बार काउंसिल चुनाव: पूर्व अध्यक्ष विपिन कुमार भाटी ने दाखिल किया नामांकन, विभिन्न जिलों से सैकड़ों अधिवक्ताओं ने जताया समर्थन


मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/ इलाहाबाद
दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन, गौतमबुद्धनगर के पूर्व अध्यक्ष विपिन कुमार भाटी, एडवोकेट ने बार काउन्सिल ऑफ उत्तर प्रदेश के चुनाव में सदस्य पद हेतु आज अपना नामांकन दाखिल किया। इस अवसर पर गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, मेरठ, हापुड़, सहारनपुर और अलीगढ़ सहित कई जिलों से सैकड़ों अधिवक्ता इलाहाबाद पहुंचे और उनकी उम्मीदवारी के प्रति समर्थन व्यक्त किया।

नामांकन में मुख्य प्रस्तावक के रूप में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता उदयकरण सक्सेना तथा दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन की एल्डर कमेटी के चेयरमैन जगदीश भाटी उपस्थित रहे।
दौरान उपस्थित प्रमुख अधिवक्ताओं में उच्च न्यायालय से वरिष्ठ अधिवक्ता अनुप त्रिवेदी, विक्रांत राणा, कपिल त्यागी, पंकज त्यागी, अजय चौधरी, अमित चौधरी, राधेश्याम और तेजबीर सिंह शामिल रहे।

इसके अलावा बुलन्दशहर से बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष ठाकुर दिनेश सिंह, राजपूत महासभा के अध्यक्ष ठाकुर सूर्य प्रकाश सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता जयचंद भाटी, मेरठ से पूर्व ए.डी.जी.सी. मनवीर सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता हामिद चौधरी, वीर सिंह भड़ाना, बिजेन्द्र सिंह, अमित चौधरी तथा गौतमबुद्धनगर से पूर्व अध्यक्ष इन्द्रवीर भाटी, पूर्व सचिव अजीत भाटी, सुनील नागर, वरिष्ठ अधिवक्ता संतोष चौधरी, रितेश भाटी, यतेन्द्र नागर, अजय हूण, आजाद चंदेला, हुकुम सिंह, अमित शर्मा, राकेश भाटी और पवन भाटी अपने-अपने साथियों के साथ मौजूद रहे।


विपिन कुमार भाटी का उद्बोधन

नामांकन दाखिल करने के बाद अपने संबोधन में विपिन कुमार भाटी, एडवोकेट ने कहा—

“बार काउंसिल केवल एक संस्था नहीं, बल्कि अधिवक्ताओं के अधिकारों और सम्मान की आधारशिला है। अपने कार्यकाल में मैंने हमेशा अधिवक्ता हितों को सर्वोपरि रखा है और आगे भी यह मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी।”

उन्होंने कहा—

“विभिन्न जिलों से इतनी बड़ी संख्या में साथियों का यहाँ पहुँचना मेरे लिए अत्यंत सम्मान की बात है। यह विश्वास मुझे और अधिक जिम्मेदार बनाता है। मैं बार काउंसिल में पारदर्शिता, जवाबदेही और युवा अधिवक्ताओं के लिए अधिक अवसर सुनिश्चित करने के संकल्प के साथ आया हूँ।”

भाटी ने कहा—

“अधिवक्ता समाज न्याय व्यवस्था की रीढ़ है। यदि मुझे सेवा का अवसर मिलता है, तो मैं अधिवक्ताओं की समस्याओं के समाधान, सुविधाओं के विस्तार और कार्यस्थलों पर सुरक्षा एवं गरिमा सुनिश्चित कराने के लिए पूर्ण निष्ठा से कार्य करूँगा।”

अंत में उन्होंने सभी समर्थकों का धन्यवाद करते हुए कहा—

“आप सभी वरिष्ठों और साथी अधिवक्ताओं का विश्वास मेरी शक्ति है। मैं आपकी उम्मीदों पर खरा उतरने का हर संभव प्रयास करूँगा।”

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