भेड चारवाहे पप्पू बाल्मिकी ने ’’विजन लाइव’’ को बताया कि कुदरत की नजर ही सीधी थी और किस्मत ठीक थी कि मौके पर बेटा साथ था। यदि ऐसा नही होता तो आज न तो वह खुद बच पाता और न ही भेड ही
Vision Live/Dankaur
दनकौर में भेड लूटने का प्रयास किया गया। बेहोशी की हालत में भेड चारवाहे को बाबा सूखामल डालचंद नंबदार अस्तपाल में इलाज के लिए ले गया। लुटेरे काले रंग की ईको कार में सवार होकर आए थे। मिली जानकारी के मुताबिक करीब 4 दिन पहले यमुना सिटी दनकौर सिंकद्राबाद बाईपास रोड पर बाबा फिरोज शाह चिश्ती की दरगार के पीछे भरी दोपहरी में रोज की भांति दनकौर के बडा मुहल्ला निवासी भेड चरवाहा पप्पू बाल्मिकी पुत्र स्व0 बंगाली बाल्मिकी भेड चरा रहा था। करीब 250 की संख्या में भेड एक ओर चर रही थी। इसी बीच एक काले रंग की ईको कार में सवार होकर 2 लोग आए और चरवाहे पप्पू बाल्मिकी से खरबूजा खाने के लिए कहने लगे। कार सवार लोगों के पास खरबूजे के कटे हुए हिस्से में काला नमक जैसी चीज बुरकी हुई थी। कार सवार लोगों के हावभाव से चारवाहे को कुछ शक हुआ और खरबूजा खाने से मना कर दिया। आखिर कार सवारों की जिद पर चारवाहे ने इस लिहाज से खरबूजा ले लिया कि कुछ दूरी पर आंख बचते ही फैंक देगा। भेड चरवाहे ने खरबूजा हाथ में ले लिया और कुछ दूरी पर आगे चल कर फैंकने के लिए थैला खोला तो गंध उठी और भेड चरवाहा पप्पू बेहोश होकर गिर गया। भेड चारवाहे के बेटे ने जब यह हालत देखी तो शोर मचाता हुआ दौडा और फिर इलाज के लिए दनकौर के बाबा सूखामल डालचंद नंबरदार अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया। उधर ईको कार सवार लोग भाग छूटे। भेड चारवाहे पप्पू बाल्मिकी ने ’’विजन लाइव’’ को बताया कि कुदरत की नजर ही सीधी थी और किस्मत ठीक थी कि मौके पर बेटा साथ था। यदि ऐसा नही होता तो आज न तो वह खुद बच पाता और न ही भेड ही।