इकोटेक 10 स्थित रोबोट निर्माता कंपनी एडवर्ब टेक्नोलोजी का औपचारिक शुभारंभ किया
Vision Live/ Greater Noida
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की कुल 331 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया, जिनमें लगभग 122 करोड़ की लागत से 17 परियोजनाओं का लोकार्पण और 209 करोड़ रुपये की 60 परियोजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
इन परियोजनाओं में सबसे अहम ग्रेटर नोएडा वेस्ट का साइट ऑफिस है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने और लम्बे समय से चल रही उनकी मांग को पूरा करते हुए सेक्टर टेक्जोन -4 में साइट ऑफिस का मुख्यमंत्री के हाथों लोकार्पण हुआ है। इस ऑफिस के बन जाने से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों को अपनी शिकायतें लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण दफ्तर आने की जरूरत नहीं पडे़गी। ग्रेटर नोएडा में बेहतर स्वच्छता के लिए कंस्ट्रक्शन तथा डिमोलिशन वेस्ट को रेप्रोसेस करने के लिए सीएंडडी वेस्ट प्लांट इकोटेक थ्री में प्लांट बनाया गया है। इस मलबे से ईंट, टाइल्स आदि का निर्माण होगा। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थ्री में बायो मैथिनाइजेषन प्लांट बनाया गया है। मुख्यमंत्री से लोकार्पण के साथ ही इसे शुरू कर दिया गया है। इस प्लांट पर गीले और सूखे कूड़े को पृथक करने और फिर गीले कचरे से बायो सीएनजी व सूखे कचरे को एमआरएफ सेंटर पर रीसाइकिल कराने के लिए प्लांट स्थापित किया गया है। कासना स्थित 137 एमएलडी एसटीपी से षोधित पानी को सिंचाई आदि में प्रयोग के लिए आईआईटीजीएनएल तक लाइन बिछान का कार्य भी पूरा कर लिया गया है। इससे स्मार्ट टाउनशिप में सिंचाई के कार्यों के लिए भूूमिगत जल निकासी की जरूरत नहीं पड़ेगी। उद्योगों के लिए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराने के लिए औद्योगिक सेक्टर इकोटेक-10 का आतंरिक विकास कार्य व साथ ही दूर-दराज से आए मजदूरों के ठहरने के लिए सेक्टर इकोटेक-3 में नाइट शेल्टर और लेबर हॉस्टल का भी लोकार्पण किया गया है। स्ट्रीट वेंडर्स को सुविधायुक्त प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के लिए सेक्टर बीटा 1, बीटा 2, अल्फा 2, डेल्टा 2 एवं सेक्टर 36 में वेंडर मार्केट का निर्माण किया गया है। इसके अलावा 14 और अन्य सेक्टरों में नए वेंडर्स मार्केट का शिलान्यास भी किया गया।यातायात को और अधिक सुगम बनाने के लिए लगभग 9 करोड़ की लागत से दादरी में पाई रोटरी के पास 130 मीटर चौड़ी सड़क, इकोटेक-6, इकोटेक -1 एक्सटेंशन, तथा टेक्जोन-7 में रोड की रिसर्फेसिंग के कार्य किया गया है। इसके अलावा आदर्श ग्राम परियोजना फेज-1 के तहत ग्राम तिलपता करनवास में अनेक विकास कार्यों का लोकार्पण और स्मार्ट ग्राम जलपुरा, अमीनाबाद, सादुल्लापुर, और चिपियाना खुर्द में विकास कार्यों का शिलान्यास भी रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इसके अलावा शिलान्यास किए जाने वाली परियोजनाओं में ग्रेजियानो कंपनी से चार मूर्ति चौक तक सड़कों की री-सर्फेसिंग, ग्रेनो वेस्ट के विभिन्न सेक्टरों पर स्ट्रीट लाइट लगवाने, 130 मीटर रोड की री-सर्फेसिंग औ
र नॉलेज पार्क से डीएससी रोड तक अवशेष सर्विस रोड का निर्माण, सेक्टर गामा वन व टू, पाई वन व टू, सिग्मा वन व टू, डेल्टा वन व थ्री में वेंडर मार्केट का निर्माण, सेक्टर पाई वन, स्वर्णनगरी, डेल्टा थ्री, ईटा वन, जीटा वन व सेक्टर 36 मेें सामुदायिक केंद्र का निर्माण आदि कार्यों का शिलान्यास किया गया। इनके अलावा ग्रेटर नोएडा की कई अन्य परियोजनाओं का भी मुख्यमंत्री ने शिलान्यास किया है।
ग्रेटर नोएडा की पहली रोबोटिक्स कंपनी एडवर्ब का शुभारंभ किया
-प्रदेश के युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए कंपनियों का किया आह्वान
-1 वर्ष में जमीन से लेकर उत्पादन शुरू कराने में ग्रेनो प्राधिकरण के सहयोग को सराहा
-सीएम ने कहा कि, प्रदेश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस का यह ताजा उदाहरण
