
मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/ ग्रेटर नोएडा
शाम के करीब 7 बजे थे। नन्हीं आंचल अपना होमवर्क कर रही थी और किचन में उसकी माँ, नीलिमा, रात का खाना बनाने में जुटी थी। बाहर से आने वाली हल्की खुशबूजेवराती दे रही थी कि आज रसोई में कुछ खास पक रहा है। लेकिन हर दिन की तरह फिर वही दिक्कतें—
तेज़ धुआँ, चिमनी का बार-बार ऑटोक्लीन दबाना भूल जाना, और पिछली बार दूध उबलने पर हॉब के बर्नर में घुसा तरल जो अभी तक पूरी तरह साफ नहीं हुआ था—सब नीलिमा के मूड का स्वाद बिगाड़ देते थे।
इसी बीच, नीलिमा ने हंसते हुए कहा—
“काश! रसोई भी स्मार्टफोन की तरह स्मार्ट बन जाती…”
और मानो उसी ख्वाहिश को सुनते हुए, उसी शाम टीवी पर एक नया विज्ञापन झिलमिलाया—
“क्रॉम्पटन प्रेज़ेंट्स: Smart Inside, Stunning Outside”
वियोना हॉब्स और एलिटियो BLDC चिमनी।
नीलिमा के चेहरे पर पहली बार उम्मीद की चमक आई।
अगले ही हफ्ते…
घर में नई चमक थी। डाइनिंग टेबल पर अभी भी क्रॉम्पटन के बॉक्स रखे थे। इंस्टॉलेशन पूरा हुआ ही था। नीलिमा ने जैसे ही गैस ऑन किया, वियोना हॉब का डायरेक्ट फ्लेम बर्नर पल भर में जल उठा। लौ बिल्कुल सीधी और शक्तिशाली—इतनी कि सब्ज़ी पलटते ही पकना शुरू हो गई।
उधर, स्टोव के पास बैठे उनके पति अनिल ने चौंककर कहा—
“अरे… इतना जल्दी पक गया? गैस भी कम लग रही है!”
नीलिमा मुस्कुरा उठीं—
“हाँ, डायरेक्ट फ्लेम बर्नर है। और ऊपर से ये सील्ड बर्नर… अब दूध गिरेगा भी तो हॉब नहीं बिगड़ेगा।”
उसी समय तड़का लगते ही रसोई में थोड़ी हल्की गंध फैली।
लेकिन जैसे जादू हो गया हो…
एलिटियो BLDC चिमनी खुद-ब-खुद ON हो गई।
आंचल चिल्लाई—
“मम्मी! ये तो अपने आप चल पड़ी!”
नीलिमा ने बताया—
“हाँ, इसमें स्मार्ट-ऑन सेंसर है। जैसे ही धुआँ बनता है, ये खुद शुरू हो जाती है।”
और फिर वह फीचर जिसने नीलिमा को सबसे ज्यादा राहत दी—
इंटेलिजेंट ऑटोक्लीन।
अब उन्हें हर 15-20 दिन पर ऑटोक्लीन दवाना याद नहीं रखना था।
चिमनी खुद हर 30 घंटे के इस्तेमाल के बाद अपना टैंक गर्म कर तेल अलग कर लेती है।
अनिल ने मज़ाक में कहा—
“चिमनी भी अब घर की तरह सेल्फ-डिसिप्लिन्ड हो गई है।”
रसोई… अब घर का सबसे पसंदीदा कोना
अब खाना सिर्फ पकता नहीं, बल्कि एक आसान अनुभव बन गया था—
- धुआँ नहीं
- गंध नहीं
- गैस की बचत
- साफ-सफाई का झंझट खत्म
- और हॉबटॉप का हाइब्रिड डिज़ाइन जिसने रेनोवेशन के बिना रसोई को मॉडर्न बना दिया
आंचल ने तो स्कूल में अगले दिन ये गर्व से बताया—
“हमारी चिमनी खुद साफ होती है और खुद चलती भी है!”
नीलिमा हँस पड़ीं।
सालों में पहली बार उन्हें लगा—
रसोई उनके लिए काम नहीं, सुविधा और स्टाइल का संगम बन गई है।
कहानी यहीं खत्म नहीं होती… यह तो भारतीय किचन का नया अध्याय है
क्रॉम्पटन का यह नया कलेक्शन सिर्फ प्रोडक्ट नहीं, भारतीय परिवारों की रोजमर्रा की चुनौतियों का व्यवहारिक समाधान है।
आरुषि अग्रवाल के शब्द उसी शाम नीलिमा के मन में गूंज रहे थे—
“हमारा मकसद फीचर्स जोड़ना नहीं, उपभोक्ताओं की जिंदगी आसान बनाना है।”
और सच में—
वियोना हॉब्स और एलिटियो BLDC चिमनी ने सिर्फ एक रसोई नहीं बदली…
बल्कि एक परिवार का पूरा अनुभव बदल दिया।
अब हर दिन नीलिमा कहती हैं—
“स्मार्ट किचन हो तो ऐसा।”