष्ट अफसरों की जांच कराएं कि आखिर कैसे यह घोटाला हुआ है? उन्हांंने कहा कि यदि शीघ्र ही इस समस्या का हल नही निकाला गया तो ग्रामीण रेलवे ट्रैक को जाम किए जाने से भी नही चूकेंगे।

ग्राउटिंग चल रही है, जल्द ही इस प्रोब्लम को दूर कर लिया जाएगाः डीएफसी
डीएफसी जीएम प्रोजेक्ट राजेद्र सिंह ने ’’विजन लाइव’’ को बताया कि आरसीसी की बनाई गई नाली में थोडी दिक्कत है, ग्राउटिंग चल रही है। जल्द ही इस प्रोब्लम को दूर कर लिया जाएगा।