पीड़ित किसान ने मुख्यमंत्री को पत्र के जरिए और सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल करते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के भ्रष्ट अफसरों पर कई आरोप लगाए
मौहम्मद इल्यास-“दनकौरी” /ग्रेटर नोएडा
ग्रेटर नोएडा में किसान की पुश्तैनी आबादी पर ही भ्रष्ट अफसरों की नजरें टिक गई हैं। बेचारे किसान को भ्रष्ट अफसर तरह-तरह से परेशान करने में लगे हुए हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र में एक और जहां अधिसूचित जमीन पर कॉलोनियां बसी हुई है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के भ्रष्ट अफसर इन अवैध कॉलोनियों से मुंहू फेर लेते हैं। वही सीधे-साधे और भोले भाले किसानों को तोड़फोड़ के नाम पर तरह-तरह से परेशान किया जाता है । ऐसा ही एक मामला ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के खोदना गांव से प्रकाश में आया है। पीड़ित किसान ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए न्याय दिलवाने की मांग की है। वहीं दूसरी ओर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीनियर मैनेजर और पटवारी पर भी भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगाए हैं पीड़ित किसान का एक इस तरह का वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है। पीड़ित किसान के इस कदम से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के भ्रष्ट अफसर घिरते हुए नजर आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के खोदना गांव निवासी किसान अमरजीत ने पत्र में साफ लिखा है कि.पुश्तैनी किसान की खसरा नंबर 413 को भूमाफिया बनाने में लगा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारी राजीव कुमार मोतला और पटवारी श्रीपाल ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के नक्शा में दर्ज पुश्तैनी उनकी( किसान) की आबादी पर बने मकान को तोड़ने पहुंचे जबकि पुश्तैनी आबादी खसरा खतौनी व ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सभी कागजों में दर्ज है जिसकी प्रतिलिपि मुख्यमंत्री को भेज दी गई है। पीड़ित किसान अमरजीत ने यह भी कहा है कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारी जिन पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण , सूरजपुर मार्केट और जानसमाना व जुनुपत, SIT प्रकरण बिसरख में जांच चल रही है,फिर किसके दम पर यह नंगा खेल कर हैं। पीड़ित किसान अमरजीत सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि भ्रष्ट अधिकारी राजीव कुमार मोतला, पटवारी श्रीपाल ने उनसे मोटी रकम मांगी और न देने पर पुश्तैनी आबादी की जमीन को तोड़ने के लिए धमकाया है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में तैनात इस तरह के भ्रष्ट अधिकारियों की कार्य शैली से लगातार सरकार की छवि पर बट्टा लग रहा है। इसलिए इनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई करते हुए उन्हें इंसाफ दिलाया जाए।