डिजिटल युग की ओर एक और ठोस कदम – ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ई-ऑफिस में बदलने को तैयार

 

ई-ऑफिस की ओर तेज़ी से बढ़ रहा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, 3 जून तक चलेगा विशेष शिविर

फाइलें होंगी पूरी तरह डिजिटल, अफसर कर सकेंगे कहीं से भी अप्रूवल; दस्तावेज़ रहेंगे पूरी तरह सुरक्षित

मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/ ग्रेटर नोएडा

ग्रेटर नोएडा, 30 मई। उत्तर प्रदेश सरकार की डिजिटल इंडिया अभियान से प्रेरित पहल के अंतर्गत सभी सरकारी विभागों को ई-ऑफिस प्रणाली में परिवर्तित किया जा रहा है। इसी क्रम में ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण भी तेज़ी से ई-ऑफिस की ओर अग्रसर है। इस दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति करते हुए प्राधिकरण ने स्थायी अधिकारियों और कर्मचारियों की ईमेल आईडी तैयार कर ली है तथा डिजिटल हस्ताक्षर प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

प्राधिकरण के सीईओ श्री एनजी रवि कुमार के निर्देश पर ई-ऑफिस प्रणाली को शीघ्र लागू करने की दिशा में कार्य जारी है। एसीईओ श्रीमती प्रेरणा सिंह ने बताया कि इस प्रक्रिया की ज़िम्मेदारी प्रबंधक (सिस्टम) डॉ. के.एम. चौधरी को सौंपी गई है, जो इस कार्य के नोडल अधिकारी हैं। एनआईसी (नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर) की सहायता से पूरी प्रणाली को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है।

डॉ. चौधरी के नेतृत्व में सिस्टम विभाग की टीम ने अब तक लगभग 160 अधिकारियों और कर्मचारियों का ई-ऑफिस प्रोफाइल तैयार कर लिया है। जिन शेष कर्मचारियों की ईमेल आईडी और डिजिटल साइनिंग अभी शेष है, उनके लिए 2 और 3 जून को दोपहर 3 बजे से प्राधिकरण ऑडिटोरियम में विशेष शिविर आयोजित किया जाएगा। इस दौरान संबंधित कर्मचारियों से आधार कार्ड, पैन कार्ड और प्राधिकरण का पहचान पत्र लाने का अनुरोध किया गया है।

ई-ऑफिस प्रणाली लागू होने के बाद अधिकारी प्रदेश के किसी भी कोने से फाइलों को देख सकेंगे, उन पर टिप्पणी और स्वीकृति दे सकेंगे। इससे फाइल मूवमेंट में पारदर्शिता और गति दोनों आएगी। साथ ही दस्तावेज़ों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। यह प्रणाली स्वचालित रूप से तारीख और समय दर्ज करती है, जिससे कार्यों की ट्रैकिंग और जवाबदेही भी सुनिश्चित हो सकेगी। उत्तर प्रदेश सरकार इस पूरी परियोजना का व्यय स्वयं वहन कर रही है, जिससे अधिकारियों और कर्मचारियों पर कोई अतिरिक्त भार नहीं पड़ेगा।

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