
मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/ग्रेटर नोएडा
ग्रेटर नोएडा को स्वच्छता के नए मानकों पर स्थापित करने की दिशा में प्राधिकरण ने बल्क वेस्ट जेनरेटरों (BWG) के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। सीईओ एन.जी. रवि कुमार के निर्देश पर बनाए गए 8 निरीक्षण दलों ने शनिवार से सघन अभियान चलाते हुए विभिन्न संस्थानों और परिसरों में कूड़ा प्रबंधन की स्थिति का जायज़ा लिया। पहले ही दिन दो संस्थानों पर ₹82,200 की पेनल्टी लगाई गई।

✅ स्वच्छता की नई पहल
स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में चल रहे इस अभियान की शुरुआत शनिवार को हुई, जिसमें बड़े स्तर पर कूड़ा उत्पन्न करने वाले परिसरों (BWG) में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 के अनुपालन की जांच की गई।
एसीईओ श्रीलक्ष्मी वी.एस. के निर्देशन में गठित 8 टीमों को अलग-अलग क्षेत्रों में निरीक्षण की जिम्मेदारी दी गई।

🔎 कौन-कहां क्या पाया गया? एक नज़र:
- गौड़ संस हाईटेक इंफ्रास्ट्रक्चर, सेक्टर-4 (टीम 1)
✔ सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट नियमों का अनुपालन संतोषजनक पाया गया। - अम्रपाली लेज़र वैली, टेकजोन-4 (टीम 2)
❌ कूड़ा प्रबंधन में खामी पाए जाने पर पेनल्टी लगाई गई (राशि निर्दिष्ट नहीं)। - एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स, ईकोटेक-2 (टीम 3)
✔ नियमों के अनुरूप वेस्ट मैनेजमेंट। - शारदा विश्वविद्यालय, नॉलेज पार्क-3 (टीम 4)
❌ खामी पाए जाने पर ₹52,000 की पेनल्टी लगाई गई। - एआर लैंडक्राफ्ट, सेक्टर-27 (टीम 5)
❌ कूड़ा प्रबंधन अनुचित पाए जाने पर ₹30,200 का जुर्माना। - हल्दीराम स्नैक्स, ईकोटेक-11 (टीम 6)
🔧 निर्माण कार्य प्रगति पर, संचालन प्रारंभ नहीं। - गोल्डन जीएई इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, सेक्टर म्यू-1 (टीम 7)
🔧 निर्माणाधीन संस्था, कूड़ा प्रबंधन लागू नहीं। - होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड, ईकोटेक-1 (टीम 8)
✔ परिसर में कूड़ा निष्पादन उपयुक्त और स्वच्छ वातावरण।

📢 प्राधिकरण की स्पष्ट चेतावनी
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बल्क वेस्ट उत्पन्न करने वाले सभी प्रतिष्ठानों से अपील की है कि वे अपने परिसर में कूड़े के निस्तारण की व्यवस्था खुद करें। अन्यथा, प्राधिकरण की टीमें नियमित निरीक्षण करती रहेंगी, और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 के अनुसार कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।

एसीईओ श्रीलक्ष्मी वी.एस. ने नागरिकों और संस्थानों से ग्रेटर नोएडा को स्वच्छ रखने में सक्रिय भागीदारी की अपील करते हुए कहा:
“यह शहर हम सबका है, और इसे स्वच्छ बनाए रखने की जिम्मेदारी भी हम सबकी है। संस्थाएं यदि खुद जिम्मेदारी से कूड़े का प्रबंधन करेंगी तो प्राधिकरण की कार्रवाई की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी।”

🌿 हरियाली और स्वच्छता बने रहें शहर की पहचान
ग्रेटर नोएडा को एक स्मार्ट, स्वच्छ और टिकाऊ शहर बनाने की दिशा में यह अभियान एक ठोस पहल है। आने वाले दिनों में और भी संस्थानों का निरीक्षण किया जाएगा, जिससे पूरे शहरी क्षेत्र में स्वच्छता की सतत निगरानी सुनिश्चित हो सके।