
युवाओं को मिलेगा रोजगार, व्यापार को मिलेंगे नए अवसर: मनोज कुमार सिंह

मौहम्मद इल्यास– “दनकौरी“/ यीडा सिटी
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने मंगलवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परियोजना स्थल का निरीक्षण कर निर्माण कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। निरीक्षण के बाद उन्होंने परियोजना से जुड़ी सभी एजेंसियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की और कार्यों की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया, साथ ही समयबद्ध और गुणवत्ता युक्त निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया।

मुख्य सचिव ने स्पष्ट कहा कि यह परियोजना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है और इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को नियमित समीक्षा और समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए ताकि तय समयसीमा में सभी निर्माण कार्य पूरे किए जा सकें।

बैठक में YIAPL, टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) के अधिकारियों ने रनवे, टर्मिनल भवन, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP), वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (WTP), कार्गो सुविधा और अन्य बुनियादी ढांचे की स्थिति की जानकारी दी।

इसके पश्चात मुख्य सचिव ने एटीसी बिल्डिंग, टर्मिनल भवन, एसटीपी, डब्ल्यूटीपी, और पथवाया नाले समेत विभिन्न निर्माण स्थलों का निरीक्षण कर मौके पर मौजूद अधिकारियों को शेष कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।

उन्होंने बंकापुर स्थित पथवाया नाले के विकास कार्यों का भी निरीक्षण किया और निर्देश दिया कि इसे एयरपोर्ट की ड्रेनेज व्यवस्था से जोड़ते हुए चौड़ीकरण, सफाई और पुलिया निर्माण जैसे कार्य प्राथमिकता के साथ पूरे किए जाएं।
निरीक्षण और बैठक के दौरान प्रमुख रूप से यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा, जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ क्रिस्टोफ श्रेलमैन, यमुना प्राधिकरण के नोडल अधिकारी शैलेंद्र कुमार भाटिया, टाटा प्रोजेक्ट्स के प्रतिनिधि विनायक पाई, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया व डीजीसीए के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

स्थलीय निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी जेवर अभय कुमार सिंह, गंग नहर के अधिशासी अभियंता मोर मुकुट, और सहायक अभियंता अशोक कुमार जैन सहित कई विभागीय अधिकारी भी मौजूद थे।

मुख्य सचिव ने कहा कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परियोजना उत्तर प्रदेश के आर्थिक विकास में मील का पत्थर साबित होगी। इसके माध्यम से न केवल क्षेत्रीय संपर्क बढ़ेगा बल्कि युवाओं को व्यापक स्तर पर रोजगार और व्यापारिक संभावनाएं भी प्राप्त होंगी।