स्व0 राजेश पायलट की पुण्य तिथि पर उन्हें याद किया गया
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ग्रेटर नोएडा
स्व0 राजेश पायलट की पुण्य तिथि के मौके पर उन्हें याद किया गया। गौतमबुद्धनगर स्थित पैतृक गांव वैदपुरा में स्व0 राजेश पायलट की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन आर्पित करते हुए जीवन संघर्ष पर विचार रखे गए। स्व राजेश पायलट के पुत्र व राजस्थान के पूर्व उपमुंख्यमंत्री सचिन पायलट आदि कई लोगों ने उनकी प्रतिमा पर पुष्प आर्पित किए। कांग्रेस के गौतमबुद्धनगर जिलाध्यक्ष दिनेश शर्मा ने बताया कि जीवन भर किसानों के हितों के लिए संघर्ष करते रहे, और उनको कई बुनियादी चीजें और सरकारी लाभ देने मैं उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। राजेश पायलट भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से पूरे भारत के एक प्रभावशाली राजनेता रहे । उनका नाम था राजेश्वर प्रसाद बिधूरी जो बाद में राजेश पायलट के नाम से मशहूर हुआ। 1974 में उनकी रमा पायलट से शादी हुई।
वे पूर्व केन्द्रीय मंत्री तथा राजस्थान के दौसा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से कई बार सांसद रहे है। राजेश पायलटजी ने 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारतीय वायुसेना कि तरफ महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। परंतु जन सेवा की भावना से प्रेरित होकर वायुसेना से इस्तीफा देकर राजनीति में प्रवेश किया था। 1980 में भरतपुर से सांसद चुने गये और 1984,1991,1996,1998 एवं 1999 दौसा से सांसद चुने गये। 20 साल तक सांसद रहे। जब 1984 में राजीव गाँधी प्रधानमंत्री बने, तो उन्हें भूतल राज्यमंत्री बनाया। उत्तर पूर्व और कश्मीर दोनों राजेश पायलट के बहुत प्रिय विषय थे। कश्मीर में सामान्य स्थिति लाने के लिए उन्होंने अपनी तरफ़ से काफ़ी कोशिश की., हाँलाकि वहाँ उन पर कई हमले भी हुए। राजेश पायलट को भारतीय राजनीति में अभी बहुत कुछ करना था लेकिन मात्र 55 वर्ष की आयु में एक सड़क दुर्घटना में उनका असामयिक निधन हो गया., उस समय वो गाड़ी को खुद ड्राइव कर रहे थे।