सीनियर सिटीज़न को साइबर ठगी से बचाने के लिए गौतमबुद्धनगर पुलिस का ‘डिजिटल सुरक्षा मिशन’ अभियान


SBI कार्ड्स के साथ संयुक्त जागरूकता कार्यक्रम, विशेषज्ञों ने बताए साइबर अपराध रोकथाम के प्रभावी उपाय

    क्राइम रिपोर्टर / नोएडा
तेजी से बढ़ते साइबर अपराधों को देखते हुए गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट ने वरिष्ठ नागरिकों को डिजिटल खतरों से सुरक्षित रखने की दिशा में एक सराहनीय पहल की है। पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह के निर्देशन में पुलिस आयुक्त कार्यालय, सेक्टर-108 में ‘डिजिटल सुरक्षा मिशन’ के तहत एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम SBI कार्ड्स के सहयोग से आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में सीनियर सिटीजन ने भाग लिया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता अपर पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था राजीव नारायण मिश्र ने की। इस अवसर पर MHA के डायरेक्टर Nishant Kumar, DCP साइबर शैव्या गोयल, SBI कार्ड्स की MD एवं CEO Salila Pandey, साइबर विशेषज्ञ Amit Dubey तथा SBI कार्ड्स की CCRO Ms. Nandini Malhotra समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।

ठगी के नए तरीकों से लेकर बचाव के उपायों तक विस्तृत जानकारी

साइबर क्राइम सेल और SBI कार्ड्स की विशेषज्ञ टीम ने वरिष्ठ नागरिकों को बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड, यूपीआई फ्रॉड और डिजिटल पेमेंट से जुड़ी नवीनतम ठगी तकनीकों के बारे में विस्तार से बताया।
विशेषज्ञों ने समझाया कि—

  • OTP, पासवर्ड और कार्ड विवरण साझा न करना क्यों अनिवार्य है
  • फर्जी KYC कॉल, लॉटरी/इनाम, निवेश ठगी, और फ्रॉड लिंक कैसे पहचानें
  • संदिग्ध गतिविधि दिखने पर तुरंत क्या कदम उठाएं
  • साइबर हेल्पलाइन 1930 और राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल (cybercrime.gov.in) का सही उपयोग कैसे करें

कार्यक्रम के दौरान रामाज्ञा स्कूल के बच्चों ने एक प्रभावी नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर साइबर सुरक्षा का संदेश सरल और रोचक तरीके से दिया, जिसे वरिष्ठ नागरिकों ने खूब सराहा।

वास्तविक केस स्टडीज़ ने खोले साइबर अपराधियों के ‘ट्रिक्स’

अधिकारियों ने हाल के साइबर अपराधों के उदाहरण साझा कर बताया कि किस प्रकार ठग तकनीकी भ्रम पैदा कर लोगों से संवेदनशील जानकारी हासिल कर लेते हैं। साथ ही, यह भी बताया गया कि थोड़ी सतर्कता और जागरूकता से अधिकतर ठगी रोकी जा सकती है।

पुलिस की ओर से निरंतर अभियानों का आश्वासन

पुलिस अधिकारियों ने प्रतिभागियों को आश्वस्त किया कि वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा के लिए

  • नियमित प्रशिक्षण,
  • जागरूकता कार्यक्रम,
  • आउटरीच कैंप,
  • और डिजिटल सुरक्षा अभियानों का आयोजन भविष्य में भी लगातार जारी रहेगा।

वरिष्ठ नागरिकों ने कार्यक्रम को सराहते हुए अपने अनुभव साझा किए और कई महत्वपूर्ण प्रश्न भी पूछे, जिनका विशेषज्ञों ने समाधानात्मक उत्तर दिया।


गौतमबुद्धनगर पुलिस का यह कदम डिजिटल युग में वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो रहा है।


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