
📰 60वां आईएचजीएफ दिल्ली मेला – ऑटम 2025 13 से 17 अक्टूबर तक इंडिया एक्सपो सेंटर, ग्रेटर नोएडा में होगा आयोजन
भव्य आयोजन में 110 से अधिक देशों से खरीदारों की भागीदारी, 3000 से अधिक प्रदर्शक होंगे शामिल

मौहम्मद इल्यास – “दनकौरी” / ग्रेटर नोएडा
विश्वस्तरीय व्यापार मंच आईएचजीएफ दिल्ली मेला – ऑटम 2025 (IHGF Delhi Fair – Autumn 2025) का 60वां माइलस्टोन संस्करण 13 से 17 अक्टूबर 2025 तक इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा में आयोजित किया जा रहा है। इस प्रतिष्ठित आयोजन का आयोजन हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (EPCH) द्वारा किया गया है।
🌸 भारत की शिल्प विरासत और आधुनिक डिजाइन का संगम
इस वर्ष का मेला “वेव ऑफ प्रोग्रेस” (प्रगति की लहर) थीम पर आधारित है, जो भारतीय हस्तशिल्प की विविधता, परंपरा और आधुनिकता के सुंदर संगम को दर्शाता है।
मेला 16 विशाल हॉलों और 900 स्थायी शोरूमों में फैला होगा, जिसमें 3000 से अधिक प्रदर्शक अपने उत्कृष्ट उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे।
यह आयोजन होम डेकोर, फर्नीचर, टेक्सटाइल्स, फैशन ज्वैलरी, क्राफ्ट्स, फेस्टिव सजावट, इको-फ्रेंडली उत्पादों और बच्चों के एक्सेसरीज सहित 16 प्रमुख श्रेणियों को कवर करेगा।
🌍 110 से अधिक देशों से खरीदारों की उपस्थिति
इस भव्य मेले में 110 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों और खरीदारों की भागीदारी होगी। इनमें अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, इटली, सऊदी अरब, सिंगापुर, स्पेन, रूस सहित अन्य कई देशों के थोक विक्रेता, डिस्ट्रीब्यूटर, डिपार्टमेंटल स्टोर, रिटेलर्स और डिजाइन विशेषज्ञ शामिल होंगे।

🏺 कारीगरों और उद्यमियों के लिए एक बड़ा अवसर
EPCH अध्यक्ष नीरज खन्ना ने कहा कि “पिछले तीन दशकों में आईएचजीएफ दिल्ली मेला वैश्विक खरीदारों और भारतीय निर्यातकों के लिए एक विश्वसनीय सोर्सिंग प्लेटफॉर्म बन चुका है। यह आयोजन भारत के लाखों कारीगरों के हुनर और रचनात्मकता को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का माध्यम है।”
EPCH महानिदेशक और IEML अध्यक्ष राकेश कुमार ने कहा कि “1994 में शुरू हुआ यह मेला आज दुनिया के प्रमुख व्यापारिक आयोजनों में शामिल है। यह भारत को वैश्विक बाजार से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण सेतु बन चुका है।”
EPCH उपाध्यक्ष सागर मेहता ने बताया कि यह आयोजन विदेशी खरीदारों और भारतीय निर्यातकों के बीच सीधी व्यापारिक वार्ताओं और नेटवर्किंग का बेहतरीन अवसर प्रदान करता है। प्रदर्शक खरीदारों की जरूरतों के अनुरूप अपने उत्पादों को कस्टमाइज भी कर सकेंगे।
मुख्य संयोजक अवधेश अग्रवाल ने कहा कि “यह मेला भारत की कला, परंपरा और नवाचार को प्रदर्शित करने वाला मंच है। यह न केवल व्यापारिक अवसर पैदा करता है बल्कि नए उद्यमों और डिज़ाइन इनोवेशन को भी प्रोत्साहित करता है।”

🎨 संस्कृति, ज्ञान और नवाचार का संगम
आईएचजीएफ दिल्ली मेला–ऑटम 2025 के अध्यक्ष रजत अस्थाना ने कहा कि “यह आयोजन भारत की युवा शक्ति और नवाचार की भावना का प्रतिनिधित्व करता है, जो चुनौतियों को अवसरों में बदल रही है।”
उपाध्यक्ष रोहित ढल ने बताया कि मेले में लाइव क्राफ्ट डेमो, थीम आधारित प्रदर्शनियां, नॉलेज सेशन, सांस्कृतिक कार्यक्रम और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पुरस्कार जैसी गतिविधियाँ होंगी।
उपाध्यक्ष मोहित चोपड़ा ने कहा कि “इंडस्ट्री विशेषज्ञ विभिन्न सत्रों में ट्रेंड्स, मार्केटिंग, विजुअल मर्चेंडाइजिंग, एआई आधारित डिज़ाइनिंग और निर्यात रणनीतियों पर चर्चा करेंगे।”
उपाध्यक्ष सिमरनदीप सिंह कोहली ने बताया कि “इस वर्ष बिहार सहित पूर्वी भारत के शिल्पों को विशेष स्थान दिया गया है, साथ ही फैशन ज्वेलरी और हैंडीक्राफ्ट सेक्शन में देशभर की पारंपरिक कलाओं का भव्य प्रदर्शन होगा।”
📢 वैश्विक प्रचार और बड़ी भागीदारी
EPCH कार्यकारी निदेशक आर.के. वर्मा ने बताया कि “इस मेले का प्रचार दुनिया भर में भारतीय दूतावासों, अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और सोशल मीडिया के माध्यम से किया गया है। कई वैश्विक कंपनियों ने अपनी उपस्थिति की पुष्टि की है, जिनमें WHSmith, Kalalou Inc., VCNY Home, Liverpool Group, Oaktree Wholesale Inc., Miniso Lifestyle Pvt Ltd, Reliance Retail, FabIndia, Taj Group, Aditya Birla Fashion आदि प्रमुख नाम शामिल हैं।”

📈 भारत के निर्यात में नई ऊंचाई
EPCH ने वर्ष 2024-25 में 33,123 करोड़ रुपये (3,918 मिलियन अमेरिकी डॉलर) के हस्तशिल्प निर्यात का लक्ष्य हासिल किया है।
आईएचजीएफ दिल्ली मेला इस क्षेत्र को नई दिशा देने और भारत की हस्तशिल्प शक्ति को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने की दिशा में एक सशक्त कदम साबित होगा।