
मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/ग्रेटर नोएडा
ग्रेटर नोएडा की ऐतिहासिक विरासतों को संजोने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह ने बृहस्पतिवार को भोला रावल गांव का दौरा किया और वहां स्थित प्राचीन मंदिर व ऐतिहासिक तालाब के जीर्णोद्धार के निर्देश दिए। इस स्थल को भविष्य में पर्यटन स्थल (टूरिस्ट स्पॉट) के रूप में विकसित करने की योजना है।
संस्कृति और विकास का संगम
गांव भ्रमण के दौरान एसीईओ ने कहा कि “ऐसे स्थल न केवल हमारी सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक हैं बल्कि ग्रामीण पर्यटन को भी बढ़ावा दे सकते हैं। भोला रावल का प्राचीन मंदिर और तालाब क्षेत्र के इतिहास और परंपराओं से गहराई से जुड़ा है। इसे सुंदरता, स्वच्छता और आधुनिक सुविधाओं के साथ एक आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।”

श्मशान घाट को भी मिलेगा नया रूप
इससे पहले, एसीईओ प्रेरणा सिंह ने भनौता गांव का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने श्मशान घाट के निर्माण कार्य की समीक्षा की। उन्होंने घाट परिसर में षेड (छाजन) लगाने और अन्य जरूरी सुविधाएं विकसित करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। ग्रामीणों की सुविधा और गरिमा को ध्यान में रखते हुए यह कार्य प्राथमिकता से पूरा किया जाएगा।

इंफ्रास्ट्रक्चर को मिलेगी रफ्तार
भ्रमण के क्रम में एसीईओ ने ईकोटेक 16 क्षेत्र में प्रस्तावित 80 मीटर, 60 मीटर और 24 मीटर चौड़ी सड़कों का भी स्थलीय निरीक्षण किया। इन सड़कों के निर्माण के लिए सीईओ एन.जी. रवि कुमार द्वारा पहले ही स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है, जबकि फिलहाल भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया प्रगति पर है।

प्रशासनिक टीम रही साथ
इस दौरे के दौरान वरिष्ठ प्रबंधक सन्नी यादव, प्रबंधक स्वतंत्र कुमार, सहायक प्रबंधक नरेश गुप्ता सहित वर्क सर्किल-2 की पूरी टीम मौके पर मौजूद रही और एसीईओ को हर स्तर पर जानकारी उपलब्ध कराई।

जन-संवेदनशील प्रशासन की मिसाल
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का यह दौरा एक बार फिर यह सिद्ध करता है कि प्रशासनिक अमला केवल बुनियादी ढांचे तक सीमित नहीं, बल्कि सांस्कृतिक पुनर्जागरण और मानवीय मूल्यों के संरक्षण के लिए भी प्रतिबद्ध है। भोला रावल का मंदिर और तालाब आने वाले समय में ग्राम्य विरासत, शांति और सौंदर्य का प्रतीक बनकर उभरने की पूरी क्षमता रखता है।