विदेशी छात्रों को हिन्दी प्रशिक्षण के लिए प्रमाण पत्र वितरित
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय द्वारा बौद्ध अध्ययन एवं सभ्यता संकाय में अध्ययनरत् विदेशी छात्रों को शैक्षणिक सत्र 2022-23 में ‘व्यावहारिक हिन्दी कौशल विकास प्रशिक्षण’ सफलतापूर्वक पूर्ण करने पर प्रमाण-पत्र वितरण का कार्यक्रम आयोजन किया गया
Visoin Live/ Greater Noida
भारतीय भाषा एवं साहित्य विभाग, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय द्वारा बौद्ध अध्ययन एवं सभ्यता संकाय में अध्ययनरत् विदेशी छात्रों को शैक्षणिक सत्र 2022-23 में ‘व्यावहारिक हिन्दी कौशल विकास प्रशिक्षण’ सफलतापूर्वक पूर्ण करने पर प्रमाण-पत्र वितरण का कार्यक्रम आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय प्रो. रविन्द्र सिन्हा, मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान संकाय की अधिष्ठाता प्रो. वंदना पाण्डेय, बौद्ध अध्ययन एवं सभ्यता संकाय की अधिष्ठाता प्रो. श्वेता आनंद एवं विभागाध्यक्ष डॉ. सी.एच. पासवान, भारतीय भाषा एवं साहित्य विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. ओम प्रकाश तथा विश्वविद्यालय के प्राध्यापकगण एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहें । प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं वण्णिताजोति, न्युयेन वक है, विजया, आनन्दार, न्युयेन मिन्ह त्वेत, न्युयेन थान्ह न्गुन, गेनजेन थी माई ची, डेंग की किम येन को कुलपति महोदय प्रमाण पत्र वितरित किया और उन्होंने कहा कि यह हमारे विश्वविद्यालय के लिए एक महत्त्वपूर्ण पहल है । विदेशी छात्र भारतीय संस्कृति, परंपरा, मूल्य एवं हिन्दी भाषा को अपने देश में पहचान के रूप में ले जायेंगे ।
इस प्रशिक्षण को हम आगे भी हर साल जारी रखेंगे तथा हिन्दी से विदेशी छात्रों को जोड़ने के लिए व्यापक फलक पर कार्य करेंगे । मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान संकाय की अधिष्ठाता प्रो. वंदना पांडेय ने कहा कि आप अपने देश जाएँ तो यहाँ की भाषा एवं संस्कृति को ले जायें । आपने हमारे देश में आकर हमारी भाषा को सीखकर हमें गौरवान्वित किया है । आप यहाँ रिप्रेजेन्टेटिव हैं । बौद्ध अध्ययन एवं सभ्यता संकाय की अधिष्ठाता प्रो. श्वेता आनंद ने कहा कि हिन्दी सीखने से आप यहाँ के वातावरण को समझ सकते हैं, आपके लिए दिनचर्या आसान हो जायेगी । इस अवसर पर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्रों ने तथा प्रशिक्षण प्रदान करने वाले शिक्षिकाओं डॉ. रेनू यादव एवं डॉ. प्रियंका सिंह ने अपने अपने अनुभव साँझा किए । इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. विभावरी ने किया तथा डॉ. प्रियदर्शिनी मित्रा के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन से यह कार्यक्रम समाप्त हुआ ।