
मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी” / गौतमबुद्धनगर
गौतमबुद्ध नगर की राजनीति में इस समय सबसे बड़ी हलचल का कारण बने हैं पूर्व जिला पंचायत सदस्य योगेंद्र भाटी। भाजपा का दामन छोड़कर उन्होंने एक बार फिर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का दामन थाम लिया है। सूत्रों के मुताबिक, बसपा हाईकमान ने उन्हें जेवर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाने का भरोसा भी दे दिया है।
भाजपा छोड़कर बसपा में वापसी
योगेंद्र भाटी कभी बसपा के मजबूत स्तंभ रहे हैं और इसी पार्टी से जिला पंचायत सदस्य भी रह चुके हैं। हालांकि बाद में मतभेदों के चलते उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली थी। लेकिन अब एक बार फिर “घर वापसी” करते हुए उन्होंने बसपा में शामिल होने का ऐलान लखनऊ में किया।

योगेंद्र भाटी ने विजन लाइव से फोन पर बातचीत में कहा –
“बसपा मेरा पुराना परिवार है। आज घर वापसी करते हुए बेहद खुशी हो रही है। प्रत्याशी बनने का सवाल बसपा सुप्रीमो बहन मायावती जी पर छोड़ता हूं, उनका जो भी आदेश होगा उसे मैं सिर माथे लूंगा।”
जेवर की सियासत में बदले समीकरण
जेवर विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला दिलचस्प होने जा रहा है। वर्तमान विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह को भाजपा से दोबारा टिकट मिलेगा या नहीं, यह अभी भी सवाल बना हुआ है। वहीं भाजपा के भीतर भी दावेदारों की लंबी कतार खड़ी हो चुकी है।
उधर, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन की सीटों का बंटवारा अभी स्पष्ट नहीं है। ऐसे में बसपा द्वारा योगेंद्र भाटी को प्रत्याशी बनाए जाने की खबर ने समीकरणों को और उलझा दिया है।
2027 चुनाव की तस्वीर बदली
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि योगेंद्र भाटी की बसपा में वापसी से 2027 के विधानसभा चुनाव में जेवर सीट का परिदृश्य पूरी तरह बदल सकता है। भाजपा और सपा के साथ-साथ अब बसपा भी यहां मजबूत दावेदारी के साथ उतर रही है।

फिलहाल, योगेंद्र भाटी के इस कदम ने जेवर ही नहीं बल्कि पूरे गौतमबुद्ध नगर की राजनीति में नई सरगर्मी पैदा कर दी है।