ग्रेटर नोएडा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सेक्टर इकोटेक 10 स्थित रोबोट निर्माता कंपनी एडवर्ब टेक्नोलोजी का औपचारिक शुभारंभ किया। जमीन आवंटन से लेकर उत्पादन शुरू करने तक की प्रक्रिया को 1 वर्ष में पूरा कराने पर मुख्यमंत्री ने औद्योगिक विकास विभाग और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सराहना की। कंपनी परिसर में अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा के दोबारा सत्ता में आने के बाद इनवेस्टर समिट का आयोजन किया गया, जिसमें एडवर्ब कंपनी ने एग्रीमेंट किया। 1 वर्ष में इतना बड़ा संस्थान खड़ा हो गया। इसमें 3000 युवाओं के लिए रोजगार का सृजन हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गौतमबुद्ध नगर एनसीआर में होने के बावजूद निवेशकों में यहां के प्रति धारणा नकारात्मक थी, लेकिन पिछले 6 वर्षों में यह धारणा बदली है। भाजपा की सरकार आने से पहले कुछेक जिले ही निवेश के केंद्र थे, लेकिन अब प्रदेश के सभी जिलों में निवेश हो रहा है। उन्होंने कहा कि विगत फरवरी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश को 36 लाख करोड़ रुपए के प्रस्ताव प्राप्त हुए। उसमें सबसे ज्यादा गौतमबुद्ध नगर में निवेश के प्रस्ताव हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की रोड व एयर कनेक्टिविटी बहुत बेहतर हुई है। हमारी सरकार से पहले प्रदेश में दो एयरपोर्ट थे, अब नौ एयरपोर्ट क्रियाशील हैं। 12 एयरपोर्ट पर काम चल रहा है जबकि 5 अंतर्राष्ट्रीय स्तर के एयरपोर्ट इसी वर्ष के अंत तक चालू करने की कोषिष है। एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट जेवर के पास इसी जिले में बन रहा है। ईस्टर्न व वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर उत्तर प्रदेश में है और इसी जिले से होकर गुजर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा बनारस से हल्दिया वाटर-वे शुरू करने के बाद अन्य जगहों पर भी वाटर वे पर काम चल रहा है। उत्तर प्रदेश में 5.50 लाख एमएसएमई हैं। उन्होंने कंपनियों से आह्वान किया कि प्रदेष के युवाओं को हुनरमंद बनाने में अपनी सहभागिता निभाएं। युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए प्रदेश व केंद्र सरकार की तरफ से चलाई जा रही योजनाओं से युवाओं को जोड़ें। ऐसा करने से उत्तर प्रदेश हुनरमंद युवाओं का सबसे बड़ा केंद्र बन सकता है। मुख्यमंत्री ने एडवर्ब कंपनी को जमीन आवंटन से लेकर प्रोडक्शन शुरू करने तक की प्रक्रिया को एक साल में पूरा कराने में औद्योगिक विकास विभाग और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सहयोग की सराहना की। निवेशकों से उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने में सहभागिता देने के लिए आह्वान किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एडवर्ड कंपनी के हुनरमंद युवाओं को प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किए। इससे पहले मुख्यमंत्री ने फीता काटकर इस कंपनी का औपचारिक शुभारंभ किया। उन्होंने कंपनी परिसर में ही पौधे भी रोपित किए और एडवर्ड में कंपनी का भ्रमण भी किया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, प्रभारी मंत्री बृजेश सिंह, स्थानीय सांसद डॉ महेश शर्मा, राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर, दादरी से विधायक तेजपाल नागर, प्रदेश सरकार में सलाहकार अवनीश अवस्थी, अरविंद कुमार औद्योगिक विकास आयुक्त, नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के चेयरमैन मनोज कुमार सिंह, नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी, एसीईओ मेधा रूपम, एसीईओ अमनदीप डुली, एसीईओ आनंद वर्धन, कंपनी के चेयरमैन जलज दानी व सीईओ संगीत कुमार भी मौजूद रहे।
कंपनी ने एक साल में पूरा किया जमीन से लेकर उत्पादन तक का सफर
ग्रेटर नोएडा की पहली रोबोटिक्स कंपनी एडवर्ब टेक्नोलोजी ने सेक्टर इकोटेक 10 के भूखंड संख्या 93 के 04 फरवरी 2022 को प्राधिकरण की स्कीम के जरिए आवेदन किया। प्राधिकरण ने 21 मार्च 2022 को भूमि का आवंटन कर दिया। ये आवंटन रोबोटिक्स व वेयरहाउसिंग ऑटोमेशन के लिए किया गया। परियोजना विभाग की तरफ से 59379 वर्ग मीटर का लीज प्लान जारी किया गया। 17 मई 2022 को इसकी लीज डीड करा दी गई। 03 जून 2023 को भूखंड पर कब्जा दे दिया गया। कंपनी ने लगभग एक साल भूखंड पर निर्माण कार्य को पूरा कर कार्यपूर्ति प्रमाणपत्र प्राप्त कर लिया और अब उत्पादन शुरू करने जा रही है। इस तरह आवेदन से लेकर कंपनी में प्रोडक्षन तक की प्रक्रिया लगभग डेढ़ साल ही लगे हैं। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। कंपनी की तरफ से भूखंड आवंटन से लेकर उत्पादन तक की प्रक्रिया में फास्ट प्रोसेस के लिए प्राधिकरण की जमकर सराहना की गई। इस कंपनी ने पहले चरण में 200 करोड़ रुपए का का निवेश किया है। करीब 3000 युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं। कंपनी ने आने वाले वर्षों में 300 करोड़ रुपए और निवेश की बात कही है। एडवर्ब कंपनी के सीएफओ आशु कंसल ने बताया कि ये रोबोट्स देश की जानी मानी कंपनियों में माल ढुलाई में मदद करेंगे। इनसे मानव रोजगार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, बल्कि इनको चलाने के लिए हुनरमंद युवाओं की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने आने वाले दिनों में मेडिकल क्षेत्र में रोबोट के इस्तेमाल भावना जताई।