538 बाढ़ पीड़ितों को सकुशल राहत कैंपों में पहुंचाया गया,जनहित जूनियर हाई स्कूल फलैदा में बनाया गया राहत शिविर
Vision Live/Jewar
यमुना ने जेवर क्षेत्र के लगभग दर्जनों ग्रामों में तबाही मचाई है, जिसमें सबसे ज्यादा चंडीगढ़ मेहंदीपुर खादर में यमुना नदी का रौद्र रूप देखने को मिला है। समूचा चंडीगढ़ ग्राम एनडीआरएफ की मदद से विस्थापित राहत शिविर में पहुंचाया गया।शाम होने तक जल स्तर में कोई गिरावट नही देखी गई। उधर मोतीपुर का भी हाल ऐसा ही रहा, जिससे वहां के भी सभी लोगों को राहत शिविर में शिफ्ट किया गया। लतीफपुर, मकनपुर, मुर्शदपुर से 59 लोगो को रेस्क्यू किया गया तथा उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने लगातार आज तीसरे दिन बाढ़ की स्थिति का जायज़ा लिया व फलैदा स्थित राहत शिविर का दौरा किया तथा बाढ़ विस्थापितों का हाल चाल जाना और बच्चों से भी बात कर उनको तसल्ली दी। जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने गांव में बाढ़ आने के कारण विस्थापित लोगों के लिए दिनांक 14-जुलाई-2023 को फलैदा स्थित स्कूल में ठहरने की व्यवस्था कराई।
जहाँ उनकी बुनियादी जरूरतें जैसे-बिजली, पानी, दवाईयां, शौचालयों आदि का इंतजाम ग्रामवासियों और प्रशासन के सहयोग से कराया । जेवर क्षेत्र में 4 राहत शिविर स्थापित किए गए है, जिसमे फलैदा राहत शिविर सक्रिय है। सभी बाढ़ चौकियां सक्रिय रूप से कार्य कर रहीं है। लोगों को उम्मीद है कि आज रात पानी के स्तर में गिरावट आएगी और जन जीवन पुनः सामान्य रूप से पटरी पर लौटेगा। गौरतलब है कि तीन दिन पूर्व हथनीकुण्ड से पानी छोड़े जाने पर गौतमबुद्धनगर के जेवर क्षेत्र में यमुना के तटीय ग्रामों में भरी तबाही मचाई है। फसलों, पशुओं, गैर सरकारी संपत्तियों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। विधायक जेवर लगातार बाढ़ पीड़ितों के बीच में ही रहकर, उनकी हरसंभव मदद कर रहे हैं तथा अपना ज्यादातर समय उन्ही के बीच में गुजार रहे हैं।