नकली वायर बनाने वाली फैक्ट्री पर छापे का मामला–मौके से भारी मात्रा में नकली वायर के बंडल मिलने का दावा
नकली वायर बनाने वाली फैक्ट्री के कर्ताधर्ता पर हाथ डालने से कतरा रही है, पुलिस
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ग्रेटर नोएडा
ग्रेटर नोएडा के थाना कासना कोतवाली क्षेत्र के साईट-5 में एक नकली वायर बनाने वाली फैक्ट्री पर छापा मारा गया है। बताया गया है कि मौके से भारी मात्रा में नकली वायर के बंडल मिले हैं। कंपनी अधिकारियों का दावा है कि उनकी कंपनियों के नाम से नकली वायर बनाने और बेचने का धंधा लंबे से समय से चल रहा था। पुलिस से शिकायत की गई और मौके से भारी मात्रा में नकली वायर के बंडल के मिले हैं। वहीं पुलिस नकली वायर बनाने वाली फैक्ट्री के कर्ताधर्ता पर हाथ डालने से कतरा रही है। थाना कासना कोतवाली पुलिस का साफ कहना है कि जांच की बात कहते हुए कंपनी के अधिकारी आए थे मगर मौके पर जाकर देखा तो कॉपीराईट जैसा कुछ मामला मिला नही, तो फिर किस बात का मुकदमा और किस बात की गिरफ़्तारी। नकली वायर बनाने फैक्ट्री के कर्ताधर्ता के खिलाफ कार्यवाही के लिए एक पत्र डीसीपी ग्रेटर नोएडा के लिए लिखा गया है। स्पीड सर्च एंड सिक्योरिटी नेटवर्क प्राईवेट लिमिटेड की ओर से पत्र मेंं डीसीपी से मांग की गई है कि नकली वायर बनाने वाली फैक्ट्री के कर्ताधर्ता के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जावे।
आइए, क्या है पूरा मामला
पुलिस को दी गई तहरीर में कहा कि RR Kabel limited, polycabindia limited, V- guard industries limited, Panasonic life solution indiapvt ltd (Anchor) व Havellsindia limited के नाम से नखली वायर बनानकर बेचने हेतू। महोदय में शोभित शर्मा पुत्र धर्मवीर शर्मा जाँचकर्ता के पद पर स्पीड सर्च एंड सिक्योरिटी नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड में कार्यरत हूँ। तथा हमारी कम्पनी का पता sco 130-131, फर्स्ट फ्लोर, सेक्टर 34, चंडीगढ़ में कार्यरत हूँ। मेरी कम्पनी द्वारा मुझे भिन्न भिन्न नामी कम्पनियो के नाम से बिजली के नखली उपकरण व वायर बनाने व बेचने वाले के खिलाफ पुलिस प्रसासन को साथ लेकर कारवाही करवाने के अधिकार प्राप्त है।
आज दिनांक 19/9/24 जनपद गौतमबुद्ध नगर कसना थाना छेत्र का सर्वे किया गया तो मालुम पडा की jmdcorrporation पता 003, साईट -5, कासना, ग्रेटर नॉएडा का मालिक वीरेंद्र कुमार पुत्र कौशलेन्द्र कुमार हमारी अधिर्कत कम्पनिया RR Kabel limited, polycabindia limited, V- guard industries limited, Panasonic life solution indiapvt ltd (Anchor) व Havellsindia limited के नाम से नकली वायर बनता व अपनी फैक्ट्री पर त्यार कर बेचने का कार्य करता है जिससे हमारी कम्पनिया व सरकार क़ो आर्थिक तोर पर टैक्स आदि का नुकसान होता है। अगर उपरोक्त कारखाने में रेड की जाए तो भारी मात्रा में हमारी अधिकृत कम्पनियो के नखली वायर मिल सकते है
कापीराईट का दावा करने वाली वायर कंपनी
