हार्ट केयर के एडवांस तरीकों का आविष्कार- बुजुर्ग के दिल से निकाला  ट्यूमर

नोएडा मेट्रो हॉस्पिटल हार्ट इंस्टीट्यूट
नोएडा मेट्रो हॉस्पिटल हार्ट इंस्टीट्यूट ने एक 70 वर्षीय बुजुर्ग का हार्ट ट्यूमर निकालकर सफल ऑपरेशन किया

70 वर्षीय मरीज के दिल से निकाला गया ट्यूमर, मेट्रो हॉस्पिटल नोएडा में सफल ऑपरेशन

Vision Live/Greater Noida

नोएडा मेट्रो हॉस्पिटल हार्ट इंस्टीट्यूट ने एक 70 वर्षीय बुजुर्ग का हार्ट ट्यूमर निकालकर सफल ऑपरेशन किया है।. हिमाचल प्रदेश के ऊना के रहने वाले बुजुर्ग मरीज की मिनिमली इनवेसिव सर्जरी की गई है।.मेट्रो हॉस्पिटल में चीफ कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जन डॉक्टर जीवन पिल्लई के नेतृत्व में ये सफल सर्जरी की गई है और 2 इंच का कट लगाकर ट्यूमर बाहर निकाला गया। मरीज रूप लाल शर्मा का बी-सेल लिम्फोमा का इलाज चल रहा था. ये वो कैंसर होता है जो वाइट ब्लड सेल्स (लिम्फोसाइट्स) में होता है.  रूप लाल शर्मा का चार साल से दिल्ली में इलाज चल रहा था। . मरीज की जब ईकोकार्डियोग्राफी कराई गई तो हार्ट में ट्यूमर होने की बात पता चली. इसके बाद परिवार ने कैंसर का इलाज कराने का फैसला किया.। कैंसर का इलाज होने के बाद से रूप लाल शर्मा के लगातार फॉलोअप चल रहे थे,. हाल ही में उन्हें दर्द महसूस हुआ और वो काफी असहज थे। परिवार उन्हें ऊना के ही एक अस्पताल में ले गया, जहां से उन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया।

डॉक्टर जीवन पिल्लई
डॉक्टर जीवन पिल्लई ने इस पूरे मामले को देखा और परिवार से बात की. यहां जब मरीज की ईकोकार्डियोग्राफी की गई तो दिल के एक चैम्बर लेफ्ट एट्रियम में ट्यूमर पाया

3 जुलाई को मरीज को मेट्रो हॉस्पिटल लाया गया, जहां डॉक्टर जीवन पिल्लई ने इस पूरे मामले को देखा और परिवार से बात की. यहां जब मरीज की ईकोकार्डियोग्राफी की गई तो दिल के एक चैम्बर लेफ्ट एट्रियम में ट्यूमर पाया गया जिसका साइज 3.5*3 सेमी था. डॉक्टरों ने आगे की परेशानी से बचाव के लिए ट्यूमर निकालने का सुझाव दिया। मेट्रो हॉस्पिटल हार्ट इंस्टीट्यूट में चीफ कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जन डॉक्टर जीवन पिल्लई ने बताया, ”इस तरह के मामलों में परंपरागत रूप से दिल के फ्रंट वाले हिस्से में ब्रेस्ट बोन को काटकर ट्यूमर निकाला जाता है. लेकिन इस केस में मरीज की उम्र 70 साल थी और कैंसर के इलाज के बाद वो काफी कमजोर हो गए थे, ऐसे में परिवार को मिनिमली इनवेसिव सर्जरी का सुझाव दिया गया। परिवार ने डॉक्टर की सलाह को माना और वो मिनिमली इनवेसिव सर्जरी के लिए तैयार हो गए। . डॉक्टरों ने सर्जरी में 2 इंच का कट लगाया और ट्यूमर को निकाल दिया। डॉक्टर जीवन पिल्लई ने कहा, ”सर्जरी के कुछ घंटों बाद ही मरीज ने चलना स्टार्ट कर दिया और अब उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है।  मरीज की पत्नी हेमलता शर्मा ने कहा, ”कैंसर के लंबे इलाज के बाद हम लोग परेशान हो गए थे क्योंकि मेरे पति ट्यूमर की वजह से फिर बीमार पड़ गए थे. । हम भाग्यशाली रहे कि मेट्रो हॉस्पिटल के डॉक्टरों से हमें अच्छे सुझाव मिले  और उन्होंने अच्छी तकनीक के साथ सर्जरी की जिससे मेरे पति की रिकवरी भी जल्दी हो गई.। मेट्रो ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के चेयरमैन डॉक्टर पुरुषोत्तम लाल ने कहा, ”मेट्रो हार्ट इंस्टीट्यूट हमेशा से सस्ते और सुरक्षित तरीके से हार्ट केयर के एडवांस तरीकों का आविष्कार करने में आगे रहा है। हिमाचल के मरीज का ये केस नई तकनीकों की मदद से बेहतर रिजल्ट पाने का एक शानदार उदाहरण है। . हमारे पास सबसे अनुभवी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षित हार्ट स्पेशलिस्ट हैं जो सबसे एडवांस और सटीक तरीके से हार्ट केयर देने के लिए समर्पित हैं।

 

 

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