
क्राइम रिपोर्टर / गौतमबुद्धनगर
थाना दनकौर पुलिस ने डेयरी मालिक के 10 लाख रुपये की फर्जी लूट की गुत्थी सुलझाते हुए बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले दो अभियुक्तों—डेयरी मालिक का ड्राइवर और उसके साले—को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के कब्जे से पूरा 10 लाख रुपये नगद, घटना में प्रयुक्त दोनों कारें और अवैध असलाह बरामद किया गया है।
घटना ऐसे हुई थी फर्जी
21 अगस्त को डेयरी मालिक ने बिक्री का पैसा (10 लाख रुपये) अपने ड्राइवर उमेश को घर भिजवाने के लिए सौंपा। कुछ देर बाद सूचना आई कि उमेश को गोली मारकर लूट लिया गया है और वह अस्पताल में भर्ती है। मामले में थाना दनकौर में मुकदमा दर्ज किया गया।
लेकिन जांच में पुलिस को बड़ा शक हुआ। पूछताछ और साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने पर्दाफाश किया कि यह पूरी घटना लूट नहीं, बल्कि ड्राइवर उमेश और उसके साले पवन द्वारा रची गई साजिश थी।
आरोपियों की चालाकी
ड्राइवर उमेश ने अपने साले पवन के साथ मिलकर 10 लाख रुपये हड़पने की योजना बनाई। योजना के तहत:
- उमेश ने बैग अपने साले पवन को सौंप दिया।
- लूट का नाटक करने के लिए उसने खुद को तमंचे से कंधे पर गोली मार ली।
- फिर तमंचा झाड़ियों में फेंककर कहानी को असली लूट जैसा दिखाने की कोशिश की।
पुलिस की कार्रवाई
- गिरफ्तारी 1: उमेश पुत्र नरेन्द्र पाल, ग्राम महरिया (थाना फरिया, फिरोजाबाद) – घटना में प्रयुक्त अर्टिगा कार (UP 83 DT 8772) के साथ पकड़ा गया।
- गिरफ्तारी 2: पवन कुमार पुत्र रनपाल सिंह, ग्राम नंगला खरगा (थाना फरिया, फिरोजाबाद) – वगैनॉर कार (UP 83 DT 1793), 10 लाख रुपये नगद व तमंचा के साथ गिरफ्तार।
बरामदगी
- 10 लाख रुपये नकद
- 02 तमंचा .315 बोर
- 01 जिन्दा कारतूस, 01 खोखा कारतूस
- अर्टिगा व वगैनॉर कार (दोनों प्रयुक्त वाहन)

पुलिस की सख्ती
पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर की मीडिया सेल ने बताया कि यह मामला दिखाता है कि पुलिस की चौकसी और वैज्ञानिक जांच से कितनी जल्दी गम्भीर मामलों का राजफाश किया जा सकता है।