जांच अधिकारी शोभित शर्मा ने कहा है कि स्पीड सर्च एंड सिक्योरिटी नेटवर्क प्राईवेट लिमिटेड में जांच कर्ता के पद पर कार्यरत हैं। कासना के साईट-5 में एक नकली वायर बनाने वाली फैक्ट्री का पता चला। काफी दिन से यह खबर मिल रही थी कि उनके कंपनी नाम पर नकली माल बना कर मार्केट में खपाया जा रहा है। सर्वे किया और फिर उक्त फैक्ट्री पर कार्यवाही के लिए गौतमबुद्धनगर पुलिस के उच्च अधिकारियों को सूचित किया और अनुमति मिलने पर छापा मारा गया। इस छापे की कार्यवाही में थाना कासना कोतवाली की पुलिस फोर्स भी साथ थी। मौके से नकली वायर के बंडल मिलें। कंपनी ऑपरेशन मैनेजर सुमित आर्य और जांचकर्ता शोभित शर्मा ने बताया कि फैक्ट्री के अंदर जांच को वहां से नकली Havells वायर 51 पीस , Anchor वायर 53 पीस , Polycab वायर 55 पीस , RR kabel वायर 40 पीस , Vguard वायर 40 पीस मिले। उन्होंने यह भी बताया कि इस नकली वायर माल की शिनाख्त किए जाने के बाद सबूत पुलिस ने कब्जे में भी ले लिए थे। इसलिए उपरोक्त फैक्ट्री के कर्ताधर्ता वीरेंद्र कुमार द्वारा नामी कंपनियों के नकली वायर तैयार कर उक्त कार्य करने पर उसके जुर्म को धारा 318 भ0न0स व 63,65 कापीराईट एक्ट 1957 से अवगत कराते हुए बरामद माल को व दोषी को थाना हाजिर किया जाना चाहिए। किंतु थाना कासना कोतवाली पुलिस ने नकली वायर बनाने वाले व्यक्ति पर हाथ डालने से कतरा रही है। इसलिए एक पत्र डीसीपी ग्रेटर नोएडा को लिखा गया है और कार्यवाही किए जाने की मांग की गई है क्योंकि इससे उनकी कंपनी को आर्थिक तौर पर और सरकार को भी टैक्स आदि को भारी नुकसान झेलना पड रहा है।
ओरिजन और डुप्लीकेट वायर में भेद जानिए
Orignal Duplicat
Anchor Ancher
Polycab Polyceb
RR Kabel RR Kabal
V-Guard V-Gaurd
Havells Heavells
नकली वायर के मार्केट में खप जाने से होती हैं, हादसे
नकली वायर बनती है और मार्केट में खप जाती है। कई बार वायर मैकेनिक भी मोटे के कमीशन के लालच में मुहूं फेर लेते है और नकली वायर डाल कर पींडी बना निकल लेते हैं,शॉर्ट सार्किट से कई बडे हादसे होते देख गए हैं। बेचारा आम आदमी नकली और असली वायर का भेद समझ ही नही पाता है। जब कि पुलिस प्रशासन का सारा जोर नकली वायर ही नही बल्कि कई और सामान बनाने वाले लोगों को बचाने में लगा रहता है।
नकली वायर बनाने वाली फैक्ट्री पर छापा के मामले में पुलिस की लापा पोती
कासना के साईट-5 में प्रकाश में आए नकली वायर बनाने वाली फैक्ट्री पर छापा के मामले में पुलिस की लापा पोती साफ दिखाई पड रही है। वायर बनाने की अधिकृत कंपनी और कॉपीराईट का दावा किए जाने वाली कंपनी के ऑपरेशन मैनेजर सुमित आर्य और जांचकर्ता शोभित शर्मा को जब यह पता चला कि उनके कंपनी नकली उत्पाद यानी वायर बनाए जा रहे हैं तो उन्होंने पुलिस अधिकारियों को विश्वास में लिया और पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर थाना कासना कोतवाली पुलिस से मौके पर सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार और पुलिस बल गए और वहां पर वायर के बंडल पाए गए।
कंपनी अधिकारी सुमित आर्य और जांचकर्ता शोभित शर्मा यहां तक दावा कर रहे हैं कि पुलिस ने मौके से नकली वायर के बंडलबाकायदा बरामद किए और थाना कोतवली ले गई। मगर पुलिस थाना कासना कोतवाली पुलिस बरामदगी से ही पल्ला झाड रही है। थाना कासना कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार सिंह का तो यहां तक कहना है कि कंपनी के अधिकारी आए जरूर थे जो नकली वायर की बात कह रहे थे मगर पुलिस पर जाकर देखा तो वहां पर ऐसा कुछ नही मिला।
सवाल क जवाब में थाना प्रभारी ने बताया कि जब मामला नकली वायर का है, ही नही तो फिर किस बात की बरामदगी और किस बात की एफआईआर। जब कि एडीसीपी अशोक कुमार का कहना है कि यदि ऐसा कुछ मामला है, तो जांच कराई जाएगी।