गौतमबुद्धनगर में दनकौर रेलवे स्टेशन पर रेलवे सलाहकार समिति की संपन्न हुई बैठक में भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अनिल गोयल ने उठाई मांग
मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय रेल योजना 2030 का लक्ष्य नए समर्पित माल ढुलाई और उच्च गति रेल गलियारों की पहचान करना और मालगाड़ियों की औसत गति को 50 किमी प्रति घंटे तक बढ़ानाः मनोज गर्ग सदस्य रेलवे सलाहकार समिति
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ग्रेटर नोएडा
गौतमबुद्धनगर में दनकौर रेलवे स्टेशन पर रेलवे सलाहकार समिति की बैठक संपन्न हुई है। रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य के तौर पर गौतमबुद्धनगर भाजपा के जिला महामंत्री मनोज गर्ग और साथ ही भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अनिल गोयल ने हिस्सा लिया है। इस दौरान बैठक में उद्यमी और लघु व्यापारियों की समस्याओं को शिद्दत से उठाया गया। गौतमबुद्धनगर भाजपा जिला महामंत्री व रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य मनोज गर्ग ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार केंद्र में सरकार आसीन हो चुकी है। भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय रेल योजना 2030 का लक्ष्य नए समर्पित माल ढुलाई और उच्च गति रेल गलियारों की पहचान करना और मालगाड़ियों की औसत गति को 50 किमी प्रति घंटे तक बढ़ाना है। राष्ट्रीय रेल योजना (एनआरपी) का लक्ष्य एक व्यापक ढांचा विकसित करना है जो 2050 तक माल परिवहन में रेलवे की मॉडल हिस्सेदारी को 45 प्रतिशत तक बढ़ाने का है। उन्होंने कहा कि नई रेलवे लाइन पर भी इस सरकार में काम खूब काम हुआ है, जिसमें 2004.14 के दौरान 14,985 रूट किलोमीटर रेल ट्रैक का काम किया गया। पिछले 9 वर्षों -2014.23- में 25,871 रूट किलोमीटर ट्रैक बिछाने का काम किया गया है। यह नई रेलवे लाइनों में 75 प्रतिशत की वृद्धि है। वर्ष 2022.23 में प्रतिदिन 14 किमी ट्रैक बिछाया गया और इस वर्ष 16 किमी प्रतिदिन ट्रैक बिछाने का लक्ष्य है। सरकार के आंकड़ों के मुताबिक 2014 के बाद से रेलवे विद्युतीकरण परियोजनाओं पर खर्च की गई राशि 5 गुना -375 प्रतिशत से अधिक- बढ़ गई है। साथ ही अमृत भारत योजना के तहत अब तक विकास के लिए 1,309 स्टेशनों की पहचान की गई है। वंदे भारत रेल भी मोदी सरकार की खास उपलब्धियों में से एक हैं। भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ के गौतमबुद्धनगर जिला संयोजक अनिल गोयल ने कहा कि लघु उद्योग यानी छोटे व्यापारियों के लिए रेलें संजीवनी से किसी भी तरह कम नही है। भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार रेलवे की कायापलट किए जाने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि मालगाड़ियों के लिए बने डीएफसी पर यात्रियों के लिए ट्रेनों का भी संचालन किए जाने की योजना है। जल्द ही वंदे भारत, राजधानी सहित सुपरफास्ट व स्पेशल यात्री ट्रेनें इस ट्रैक पर रफ्तार भरेंगी। फिलहाल मालगाड़ियों को वरीयता दी जा रही है। संकट की स्थिति में यात्री ट्रेनों के परिचालन के लिए मंथन किया जा रहा है। रेलवे बोर्ड ने डीएफसी अधिकारियों से तैयारी की रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा कि पहले मालगाड़ियों का परिचालन इंडियन रेलवे के ट्रैक से किया जाता था। ऐसे में मालगाड़ियों को पास कराने के चक्कर में यात्री ट्रेनें विलंब हो जाती थीं। इस स्थिति से निपटने के लिए एक अलग से डीएफसी (डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर) ट्रैक बिछाया गया। इस रेल लाइन को दो भाग में विभाजित कर कार्य को पूरा किया गया। उन्होंने कहा कि ईस्टर्न में दानकुनी से लुधियाना खुर्जा तक 1875 और वेस्टर्न में मकरपुरा से दादरी तक 1506 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाई गई। वर्तमान में लोडेड मालगाड़ियां 120 किलोमीटर की स्पीड से चलाई जा रही हैं। वहीं, भीड़भाड़ वाले इलाकों में सतर्कता बरती जा रही है। यात्री ट्रेनें चलने के बाद यात्री भी समय से गंतव्य तक पहुंचेंगे। यह सब भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार और यूपी में योगी सरकार की खास उपलब्ध्यिं हैं।