नोएडा के थाना फेस थर्ड पुलिस रिश्वतखोरी के मामले में घिरी
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ग्रेटर नोएडा
यूपी पुलिस कोर्ट की बात को ही हवा में उडाने में लगी हुई है। यूपी के शो विंडो माने जाने वाले नोएडा यानी गौतमबुद्धनगर पुलिस की इस वक्त की एक बडी खबर सामने आ रही है। यह मामला गौतमबुद्धनगर पुलिस के अवैध हिरासत से संबंधित है।
गौतमबुद्धनगर की जिला अदालत में मु0अ0स0161/ 2024 सरकार बनाम ललित पाल आदि धारा 411,414 भा0द0स0 थाना फेस-3 से संबंधित थाने से दिनांक 09-05-2024 से दिनांक 12-05-2024 तक की सीसीटीवी फुटेज व अभियुक्त ललित पाल के भाई की मोबाइल लॉकेशन एंव कॉल डिटेल (सीडीआर) की आख्या तलब की गई थी। इसमें अभियुक्त ललित पाल के अनुचित व अनैतिक हिरासत के संबंध में भी आरोप लगाए गए थे, उसके संबंध में थाना से आख्या में यह उल्लखित किया गया कि थाने के सभी सीसीटीवी कैमरे चलायमान स्थिति नही है। इस संबंध में पुलिस कमिश्नर गौमबुद्धनगर से प्रकरण से संबंधित पुलिसकर्मियों अथवा संबंधित व्यक्तियों के बयान दर्ज करा कर जांच निष्पादित कर एक माह के अंदर जांच आख्या प्रेषित किए जाने हेतु गत दिनांक 08-07-2024 को पत्र प्रेषित किया गया था, परंतु उक्त के संबंध में जांच आख्या न्यायालय को प्राप्त नही हो सकी। न्यायलय सिविल जज (सी0 डि0)एफ.टी.सी. अपर मुख्य मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट गौतमबुद्धनगर ने पुनः पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर को पत्र प्रेषित करते हुए शीघ्र से शीघ्र जांच आख्या प्रेषित किए जाने के लिए कहा है।
आइए जानिए क्या है, पूरा मामला
एक युवक के अवैध हिरासत में रखने और साथ ही रिश्वत 10,00,000/-रूपये मांगने के आरोप पुलिस पर लगाएः- पीडित पक्ष के अधिवक्ता मनीषपाल सिंह
थाना फेस थर्ड पुलिस रिश्वतखोरी के मामले में घिरती हुई नजर आ रही है। गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट की थाना बिसरख पुलिस के कैब चालक से 7 हजार लूटने का मामला अभी ठंडा नही हुआ कि नोएडा के थाना फेस थर्ड पर जांच की लटक गई है। एक युवक के अवैध हिरासत में रखने और साथ ही रिश्वत 10,00,000/-रूपये मांगने के आरोप पुलिस पर लगाए गए हैं। गौतमबुद्धनगर की जिला अदालत ने इस मामले में पुलिस कमिश्नर को आदेश दिया है कि इस प्रकरण में संबंधित पक्ष के बयान दर्ज कर जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
ललितपाल पुत्र राजपाल सिंह निवासी छिजारसी, सेक्टर-63 नोएडा में मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान है। 9 मई-2024 करीब 5.30-6.30 बजे के बीच करीब 4-5 अज्ञात लोगों ने ललितपाल का दुकान से अहपरण कर लिया। इस दौरान में दुकान मे लगे सीसीटीवी कैमरे तोड दिए एवं डीवीआर तथा 10-15 मोबाइल जो रिपेयरिंग के लिए आए थे, उन्हें भी लूट कर ले गए। ललित पाल के भाई रविंद्र पाल ने इस मामले की सूचना दूसरे दिन डायल 112 लखनउ पर वाट्अप चैट के जरिए दी। ललितपाल के पडोस की दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों से पता चला कि अपहरण करने वाले 4-5 व्यक्ति थे। ललितपाल का भाई रविंद्र पाल इस मामले की शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस चौकी बहलोलपुर व छिजारसी पर गया, मगर पुलिस के स्तर से कोई को कार्यवाही नही गई। आखिर एक दिन बाद 11 मई-2024 को परिवार के लोगों को पता चला कि ललितपाल नोएडा थाना फेस थर्ड की पुलिस की अभिरक्षा में हैं।
पीडित पक्ष के अधिवक्ता मनीषपाल सिंह ने बताया कि जब परिजनों ने पुलिस थाने जाकर संपर्क किया तो ललितपाल को छोडने के बदले 10,00,000/-रूपये की मांग की गई। पुलिस की मांग पूरी न हुई तो फिर 12 मई-2024 को चालान कर दिया गया। इस मामले में मनीषपाल सिंह एडवोकेट ने यह भी बताया कि कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए दिनांक 9 मई-2024 से लेकर 12 मई-2024 तक की थाना फेस थर्ड नोएडा की सीसीटीवी फुटेज एवं प्रार्थी/अभियुक्त/पीडित मोबाइल नं.8700257653 एवं उसके भाई के मोबाइल नं. 9818337413 की लोकेशन एवं कॉल डिटेल (सीडीआर) की आख्या से तलब किए जाने की गुहार लगाई। तब न्यायलय सिविल जज (सी0 डि0)एफ.टी.सी. गौतमबुद्धनगर ने पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर को आदेश दिया कि प्रकरण में संबंधित के बयान दर्ज कर जांच निष्पादित करवाएं और न्यायालय को आख्या प्रेषित करें।