
**नोएडा पुलिस ने 85 लाख की ज्वैलरी उड़ाने वाली ‘मेड-थीफ डुओ’ गिरफ्तार की**

क्राइम रिपोर्टर / नोएडा
नोएडा के पॉश सेक्टरों में पिछले कुछ महीनों में एक अजीब पैटर्न सामने आ रहा था—काम मांगने वाली महिलाएँ आतीं, दो-तीन दिन दिखतीं…और फिर अचानक गायब।
गायब होने के बाद मालिकों को पता चलता—अलमारी का सोना भी गायब!
लगातार मिल रही शिकायतों ने पुलिस को चौकन्ना किया। सेक्टर-24 और सेक्टर-49 थानों की टीमों ने घटनाओं की कड़ियाँ जोड़नी शुरू कीं, और CCTV फुटेज में दो महिलाओं की परछाइयाँ इस पूरी कहानी की चाबी बन गईं।
क्राइम थ्रिलर की शुरुआत—दो मोबाइल नंबरों ने खोल दिया पूरा राज़
दोनों संदिग्ध महिलाओं की तस्वीरें और उनके मोबाइल नंबर हाथ लगते ही लोकेशन ट्रेस की गई।
पुलिस को हैरानी हुई—दोनों की लोकेशन नोएडा छोड़कर पश्चिम बंगाल में मिल रही थी।
तुरंत एक संयुक्त टीम तैयार हुई और हाई लेवल अनुमति लेकर 1,300 किलोमीटर दूर पश्चिम बंगाल रवाना कर दी गई।
मेदनीपुर में छापेमारी—19 नवंबर को दोनों गिरफ्तार
मेदनीपुर जिले के सारंग व बेलदा क्षेत्रों में दबिश दी गई और मुखबिर की सूचना पर
मामूनी जना उर्फ मोनी और आशा उर्फ मामोनी को गिरफ्तार कर लिया गया।
दोनों की निशानदेही पर करीब 85 लाख की ज्वैलरी/डायमंड और 2.89 लाख रुपये कैश बरामद हुआ।
दोनों को वहीं के अदालत में पेश किया गया जहाँ से तीन दिन का ट्रांजिट रिमांड मिला।
अब उन्हें कानूनी प्रक्रिया पूरी कर गौतमबुद्धनगर कोर्ट में प्रस्तुत किया जा रहा है।
**अभियुक्ताएँ कौन हैं?
दिखने में साधारण, पर काम ‘प्रोफेशनल चोरों’ जैसा** दोनों ने पूछताछ में बताया—
- वे पिछले 5 साल से नोएडा में घरेलू सहायिका बनकर घर-घर जाती थीं
- मौका मिलते ही अलमारी से सोना-पैसा निकाल लेतीं
- चोरी के बाद कभी उसी घर में वापस नहीं जातीं
- सोने को गलाकर छोटे-छोटे बिस्किट बनातीं
- और राह चलते लोगों को “मजबूरी में बेच रही हूँ” कहकर नकद ले लेतीं

पकड़े जाने पर मिला सच—दोनों की जुबानी कहानी
1. मामूनी जना उर्फ मोनी
“साहब, सेक्टर-12 के P-Block के घर से यह ज्वैलरी ली थी…कुछ बेच दी जिससे तीन लाख मिले थे।”
2. आशा उर्फ मामोनी
“9 अक्टूबर को सेक्टर-49 में काम मिला। उसी दिन खुली अलमारी देखकर गहने और कैश उठा लिया…दिवाली के बाद पति के साथ बंगाल लौट गई। कुछ गहने गलवाए, कुछ बेचकर 1.34 लाख मिले।”

बरामद ज्वैलरी – 85 लाख की चमक
थाना सेक्टर-24 (लगभग 70 लाख की बरामदगी)
– कई चैन-पेंडेंट सेट
– नैकलेस, इयररिंग, ब्रेसलेट
– सोने का टुकड़ा
– नगदी 1,54,810 रुपये
थाना सेक्टर-49
– 69.49 ग्राम का गोल्ड बिस्किट
– गोल्ड बैंगल
– सफेद पत्थर
– नगदी 1,34,500 रुपये

नोएडा पुलिस मीडिया सेल का बयान
इस कार्रवाई ने साबित किया कि टेक्निकल सर्विलांस, लोकल इंटेलिजेंस और तेज़ पुलिस समन्वय की वजह से इंटर-स्टेट क्राइम भी पकड़ा जा सकता है।
रिहायशी इलाकों में घरेलू सहायिकाएँ रखने से पहले पूरी तरह सत्यापन कराने की अपील की गई है।