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंंद्र मोदी के अहवान एक पेड मां के नाम अभियान में वृक्षारोपण करते हुए पर्यावरण को हरा भरा बनाने के प्रति संकल्प जताया। वृक्षारोपण कार्यक्रम में गौतमबुद्धनगर भाजपा के जिला महामंत्री व रेलवे सलाहकार समिति सदस्य मनोज गर्ग, भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अनिल गोयल, भाजपा कार्यकर्ताओं में वेदप्रकाश तायल, कर्नल शर्मा, नवीन शर्मा, हरिदत्त शर्मा, रेलवे स्टेशन अधीक्षक राजकुमार, मुख्य वाणिज्य निरीक्षक हनुमान मीणा, सीबीएस चीफ निरोती लाल मीणा समेत संबंधित रेलवे अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
दनकौर रेलवे स्टेशन पर लंबी दूरी की सभी रेल गाडियों के ठहराव किए जाने और साथ ही फीडर बस सेवा शुरू कराए जाने की मांग
कासना, दनकौर और सिकंद्राबाद क्षेत्रों के लिए फीडर बसें भी संचालित की जानी ही चाहिएः- अनिल गोयल
दनकौर रेलवे स्टेशन पर लंबी दूरी की सभी रेल गाडियों के ठहराव किए जाने और साथ ही फीडर बस सेवा शुरू कराए जाने की मांग भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अनिल गोयल ने की है। इन प्रमुख मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी रेलवे स्टेशन अधीक्षक राजकुमार को सौंपा गया है। भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अनिल गोयल ने कहा कि दनकौर एक प्राचीन ऐतिहासिक बाबा श्री गुरू द्रोणाचार्य की तपोभूमि और भील शिष्य एकलव्य की कर्मभूमि मानी जाती है। दनकौर एक एतिहासिक, धार्मिक व आध्यात्मिक स्थल भी है। दूसरी ओर यहां पर गुड और मोटे अनाज की एक बडी मंडी शुरू से ही रही है। यही कारण है कि रेलवे की स्थापन के समय भी ब्रिटिश सरकार ने दनकौर कसबे को महत्व देते हुए रेलवे स्टेशन का नाम दनकौर के नाम पर रखा था। उन्होंने कहा कि दनकौर और पूरे क्षेत्र के व्यापारियों और उद्यमियों के कारोबार से रेलवे को ढुलाई और यात्री के जरिए अच्छा खासा राजस्व भी मिलता रहा है। फिलहाल दनकौर रेलवे स्टेशन गौतमबुद्धनगर का एक महत्वपूर्ण रेलवे केंद्र हैं, जो सिकंद्राबाद, बिलासपुर और दनकौर जैसे लघु, मध्यम और बडे व्यापारिक कसबों के बिल्कुल मध्य पडता है। इस दनकौर रेलवे क्षेत्र से लोगों का यात्रियों के रूप में दिल्ली, प्रयागराज,लखनउ,बनारस और देश के कई दूसरे प्रांतों के लिए आवागमन होता है। लंबी दूरी कर रेल गाडियों के ठहराव न होने की वजह से लोगों को दिल्ली, गाजियाबाद और अलीगढ आदि स्टेशन की ओर मुंह ताकना पडता है।
कासना ग्रेटर नोएडा क्षेत्र से लोगों दूर दराज के लिए यहां से आते जाते रहते हैं। इसलिए यहां पर सभी लंबी दूरी की रेल गाडियों का ठहराव किया जाना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन से फीडर बसें संचालित न होने से यात्री इधर उधर भटकते हुए देखे जाते हैं। प्रतिदिन ही दनकौर रेलवे स्टेशन से हजारों की संख्या में यात्री यात्रा करते हैं। इसके बावजूद यहां से दनकौर, सिकंद्राबाद , कासना आदि क्षेत्रों के लिए फीडर बसें संचालित न होने से लोगों को कई तरह की दिक्कते झेलनी पडती हैं। रोडवेज और निजी बसें यदाकदा ही मनमानी रवैये से मिलती है। इसलिए दनकौर रेलवे स्टेशन से कासना, दनकौर और सिकंद्राबाद क्षेत्रों के लिए फीडर बसें भी संचालित की जानी ही चाहिए।